• Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. राष्ट्रीय
  4. भारतीय माइक्रोब्लॉगिंग साइट कू ने समयसीमा से पहले नए नियमों का किया पालन
Written By
Last Updated : शनिवार, 22 मई 2021 (16:58 IST)

सरकार ने सोशल मीडिया कंपनियों के लिए की कड़े नियमों की घोषणा पर Koo ने कहा- किया सभी नियमों का पालन

microblogging site ku | भारतीय माइक्रोब्लॉगिंग साइट कू ने समयसीमा से पहले नए नियमों का किया पालन
नई दिल्ली। भारतीय माइक्रोब्लॉगिंग साइट कू ने शनिवार को कहा कि उसने इस महीने के आखिर में निर्धारित समयसीमा से पहले डिजिटल मंच के लिए नए दिशा-निर्देशों का पालन कर लिया है।

गौरतलब है कि सरकार ने गत 25 फरवरी को फेसबुक और ट्विटर जैसी सोशल मीडिया कंपनियों के लिए ज्यादा कड़े नियमों की घोषणा की थी जिसके तहत उन्हें अधिकारियों द्वारा रिपोर्ट की गई सामग्री को 36 घंटे में हटाना पड़ेगा और भारत में कार्यरत किसी अधिकारी के साथ एक शिकायत निवारण तंत्र की स्थापना करनी पड़ेगी।
 
कू ने शनिवार को एक बयान में कहा कि उसकी निजी नीति, उपयोग की शर्तें और सामुदायिक दिशा-निर्देश महत्वपूर्ण सोशल मीडिया मंचों पर लागू होने वाले नियमों की जरूरतों का पालन करते हैं। कू के करीब 60 लाख उपयोगकर्ता हैं जिसके साथ वह नए दिशा-निर्देशों के अधीन आने वाले मंचों में एक बन जाती है। 
कंपनी ने कहा कि इसके अलावा कू ने एक सम्यक जांच-पड़ताल और शिकायत निवारण तंत्र लागू किया है और भारत में रहने वाला एक मुख्य अनुपालन अधिकारी, एक नोडल अधिकारी और एक शिकायत अधिकारी इसका हिस्सा होंगे।
 
सरकार ने 'महत्वपूर्ण सोशल मीडिया मंच' की परिभाषा तय करते हुए कहा था कि इसके लिए पंजीकृत उपयोगकर्ताओं की संख्या कम से कम 50 लाख होनी चाहिए। सोशल मीडिया के इन मंचों को नए सूचना प्रौद्योगिकी नियमों के तहत अतिरिक्त दायित्वों का पालन करना होगा जिनका उद्देश्य इन मंचों के दुरुपयोग पर रोक लगाना है। 
 
सरकार ने फरवरी में ये दिशा-निर्देश जारी करते हुए कहा था कि नए नियम तत्काल प्रभाव से लागू होंगे और इस तरह के सोशल मीडिया प्रदाताओं को इनका पालन शुरू करने के लिए 3 महीने का समय दिया जाएगा।
 
कू के सहसंस्थापक एवं मुख्य अधिशासी अधिकारी अप्रमेय राधाकृष्ण ने कहा कि कंपनी एक ऐसा उत्पाद खड़ा कर रही जिसमें पहला स्थान भारत का होगा। उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा और सुविधा हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता है। 
 
यह साइट अप्रमेय ने मयंक भारद्वाज के साथ मिलकर खड़ी की है। इसमें हिन्दी, तेलुगु और बंगला तथा अन्य भारतीय भाषाओं में संवाद करने की सुविधा की गई है। (भाषा)
ये भी पढ़ें
बाबा रामदेव ने एलोपैथी को बताया स्टुपिड और दिवालिया साइंस, IMA हुआ नाराज, लिखा स्वास्थ्य मंत्री को पत्र- करें कानूनी कार्रवाई