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Last Modified: मंगलवार, 20 दिसंबर 2016 (18:04 IST)

जेट के खिलाफ एयर इंडिया से ज्यादा शिकायत

जेट के खिलाफ एयर इंडिया से ज्यादा शिकायत - business News, Jet Airways, Air India
नई दिल्ली। जेट एयरवेज के खिलाफ नवंबर में यात्रियों की शिकायतों में भारी बढ़ोतरी से इस मामले में उसने लंबे समय से सबसे आगे रहने वाली एयर इंडिया को पीछे छोड़ दिया है।
 
         
नागर विमानन महानिदेशालय द्वारा जारी आँकड़ों के अनुसार, नवंबर में जेट एयरवेज तथा जेट लाइट के खिलाफ प्रति 10 हजार यात्री 2.6 शिकायतें दर्ज की गईं जबकि एयर इंडिया के खिलाफ प्रति 10 हजार यात्री 2.5 शिकायतें आईं। अक्टूबर में यह आँकड़ा क्रमश: 1.3 तथा 2.4 रहा था, यानी इस मामले में सरकारी विमान सेवा कंपनी एयर इंडिया का प्रदर्शन भी खराब हुआ है, लेकिन जेट एयरवेज का प्रदर्शन कहीं ज्यादा खराब हुआ है।
             
सबसे कम 0.1 शिकायत प्रति दस हजार यात्री विस्तारा के खिलाफ आईं। इंडिगो के खिलाफ यह आँकड़ा 0.3 तथा स्पाइसजेट के खिलाफ 0.6 प्रति दस हजार रहा। यात्रियों की सबसे ज्यादा (32 प्रतिशत) शिकायतें फ्लाइट की समस्याओं को लेकर रहीं। 21.9 प्रतिशत शिकायतें ग्राहक सेवा के मामलों से जुड़ी, 18.9 प्रतिशत बैगज के बारे में तथा 12.7 फीसदी कर्मचारियों के व्यवहार को लेकर आई। 
           
आँकड़ों के अनुसार नवंबर में भी घरेलू हवाई यात्रियों की संख्या में 20 फीसदी से ज्यादा की तेजी का क्रम जारी रहा। यह अक्टूबर के 73.22 लाख से 22.45 प्रतिशत बढ़कर नवंबर में 89.66 प्रतिशत पर पहुँच गया। साल के पहले 11 महीने में यात्रियों की संख्या 23.10 प्रतिशत बढ़कर नौ करोड़ तीन लाख 36 हजार पर पहुँच गयी है। पिछले साल जनवरी से नवंबर के बीच यह संख्या सात करोड़ 33 लाख 82 हजार रही थी। 
 
समय की पाबंदी के मामले में स्पाइस जेट का प्रदर्शन लगातार सबसे अच्छा बना हुआ है। देश के चार मेट्रो शहरों, दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और हैदराबाद में उसकी 81.7 प्रतिशत फ्लाइटों का टेकऑफ/लैंडिंग समय पर हुई। इसके बाद क्रमश: जेट एयरवेज तथा जेटलाइट, विस्तारा और इंडिगो का स्थान रहा। इस मामले में एयर इंडिया 67.7 प्रतिशत के साथ सबसे नीचे रही जबकि 69 प्रतिशत के साथ गो एयर नीचे से दूसरे स्थान रही। (वार्ता)
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