गुरुवार, 19 दिसंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. राष्ट्रीय
  4. Latest weather news for 4 September 2024 in India
Last Updated : बुधवार, 4 सितम्बर 2024 (10:45 IST)

Weather Update: गुजरात में फिर भारी बारिश, क्या है आंध्रप्रदेश और तेलंगाना का हाल?

दिल्ली में नहीं थम रहा बारिश का दौर, आज भी कई इलाकों में बरसात के आसार

Weather Update: गुजरात में फिर भारी बारिश, क्या है आंध्रप्रदेश और तेलंगाना का हाल? - Latest weather news for 4 September 2024 in India
Weather Update: भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बुधवार के लिए दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) सहित देश के मौसम का अलर्ट (weather alert) जारी किया है। आईएमडी ने गुजरात, विदर्भ, पूर्वी राजस्थान, पश्चिमी मध्यप्रदेश और तटीय आंध्रप्रदेश के लिए बारिश का रेड अलर्ट (red alert) जारी किया है। गुजरात में बीते दिन भारी वर्षा हुई है।
 
आईएमडी मौसम विभाग ने बताया कि आज राजस्थान, पंजाब, दिल्ली-एनसीआर, प्रायद्वीपीय भारत के कर्नाटक, केरल, तेलंगाना, पश्चिमी मध्यप्रदेश, उत्तराखंड और नॉर्थ ईस्ट इंडिया में भारी बारिश की संभावना है। IMD ने इन राज्यों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। वहीं द्वीपीय राज्य अंडमान निकोबार में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। दूसरी ओर उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में पहाड़ दरक गया है।
 
गुजरात और आंध्र में भारी बारिश के आसार : आंध्रप्रदेश में बुधवार को बारिश के आसार हैं। गुजरात में भी बारिश का दौर जारी है। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने इस सप्ताह राज्य में भारी बारिश की भविष्यवाणी की है। आंकड़ों के मुताबिक दक्षिण गुजरात के भरूच, तापी, डांग और नवसारी जिलों में बीते कुछ दिनों में भारी बारिश हुई और तापी जिले के सोनगढ़ और व्यारा तालुकाओं और डांग के वघई में इस दौरान जमकर बदरा बरसे। मौसम विभाग के मुताबिक अभी कुछ दिन मौसम का मिजाज ऐसा ही रहेगा। सूबे में नदियां उफान पर हैं।

 
दिल्ली-एनसीआर में बारिश का दौर जारी है। मंगलवार को धूप और बादलों की आवाजाही के बीच दिन में 2 से 3 बार अलग-अलग इलाकों में बारिश का दौर देखने को मिला। आज यानी बुधवार को भी दिल्ली समेत देश के अलग-अलग राज्यों में बरसात का पूर्वानुमान है। राष्ट्रीय राजधानी में बादल के साथ सूरज की आंख-मिचौनी चलती रहेगी। इस दौरान कई जगह हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
 
दिल्ली के अलावा राजस्थान, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड में बारिश का पूर्वानुमान है। पश्चिमी उत्तरप्रदेश, पंजाब, हरियाणा और मध्यप्रदेश के कुछ इलाकों में बारिश हो सकती है।
 
दिल्ली में बारिश को लेकर येलो अलर्ट : मानसून की वापसी का दौर जैसे-जैसे करीब आ रहा है, राष्ट्रीय राजधानी का मौसम बदला-बदला नजर आ रहा। कभी धूप रहती है तो अचानक ही बारिश का दौर शुरू हो जाता है। मंगलवार को दिन में कई बार ऐसा ही हुआ। धूप के साथ बारिश से मौसम का मिला-जुला असर नजर आया। बुधवार को भी बारिश के आसार हैं। सूरज और बादल की लुका-छिपी जारी रहेगी। शहर में आमतौर पर बादल छाए रहने और हल्की से मध्यम बारिश और गरज के साथ छींटें पड़ने का अनुमान जताया गया है।

 
महाराष्ट्र के हिंगोली में 200 से अधिक लोगों को स्थानांतरित किया : छत्रपति संभाजीनगर से प्राप्त समाचार के अनुसार महाराष्ट्र के मराठवाड़ा क्षेत्र के हिंगोली जिले में भारी बारिश के कारण कई इलाकों में जलभराव होने के बाद 200 से अधिक लोगों को अन्यत्र स्थानांतरित किया गया और लगभग 90 अन्य को विभिन्न इलाकों से बचाया गया जबकि पड़ोसी नांदेड़ जिले में 2 लाख हैक्टेयर से अधिक खेती योग्य भूमि प्रभावित हुई।
 
मराठवाड़ा क्षेत्र के 8 जिलों में रविवार से भारी बारिश जारी है। वर्षाजनित घटनाओं में अब तक कम से कम 4 लोगों की मौत हो चुकी है। अधिकारियों के अनुसार नांदेड़ जिले के 45 राजस्व क्षेत्र भारी बारिश से प्रभावित हैं जबकि 2 लाख हैक्टेयर से अधिक क्षेत्र में फसलों को नुकसान पहुंचा। 25 से अधिक मवेशियों के मारे जाने की भी खबर है।
 
उन्होंने बताया कि नांदेड़ शहर, अर्धापुर, हदगांव, देग्लूर, मुदखेड, कंधार, लोहा और नायगांव में बारिश के कारण फसलें बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गईं। नांदेड़ के जिलाधिकारी अभिजीत राउत ने एक विज्ञप्ति जारी कर कहा कि बारिश रुकने के बाद फसलों को हुए नुकसान का सर्वेक्षण किया जाएगा।

 
एक अधिकारी ने बताया कि भराड़, मालेगांव और दाभाद राजस्व क्षेत्रों में सोमवार को मात्र 12 घंटों में 170 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। उन्होंने बताया कि लगातार बारिश के कारण नांदेड़ शहर के निचले इलाकों में पानी भर गया है। उन्होंने बताया कि वासर्णी के पंचवटी साईं बाबा कमान इलाके में एक इमारत की दूसरी मंजिल तक पानी पहुंच गया और वहां से 2 लोगों को बचाया गया। उन्होंने बताया कि जलग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण नांदेड़ जिले के कई बांधों से सोमवार को पानी छोड़ा गया।
 
अधिकारी ने बताया कि विष्णुपुरी बांध के 14 गेट, अपर मनार परियोजना के 15 में से 9 गेट खोल दिए गए हैं और गोदावरी तथा मनार नदियों में अतिरिक्त पानी छोड़ा गया है। उन्होंने कहा कि नांदेड़ में विभिन्न बैराजों के गेट खुले रखे गए हैं।
 
हिंगोली जिले में सोमवार को 218 लोगों को स्थानांतरित किया गया तथा 87 लोगों को बचाया गया। हिंगोली के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि सारंगवाड़ी गांव में एक 10 वर्षीय बच्चे समेत 2 लोग डूब गए। वासमत तहसील के टेंभुर्नी का रहने वाला 1 व्यक्ति डूब गया और उसका शव सोमवार शाम को बरामद किया गया।
 
उन्होंने बताया कि हिंगोली के सभी 30 राजस्व क्षेत्रों में सोमवार को भारी बारिश हुई और जिले में औसतन 141.70 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। जिले में भारी बारिश और बाढ़ के कारण 77 गौशालाएं नष्ट हो गई हैं। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार जिले के सावलदबारा क्षेत्र में 101.50 मिमी बारिश हुई, जो सोमवार को क्षेत्र में सबसे अधिक थी, जबकि लोनी, पिशोर, चिंचोली और सोयगांव सर्कल में 65 मिमी से अधिक बारिश दर्ज की गई।
 
रिपोर्ट में कहा गया है कि नांदेड़ में अर्धापुर सर्कल में 94.50 मिमी बारिश दर्ज की गई, इसके बाद पिंपरखेड़ में 69.50 मिमी और जलधारा में 65.50 मिमी बारिश दर्ज की गई। हिंगोली में अंबा और कुरुंदा क्षेत्र में 92 मिमी बारिश दर्ज की गई। परभणी के जिंतूर में अडगांव क्षेत्र में 77.50 मिमी बारिश हुई।
 
राजस्थान के धौलपुर में पार्वती नदी में डूबने से 2 युवकों की मौत : जयपुर व धौलपुर से समाचारों के अनुसार राजस्थान के कुछ हिस्सों में बारिश का दौर मंगलवार को भी जारी रहा तथा धौलपुर में पार्वती नदी में डूबने से 2 युवकों की मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि धौलपुर के कौलारी थानाक्षेत्र में मंगलवार को पार्वती नदी में डूबने से 2 युवकों की मौत हो गई।
 
कौलारी के थाना अधिकारी भंवर सिंह कर्दम ने बताया कि मंगलवार को 2 युवक सखवारा के पास पार्वती नदी में नहाने के लिए गए थे और गहरे पानी में चले जाने पर डूबने से उनकी मौत हो गई। उन्होंने बताया कि मृतक युवकों की पहचान योगेश (22) और दिलीप (22) के रूप में की गई है।
 
राजस्थान में बीते 24 घंटे में उदयपुर, डूंगरपुर और बांसवाड़ा जिलों में कई जगह भारी बारिश हुई। मौसम केंद्र ने बताया कि मंगलवार सुबह 8.30 बजे तक बीते 24 घंटों में पश्चिमी राजस्थान में कुछ स्थानों तथा पूर्वी राजस्थान में कई स्थानों पर वर्षा हुई। इस दौरान उदयपुर, डूंगरपुर और बांसवाड़ा जिलों में कहीं-कहीं भारी वर्षा हुई। सबसे अधिक 115 मिलीमीटर वर्षा भूंगड़ा (बांसवाड़ा) में हुई।
इसके अलावा बांसवाड़ा के ही सुजानगढ़ में 101 मिलीमीटर और केसरपुरा में 70 मिलीमीटर, डूंगर के देवल में 101 मिलीमीटर एवं गणेशपुर में 74 मिलीमीटर तथा उदयपुर के ऋषभदेव में 102 मिलीमीटर बारिश हुई। इसी दौरान गंगानगर, सिरोही, सीकर राजसमंद, जालोर, झालावाड़ एवं नागौर में हल्की से मध्यम वर्षा हुई।
 
केंद्र के अनुसार मंगलवार सुबह से शाम 5.30 बजे तक बीकानेर में 42 मिलीमीटर, गंगानगर में 36.4 मिमी, फतेहपुर में 30.4 मिमी, संगरिया में 29.5 मिमी, जैसलमेर में 19.8 मिमी, सिरोही में 19 मिमी, चूरू में 15.8 मिमी, सीकर में 9 मिमी बारिश दर्ज की गई।

 
केंद्र के प्रभारी राधेश्याम शर्मा ने बताया कि आगामी सप्ताह में राज्य में बारिश जारी रहने की संभावना है। उन्होंने बताया कि आगामी 4 से 5 दिनों तक राज्य के दक्षिणी एवं दक्षिणी पूर्वी जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश होने की संभावना है। उन्होंने बताया कि जोधपुर एवं बीकानेर संभागों में आगामी 4-5 दिन हल्की से मध्यम बारिश होने का अनुमान है।
 
मौसम केंद्र ने बताया कि मंगलवार सुबह 8.30 बजे तक बीते 24 घंटे में पश्चिमी राजस्थान में कुछ स्थानों तथा पूर्वी राजस्थान में कई स्थानों पर बादल गरजने के साथ वर्षा हुई। इस दौरान उदयपुर, डूंगरपुर और बांसवाड़ा जिले में कहीं-कहीं भारी वर्षा दर्ज की गई। सबसे अधिक 115 मिलीमीटर वर्षा भूंगड़ा, बांसवाड़ा में हुई।
 
इसके अलावा बांसवाड़ा के ही सजनगढ़ में 101 मिलीमीटर और केसरपुरा में 70 मिलीमीटर, डूंगर के देवल में 101 मिलीमीटर व गणेशपुर में 74 मिलीमीटर तथा उदयपुर के ऋषभदेव में 102 मिलीमीटर बारिश हुई। इसी दौरान गंगानगर, सिरोही, सीकर राजसमंद, जालोर, झालावाड़ व नागौर में हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश हुई। मौसम केंद्र के अनुसार राज्य के कई इलाकों में अभी कुछ दिन और बारिश का दौर जारी रहने का अनुमान है।
 
हिमाचल प्रदेश में 2 राष्ट्रीय राजमार्गों समेत 78 सड़कें बंद, बारिश जारी : शिमला से मिले समाचारों के अनुसार हिमाचल प्रदेश में मंगलवार को बारिश के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग 5 और 707 सहित कुल 78 सड़कें बंद कर दी गईं। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (एसईओसी) ने यह जानकारी दी।
 
हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में रुक-रुककर बारिश हुई और 90 मिमी की रिकॉर्ड वर्षा के साथ बालद्वारा राज्य का सबसे अधिक बारिश वाला स्थान रहा। इसके बाद भरारी में 74.2 मिमी, जोगिंदर नगर में 68 मिमी, बैजनाथ में 60 मिमी, अघर में 55 मिमी, कांगड़ा में 54.5 मिमी, शिमला में 50.2 मिमी, करसोग में 45.2 मिमी, नागरोटा सूरीयां में 41 मिमी, रामपुर में 40 मिमी, शिलारू में 35 मिमी, जब्बारहट्टी में 26.8 मिमी, बग्गी में 24.7 मिमी, सुंदरनगर में 23 मिमी, मनाली में 22 मिमी और धर्मशाला में 20.2 मिमी बारिश हुई।
 
मंगलवार शाम को राजधानी शिमला में भारी बारिश हुई जिससे दृश्यता कुछ मीटर तक कम हो गई। भूस्खलन के कारण सड़कें अवरुद्ध होने की खबरें सामने आईं, लेकिन किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। स्थानीय मौसम विभाग ने बुधवार को राज्य के अलग-अलग स्थानों पर आंधी और आकाशीय बिजली को लेकर 'येलो अलर्ट' जारी किया है।
 
राष्ट्रीय राजमार्ग 707 शिमला जिले के हाटकोटी और सिरमौर जिले के पांवटा साहिब के बीच अवरुद्ध है और राष्ट्रीय राजमार्ग 5 (हिन्दुस्तान-तिब्बत मार्ग) किन्नौर जिले के निगुलसारी के पास अवरुद्ध है। एसईओसी द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार सबसे अधिक 25 सड़कें मंडी में बंद हैं जबकि सिरमौर में 16, शिमला में 14, कांगड़ा में 10, कुल्लू में 9, सोलन और किन्नौर में 2-2 तथा लाहौल एवं स्पीति और ऊना जिलों में 1-1 सड़क बंद है।
 
हिमाचल प्रदेश में 27 जून को मानसून की शुरुआत के बाद से बारिश में 22 प्रतिशत की कमी आई है। राज्य में 630.2 मिमी औसत के मुकाबले 491.1 मिमी बारिश हुई है। अधिकारियों ने कहा कि चालू मानसून अवधि के दौरान बारिश से संबंधित घटनाओं में कुल 153 लोगों की मौत हो गई है और राज्य को 1,271 करोड़ रुपए का क्षति हुई है।
 
आंध्रप्रदेश में अप्रत्याशित बारिश और सैलाब, ड्रोन से पहुंचा रहे खाना : आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने राज्य में विशेषतौर पर विजयवाड़ा में अप्रत्याशित बारिश और सैलाब के बाद राहत कार्य और बाढ़ पीड़ितों की मदद करने के लिए सभी अधिकारियों को कुशलता से काम करने का मंगलवार को निर्देश दिया।
 
मुख्यमंत्री ने कहा कि वे बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में औचक निरीक्षण कर रहे हैं और 'इंटरएक्टिव वॉयस रिस्पांस सिस्टम' (आईवीआरएस) के माध्यम से लोगों से सीधे प्रतिक्रिया ले रहे हैं। एनटीआर जिला कलेक्टोरेट में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए नायडू ने कहा कि लोगों को परेशानियां हो रही हैं। सांप और बिच्छू ऊपरी मंजिलों पर स्थित घरों में भी घुस रहे हैं। मैं आईवीआरएस से बात कर रहा हूं और मुझे सूचना मिल रही है कि कुछ स्थानों पर खाद्य सामग्री नहीं पहुंच रही है। इस अवसर पर आगे आएं और मानवता के साथ काम करें।
 
नायडू ने कहा कि वे आईवीआरएस के माध्यम से प्राप्त संदेशों को सीधे अधिकारियों को फोन नंबरों के साथ भेज रहे हैं। उन्होंने लोगों से सही जानकारी देने की अपील की। वास्तविक समय पर सूचना भेजने से उन्हें कार्रवाई करने में मदद मिलेगी। साथ ही उन्होंने कहा कि आईएएस अधिकारियों को जमीनी स्तर पर तैनात किया गया है। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को हर कीमत पर अंतिम व्यक्ति तक खाद्य वितरण सुनिश्चित करने का आदेश दिया और कहा कि इसमें किसी भी प्रकार की चूक होने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
 
उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा प्रभावित विजयवाड़ा के अजीत सिंह नगर में लोग राहत सामग्री लेकर आ रहे वाहनों पर भीड़ लगा रहे हैं। नायडू ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे वाहनों को मुख्य केंद्रों पर ही रोक दें तथा सामग्री प्रत्येक वार्ड सचिवालय तक पहुंचाएं ताकि अंतिम व्यक्ति तक खाद्य और अन्य आवश्यक वस्तुओं का वितरण कुशलतापूर्वक किया जा सके।
 
एक सरकारी विज्ञप्ति के मुताबिक हाल में हुई मूसलधार बारिश के कारण 2,684 किलोमीटर लंबी सड़कें क्षतिग्रस्त हो गईं और बड़े पैमाने पर फसलों को नुकसान पहुंचा है जिससे 20 जिलों के किसान प्रभावित हुए। विजयवाड़ा में मंगलवार तक 323 ट्रेन रद्द कर दी गईं, 170 रेल गाड़ियों के मार्ग में परिवर्तन किया गया तथा 12 ट्रेनें आंशिक रूप से रद्द की गईं।
 
राज्यभर में बाढ़ प्रभावित लोगों की संख्या बढ़कर 6.4 लाख हो गई है और 190 राहत शिविर स्थापित किए गए हैं। राहत शिविरों में 44,041 लोगों को रखा गया है। नौसेना के 2 और वायुसेना के 3 हेलीकॉप्टर खाद्य सामग्री गिरा रहे हैं और फंसे हुए लोगों को निकाल रहे हैं। विज्ञप्ति में कहा गया है कि हेलीकॉप्टर ने अब तक 4,870 किलोग्राम खाद्य सामग्री गिराई है और 21 लोगों को बचाया है।
 
इस बीच जलभराव और बिजली कटौती के मद्देनजर सोमवार से अजीत सिंह नगर इलाके में कई परिवारों ने अस्थायी रूप से अपने घर खाली करने शुरू कर दिए हैं। अजीत सिंह नगर में बिजली कटौती तीसरे दिन भी जारी है जबकि कुछ स्थानों पर पानी का स्तर कम हुआ है। अजीत सिंह नगर क्षेत्र में राहत एवं बचाव कार्य के लिए स्वेच्छा से आगे आए पूर्व पुलिस अधिकारी हरि कृष्ण ने कहा कि कुछ निजी व्यक्ति सरकार को नाव दिए बिना पैसे वसूलने में लगे हुए हैं।
 
इस बीच भारतीय मौसम विभाग ने बताया कि तटीय आंध्रप्रदेश, यनम और आसपास के क्षेत्रों में एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। विभाग ने कहा कि 5 सितंबर के आसपास पश्चिम-मध्य और उससे सटे उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में एक नया निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। विभाग ने मंगलवार के लिए उत्तरी तटीय आंध्रप्रदेश, यनम और दक्षिण तटीय आंध्रप्रदेश के कुछ हिस्सों में भारी वर्षा का अनुमान जताया है।
 
इंदौर में आज वर्षा की संभावना : इंदौर में बुधवार, 4 सितंबर को अधिकतम तापमान 27.21 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 22.78 डिग्री सेल्सियस रह सकता है। दिनभर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। गुरुवार, 5‍ सितंबर को इंदौर में अधिकतम तापमान 26.8 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 22.21 डिग्री सेल्सियस रह सकता है।
 
स्काईमेट वेदर (Skymet Weather) के अनुसार विदर्भ के ऊपर एक सुस्पष्ट निम्न दाब क्षेत्र बना हुआ है। इसके उत्तर-पश्चिम दिशा में पश्चिमी मध्यप्रदेश की ओर बढ़ने तथा अगले 24 घंटों के दौरान कम दाब क्षेत्र में कमजोर होने की संभावना है। मानसून की द्रोणिका अब समुद्र तल से जैसलमेर, उदयपुर, इंदौर, विदर्भ, रामागुंडम, विशाखापट्टनम पर सुस्पष्ट निम्न दाब क्षेत्र के केंद्र से होकर गुजरेगी तथा उसके बाद दक्षिण-पूर्व दिशा में बंगाल की खाड़ी के पूर्वी मध्य भाग तक जाएगी।
 
मध्य क्षोभमंडलीय पश्चिमी हवाओं में एक द्रोणिका के रूप में पश्चिमी विक्षोभ जिसकी धुरी समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर है, अब लगभग 65 डिग्री पूर्व देशांतर के साथ अक्षांश 31° उत्तर के उत्तर में चल रही है। चक्रवाती परिसंचरण मध्य पाकिस्तान तथा उससे सटे पश्चिमी राजस्थान के ऊपर समुद्र तल से 1.5 किमी से 3.1 किमी ऊपर है।
 
कतरनी क्षेत्र उत्तरी प्रायद्वीपीय भारत के ऊपर लगभग 20 डिग्री उत्तर में समुद्र तल से 3.1 से 5.8 किमी ऊपर चल रहा है। समुद्र तल से अपतटीय गर्त दक्षिण गुजरात से उत्तरी केरल तट तक फैला हुआ है। 5 सितंबर के आसपास बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिमी भाग और उससे सटे हुए पश्चिम-मध्य के ऊपर नया निम्न दबाव क्षेत्र बनने की संभावना है।
 
पिछले 24 घंटों की मौसमी हलचल : स्काईमेट वेदर (Skymet Weather) के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, उत्तरी गुजरात और दक्षिणी राजस्थान में मध्यम से भारी बारिश हुई। तमिलनाडु के उत्तरी तट, आंध्रप्रदेश के दक्षिणी तट, विदर्भ, कोंकण और गोवा और मध्य महाराष्ट्र में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक या दो बार भारी बारिश हुई।
 
पूर्वोत्तर भारत, केरल, तटीय कर्नाटक, मराठवाड़ा, मध्यप्रदेश, ओडिशा के कुछ हिस्सों, राजस्थान, पश्चिमी हिमालय और उत्तरी पंजाब में हल्की से मध्यम बारिश हुई। बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, उत्तरप्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, आंतरिक कर्नाटक, तमिलनाडु और लक्षद्वीप में हल्की बारिश हुई।
 
आज के मौसम की संभावित गतिविधि : स्काईमेट वेदर (Skymet Weather) के अनुसार आज बुधवार, 4 सितंबर को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना और पूर्वी गुजरात के कुछ हिस्सों में मध्यम से भारी बारिश संभव है।
 
विदर्भ, कोंकण और गोवा, तटीय कर्नाटक, केरल, मध्यप्रदेश, राजस्थान और पूर्वोत्तर भारत में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। पश्चिमी हिमालय, पंजाब, हरियाणा, ओडिशा, रायलसीमा, केरल और लक्षद्वीप के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश संभव है। बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, उत्तरप्रदेश और तमिलनाडु में हल्की बारिश संभव है।(Photo courtesy: IMD)
 
Edited by: Ravindra Gupta