IMB की नौकरी छोड़ बिताईं चांदनी चौक में रातें, जानिए अर्चना तिवारी केस को सुलझाने वाले IPS राहुल लोढ़ा का प्रेरक सफर
ips rahul kumar lodha: हाल ही में, मध्य प्रदेश की महिला वकील अर्चना तिवारी के लापता होने के मामले को सुलझाकर आईपीएस अधिकारी राहुल लोढ़ा ने पूरे देश का ध्यान अपनी ओर खींचा है। लगभग दो सप्ताह पहले चलती ट्रेन से लापता हुईं अर्चना को आईपीएस लोढ़ा और उनकी टीम ने उत्तर प्रदेश में सुरक्षित खोज निकाला। इस सफल मिशन के बाद से ही राहुल लोढ़ा का नाम चर्चा में है। उनकी कहानी सिर्फ एक पुलिस अधिकारी की नहीं, बल्कि एक साधारण व्यक्ति के असाधारण दृढ़ संकल्प और संघर्ष की कहानी है। आइए जानते हैं, कौन हैं आईपीएस राहुल लोढ़ा और कैसा रहा उनका प्रेरणादायक सफर।
महाराष्ट्र के जलगांव से आईपीएस तक
आईपीएस राहुल लोढ़ा महाराष्ट्र के जलगांव के मूल निवासी हैं। उन्होंने पुणे इंस्टीट्यूट ऑफ कंप्यूटर टेक्नोलॉजी से बीई आईटी (बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग इन इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी) की डिग्री हासिल की। अपनी पढ़ाई पूरी करने के तुरंत बाद, उन्हें एक बड़ी मल्टीनेशनल कंपनी आईबीएम में नौकरी मिल गई। एक आरामदायक और सुरक्षित करियर उनके सामने था, लेकिन उनके सपने कुछ और ही थे।
नौकरी छोड़कर यूपीएससी की तैयारी का फैसला
राहुल लोढ़ा ने 2009 में अपनी अच्छी-खासी नौकरी छोड़ दी। उनके मन में देश सेवा का जुनून था और उन्होंने यूपीएससी (संघ लोक सेवा आयोग) की परीक्षा की तैयारी करने का फैसला किया। इस फैसले के बाद उनका सफर आसान नहीं था। आर्थिक तंगी और दिल्ली जैसे बड़े शहर में रहने की सीमित जानकारी के कारण उन्हें कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
चांदनी चौक के गुरुद्वारों में बिताईं रातें
अपनी तैयारी के शुरुआती दिनों में राहुल लोढ़ा को दिल्ली में कोचिंग और रहने की जगह खोजने के लिए संघर्ष करना पड़ा। वे दिल्ली के चांदनी चौक इलाके की धर्मशालाओं और गुरुद्वारों में कई रातें बिताते थे ताकि वे यूपीएससी कोचिंग संस्थानों के बारे में जानकारी जुटा सकें। इन कठिन हालातों ने उनकी हिम्मत को और मजबूत किया। उनका दृढ़ संकल्प और कड़ी मेहनत रंग लाई और आखिरकार उन्होंने यूपीएससी परीक्षा में सफलता हासिल की।
आईपीएस बनते ही की लव मैरिज
यूपीएससी परीक्षा पास करने और आईपीएस अधिकारी बनने के बाद राहुल लोढ़ा ने अपनी प्रेम कहानी को भी एक सुखद मोड़ दिया। उन्होंने अपनी प्रेमिका शुभी के साथ शादी कर ली। शुभी से उनकी मुलाकात एक कोचिंग संस्थान में यूपीएससी की तैयारी के दौरान हुई थी।
आज, आईपीएस राहुल लोढ़ा उन सभी युवाओं के लिए एक प्रेरणा हैं जो अपने सपनों को पूरा करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। उनकी कहानी यह सिखाती है कि यदि आपके पास सच्ची लगन और दृढ़ निश्चय हो, तो कोई भी बाधा आपको आपके लक्ष्य तक पहुंचने से नहीं रोक सकती। उनका जीवन यह साबित करता है कि सफलता का स्वाद तब और भी मीठा हो जाता है, जब वह कड़ी मेहनत और संघर्ष के बाद मिलती है।