ब्राजील को आकाश मिसाइल देगा भारत, ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान के मंसूबे किए थे नाकाम, क्या है इसमें खास?
Akash missile news in hindi : भारत अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दुश्मन माने जाने वाले ब्राजील को आकाश मिसाइल देने की तैयारी कर रहा है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ब्राजील के उपराष्ट्रपति जेराल्डो अल्कमिन से मुलाकात के दौरान यह प्रस्ताव रखा। इस मिसाइल ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान ड्रोनों को नष्ट करने में अहम भूमिका निभाई थी।
क्या है आकाश मिसाइल : आकाश भारत द्वारा स्वदेशी रूप से विकसित एक मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली है। इस मिसाइल सिस्टम ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के हर मंसूबे को नाकाम कर दिया। पाकिस्तान ड्रोन हमलों से भारतीय शहरों को निशाना बनाना चाहता था, जिसे 'आकाश' ने आकाश में ही तबाह कर दिया।
जानिए क्या है इसकी विशेषताएं : यह मिसाइल 18000 मीटर की ऊंचाई पर यह 25 से 30 किलोमीटर की रेंज में फाइटर जेट्स, ड्रोन और क्रूज मिसाइलों को अपना निशाना बना सकती है। यह 90 प्रतिशत से अधिक सटिकता के साथ अपने लक्ष्य पर मार कर सकती है। इसकी रफ्तार लगभग 2,500 किमी/घंटा है।
720 किलोग्राम वजन और 5.78 मीटर लंबे आकाश में एक राजेंद्र 3डी पैसिव इलेक्ट्रॉनिकली स्कैन्ड ऐरे रडार और चार लॉन्चर होते हैं। इनमें से प्रत्येक में 3 मिसाइलें होती हैं। यह सभी आपस में जुड़ी होती हैं। इस तरह यह एक साथ 12 मिसाइल दाग सकती है। मिसाइल में स्मार्ट गाइडेंस है, जो इसे अंतिम क्षणों में भी टारगेट को लॉक करने में मदद करता है। इसे आसानी ट्रक या टैंक जैसे वाहनों पर लादकर कहीं भी ले जाया जा सकता है।
आकाश में जेट, क्रूज मिसाइल और हवा से सतह पर मार करने वाली मिसाइलों के साथ-साथ बैलिस्टिक मिसाइलों जैसे हवाई लक्ष्यों को बेअसर करने की क्षमता है। आकाश की मोबाइल प्रकृति इसे सीमा पर आसानी से तैनात करने की अनुमति देती है। इस प्रणाली की त्वरित प्रतिक्रिया क्षमता ने इसे ड्रोन हमलों के खिलाफ प्रभावी साबित किया।
ब्रिक्स में भारत का साथी : ब्राजील ब्रिक्स में भारत, चीन और रूस के साथ मंच शेयर करता है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का मानना है कि ब्राजील अमेरिका को नुकसान पहुंचा रहा है। ट्रंप ने इन सभी देशों पर दबाव बना रखा है। जुलाई 2025 में डोनाल्ड ट्रंप ने ब्राजील पर अतिरिक्त 40% टैरिफ लगाया, जो पहले के 10% के साथ कुल 50% हो गया।
edited by : Nrapendra Gupta