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Written By निष्ठा पांडे
Last Updated : मंगलवार, 11 मई 2021 (20:40 IST)

देवप्रयाग में बादल फटने से मची तबाही, भारी नुकसान की खबर

देवप्रयाग में बादल फटने से मची तबाही, भारी नुकसान की खबर - Cloudburst in Uttarakhands Devprayag, Several Properties Damaged; SDRF Teams on Way to Spot
देवप्रयाग (टिहरी)। मंगलवार देर शाम उत्तराखंड के देवप्रयाग के ऊपरी क्षेत्र में बादल फटने से क्षेत्र में गदेरा उफान पर आ गया जिससे कई भवनों को नुकसान हुआ है। देवप्रयाग पालिका के दो भवन और आईटीआई का भवन भी ध्वस्त हो गया। इनके अलावा दर्ज़न भर दुकानें और कई निजी भवन ध्वस्त हो गए।

थाना प्रभारी देवप्रयाग महिपाल रावत ने बताया कि शाम करीब 5 बजे दशरथ आंचल पर्वत पर बादल फटा। इससे शांता गदेरा उफान पर आ गया। मलबा आने से देवप्रयाग मुख्य बाजार में भी 10 दुकानों को नुकसान हुआ है। संगम बाजार का रास्ता भी बंद हो गया है। जनहानि की अभी कोई सूचना नहीं है। कोरोना कर्फ्यू के कारण इस क्षेत्र में लोगों की आवाजाही बंद होने से तबाही से जनहानि नहीं हुई। प्रशासन की टीम रेस्क्यू के लिए घटनास्थल पर पहुंच गई है।
उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में इन दिनों बादल फटने की घटनाएं आम हो चली हैं। 3 मई को चमोली जिले के घाट ब्लाक में बिनसर पहाड़ी की तलहटी में तीन अलग-अलग जगहों पर बादल फटने की घटना से घाट बाजार में तबाही मच गई थी।

मलबे में 30 से अधिक मकान क्षतिग्रस्त हो गए थे, जबकि 25 दुकानों में मलबा घुसने से लाखों का सामान नष्ट हो गया। इसके बाद 7 मई को नई टिहरी में जाखणीधार ब्लॉक के पिपोला (ढुंगमंदार) में भी बादल फटने के कारण भारी नुकसान हुआ था। कई घरों में मलबा घुस गया जबकि गांव के करीब 16 लोगों के मकान खतरे की जद में आ गए हैं।
 
भारी बारिश के चलते देवप्रयाग में बादल फटने से काफी नुकसान हुआ है। डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि अभी तक किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है। फिलहाल, एसडीआरएफ की टीमें घटनास्थल की तरफ बढ़ रही हैं। टिहरी जिले के देवप्रयाग में बादल फटने से गदेरा उफान पर आ गया। इससे कई दुकानें और मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं। गनीमत रही कि कोविड कर्फ्यू के चलते दुकानें बंद थीं।

इस कारण कोई जनहानि नहीं हुई। उत्तराखंड में पिछले एक सप्ताह से अधिक समय से पर्वतीय क्षेत्र सहित मैदानों में बारिश और ओलावृष्टि हो रही है। वहीं, ऊंचाई वाले स्थानों में बर्फबारी का सिलसिला भी जारी है। पर्वतीय जिलों में बारिश आफत बनकर बरस रही है। शाम करीब पांच बजे दशरथ आंचल पर्वत पर बादल फटा। इससे शांता गदेरा उफान पर आ गया। मलबा आने से देवप्रयाग मुख्य बाजार में भी दस दुकानों को नुकसान हुआ है।
 
राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक रोहित थपलियाल के मुताबिक 12 मई को राज्य के अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। गर्जन के साथ बिजली चमकने की भी संभावना है। कुछ पर्वतीय क्षेत्र में तेज बारिश भी हो सकती है। बताया कि गढ़वाल में उत्तरकाशी, टिहरी, चमोली, रुद्रप्रयाग, के साथ ही पिथौरागढ़ में बारिश होगी। वहीं, मैदानी इलाकों में 30 से 40 किलोमीटर की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं। 12 और 13 मई को ऑरेंज अलर्ट जारी है।
 
उन्होंने बताया कि 13 मई को उत्तराखंड के अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश गर्जन के साथ होगी। खासतौर पर कुमाऊं में अच्छी बारिश हो सकती है। इस दिन भी यलो अलर्ट जारी है। बागेश्वर, नैनीताल, अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, चमोली व पौड़ी जिले में कहीं-कहीं भारी बारिश का भी अनुमान है। साथ ही गर्जन के साथ बिजली चमकेगी। देहरादून, टिहरी, पौड़ी, अल्मोड़ा, नैनीताल, चंपावत जिले में कहीं कहीं ओलावृष्टि की संभावना है। मैदानी इलाकों में 30 से 40 किलोमीटर की रफ्तार से तेज हवाएं चलेंगी।
 
14 मई को यलो अलर्ट है। इस दिन राज्य के अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होगी। गर्जन के साथ आकाशीय बिजली चमकने की भी संभावना है। ऊंचाई वाले स्थानों पर बर्फबारी हो सकती है। वहीं, 15 मई से बारिश में कमी आएगी। पर्वतीय क्षेत्र में कही-कहीं हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। मैदानी क्षेत्र में मौसम शुष्क रहेगा।
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