सवर्ण आंदोलन के समर्थक कथाकार देवकीनंदन ठाकुर को जान से मारने की धमकी
मथुरा। अनुसूचित जाति/ जनजाति संशोधन विधेयक को लेकर केन्द्र सरकार के फैसले के खिलाफ आंदोलनरत धर्मगुरु देवकीनंदन ठाकुर को जान से मारने की धमकी मिली है।
पुलिस सूत्रों ने गुरुवार को बताया कि भागवताचार्य को धमकी 11 सितम्बर की रात को दी गई है। इस बारे में उन्होंने कोतवाली वृन्दावन में तहरीर दी तथा उसके आधार पर एनसीआर दर्ज कर ली गई है। उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद केन्द्र सरकार द्वारा एससी/एसटी एक्ट से संबंधित लाए गए अध्यादेश के खिलाफ वृन्दावन का संत समाज विरोध कर रहा है जिसकी अगुवाई देवकीनन्दन ठाकुर कर रहे हैं।
ठाकुर को 11 सितंबर को धारा 151 के तहत आगरा में उस समय एक होटल से गिरफ्तार कर लिया गया था जब वे पत्रकारों से बात कर रहे थे। धर्मगुरु ने बताया कि पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के कारण उन्हें विदेश भागवत कथा कहने के लिए जाना पड़ रहा है लेकिन विदेश से लौटकर वे वकीलों से बात करेंगे और अपनी गिरफ्तारी के विरोध में मानहानि का मुकदमा या कोई अन्य मुकदमा भी आगरा प्रशासन के खिलाफ दायर करेंगे।
उनका कहना था कि उनकी गिरफ्तारी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर सीधा हमला है। ठाकुर ने कहा कि एससी/एसटी एक्ट का उल्लंघन करने वाले को यदि सजा मिलती है तो उससे उन्हें किसी प्रकार का परहेज नहीं है लेकिन उसका दुरुपयोग कर यदि किसी निर्दोष को इसमें फंसाया जाता है तो उनका विरोध इस पर है। अक्टूबर के अंत में जब वापस वृन्दावन आएंगे तो पुनः एक्ट के दुरुपयोग के खिलाफ चल रहे आंदोलन को गति देंगे। (वार्ता)