Last Updated :नई दिल्ली , सोमवार, 28 दिसंबर 2015 (17:58 IST)
ओबामा का मोदी और शरीफ को बुलावा
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के बीच लाहौर में हुई मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं के बीच हुई बातचीत अब धीरे-धीरे सामने आ रही है।
मुलाकात के दौर में प्रधानमंत्री मोदी ने नवाज से कहा कि हमें यूरोप के नेता की तरह यूं ही मिलते रहना चाहिए। इस पर शरीफ ने हामी भी भरी। उधर, अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने मोदी और नवाज को एक मीटिंग के लिए मार्च में बुलाया है।
सूत्रों के अनुसार खबर आ रही है कि भारत और पाकिस्तान आगे भी गर्मजोशी के साथ मिलने के लिए राजी हो गए हैं। ऐसे में कहा जा सकता है कि मोदी और नवाज की मुलाकातें होती रहेंगी। उधर भारतीय एनएसए अजीत डोभाल और पाकिस्तानी एनएसए नसीर खान जुंजआ भी करीब आ गए हैं। दोनों ने अपने पर्सनल नंबर और मेल आईडी को शेयर किया है। दोनों देशों के एनएसए के बीच इसी महीने की शुरुआत में थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में मुलाकात हुई थी। आपको बता दें कि 31 मार्च को परमाणु संपन्न देशों के नेताओं की चौथी बैठक होने वाली है। इस बैठक के लिए ओबामा ने मोदी और शरीफ को बुलाया है।
क्या पाक आर्मी की वजह से हुई नवाज-मोदी की मीटिंग?
सूत्रों के हवाले से खबर आई है कि मोदी और नवाज की मुलाकात के पीछे पाकिस्तान आर्मी का हाथ था। आपको बता दें कि पाकिस्तान के नए एनएसए लेफ्टिनेंट जनरल नसीर खान जुंजआ की नियुक्ति के बाद से ही भारत को लेकर पाक आर्मी के रुख में बदलाव आया है। जुंजआ को सरताज अजीज के स्थान पर रखा गया है। जुंजआ पाकिस्तान आर्मी चीफ राहील शरीफ के बेहद करीबी माने जाते हैं।
एक टॉप पाकिस्तानी डिप्लोमेट ने एक एजेंसी को बताया कि मोदी की ये विजिट पहले से काफी अलग है। इसे आर्मी के टॉप लेवल की मंजूरी थी। खुद आर्मी चीफ इसके फेवर में थे। (भाषा)