बिहार में नीतीश सरकार, रमा निषाद से श्रेयसी सिंह तक जानिए कौन हैं कैबिनेट के नए चेहरे?
बिना चुनाव लड़े मंत्री बने दीपक प्रकाश : दीपक प्रकाश आरएलएम नेता उपेंद्र कुशवाहा के बेटे हैं। वे बिहार में चुनाव लड़े बिना ही नीतीश मंत्रिमंडल का चेहरा बन गए। पहले कहा जा रहा था कि उपेंद्र की पत्नी स्नेहलता मंत्री बनेगी लेकिन ऐन वक्त पर दीपक को मंत्री मंडल में जगह मिल गई। बहरहाल दीपक प्रकाश को मंत्री बने रहने के लिए 6 महीने के भीतर विधानमंडल (विधान परिषद या विधानसभा) का सदस्य बनना अनिवार्य है।
शूटर श्रेयसी सिंह भी बनीं मंत्री : शूटिंग में भारत को कई अंतरराष्ट्रीय पदक दिलाने वाली 34 वर्षीय श्रेयसी सिंह को भी भाजपा के कोटे से मंत्री बनाया गया है। वे राज्य की सबसे युवा मंत्री है। पूर्व केंद्रीय मंत्री दिग्विजय सिंह और पूर्व सांसद पुतुल कुमारी की बेटी श्रेयसी लगातार दूसरी जमुई से विधानसभा चुनाव जीती हैं।
अनुभवी नेता हैं रामकृपाल यादव : पूर्व केंद्रीय मंत्री रामकृपाल यादव को भी भाजपा के कोटे से मंत्रिमंडल में जगह मिली है। नीतीश कुमार की सरकार में पहली बार उन्हें राज्य में मंत्री बनने का मौका मिला है। रामकृपाल यादव ने मगध यूनिवर्सिटी, पटना से बीए और कानून की पढ़ाई की है। वे लोकसभा चुनाव में लालू की बेटी मीसा भारती को भी 2 बार मात दे चुके हैं।
संजय सिंह टाइगर : भोजपुर की आरा सीट से विधायक चुने गए संजय सिंह टाइगर भी भाजपा के कोटे से मंत्री बने हैं। 2010 में वे भोजपुर के संदेश विधनसभा से चुनाव जीतकर विधायक बने थे। संजय ने पटना के एएन कॉलेज से स्नातक, एलएलबी और परा स्नातक की डिग्री हासिल की है। इसके अलावा अरुण शंकर प्रसाद और लखेंद्र कुमार रोशन भी नीतीश सरकार में पहली बार मंत्री बने हैं।
edited by : Nrapendra Gupta