इन दिनों एक ऐप की बहुत चर्चा है, इस एप्प का नाम है Bulli Bai। सोशल मीडिया से लेकर राजनीतिक गलियारों तक और मुस्लिम कम्युनिटी से लेकर सामाचार चैनल तक। वजह है इस ऐप का मुस्लिम महिलाओं से जुड़ा होना।
दरअसल, Bulli Bai ऐप के जरिए देश में मुस्लिम महिलाओं को निशाना बनाया जा रहा है। मुस्लिम महिलाओं के खिलाफ नफरत फैलाई जा रही है।
आइए जानते है आखिर क्या है यह Bulli Bai ऐप, कहां से इसकी शुरुआत हुई और यह कैसे काम करता है।
आजकल किसी भी ऐप के जरिये किसी के खिलाफ प्रचार करना बेहद आसान काम है, हाल ही में चर्चा में आए Bulli Bai ऐप का इसी काम के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। चौंकाने वाली बात यह है कि इस ऐप की मदद से मुस्लिम महिलाओं के खिलाफ दुष्प्रचार कर उन्हें टारगेट किया जा रहा है। उनके खिलाफ आपत्तिजनक बातें लिखी जा रही हैं और तस्वीरें शेयर की जा रही हैं। जैसे ही यह मामला सामने आया, कई शहरों से
Bulli Bai ऐप को ब्लॉक करने की मांग की जा रही है।
Bulli Bai क्यों आया विवाद में?
Bulli Bai ऐप पर खासतौर पर मुस्लिम महिलाओं को निशाना बनाया जा रहा है। जैसे ही यह ऐप ओपन किया जाता है, यूजर को मुस्लिम कम्युनिटी की महिलाओं की अलग-अलग तस्वीरें नजर आती हैं। फिर यूजर इनमें से एक महिला की तस्वीर को Bulli Bai of the day चुनता है। इसके बाद उस महिला की बोली लगाई जाती है।
बोली लगाने के साथ ही पोस्ट में #BulliBai भी लिखा जाता है। यह दिनभर ट्रेंड करता है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस ऐप पर ऐसे महिलाओं को निशाना बनाया जा रहा है, जो कामयाब हैं और समाज में अपना मुकाम बना चुकी है। ऐसी महिलाएं जो सोशल मीडिया में बिंदास होकर अपनी बात कहती हैं और निडरता के साथ टिप्पणियां करती हैं।
6 महीने पहले आया था Sulli deals
Bulli Bai की तरह ही काम करने वाला एक और ऐप Sulli deals करीब 6 माह पहले आया था। इसके बारे में जुलाई महीने में पता लगा था। जब ऐप के कारण ट्वीटर पर डील्स ऑफ द डे ट्रेंड करने लगा था। इसके बाद मामले में दिल्ली पुलिस के FIR दर्ज करने के बाद GitHub को अपने प्लेटफार्म से Sulli deal app को हटाना पड़ा था।
किस प्लेटफॉर्म पर है उपलब्ध?
दरअसल यह ऐप Github नाम के एक प्लेटफार्म पर मौजूद है। इसी प्लेटफार्म पर पहले भी ऐसे ही नफरत फैलाने वाले ऐप लॉन्च किए जा चुके हैं। Github पर Bulli Bai से पहले Sulli deal ऐप पर भी बड़ी संख्या में मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरें शेयर की गईं थी और उनकी नीलामी करने की बात कही गई थी।
हजारों लोगों ने किया डाउनलोड
जैसे ही यह ऐप चर्चा में आया, इसे हजारों की संख्या में डाउनलोड किया गया। कई लोगों को जैसे ही पता चला, वे या तो इस बारे में कन्फर्म करने के लिए तो कुछ यह देखने के लिए कि क्या वाकई ऐसा हो रहा है।
क्या है सरकार का एक्शन?
जैसे ही यह चर्चा में आया, चारों तरफ इसे लेकर हंगामा मचा हुआ है। कई शहरों में इसे ब्लॉक करने की मांग सामने आने लगी। इसके बाद जब यह मुद्दा सरकार तक पहुंचा तो केंद्रीय सूचना तकनीक मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इसे लेकर जवाब दिया है। उनका कहना है, गिटहब प्लेटफार्म ने उस ऐप यूजर को ब्लॉक कर दिया है, जिसने इसे बनाया था। इसके अलावा कम्प्यूटर इमरजेंसी रेस्पॉन्स टीम और पुलिस कार्रवाई कर रहे हैं।
कैसे चर्चा में आया यह मामला?
शनिवार को एक महिला जर्नलिस्ट ने इस मामले को सोशल मीडिया पर उठाते हुए आपबीती साझा की। उन्होंने पोस्ट के जरिए बताया कि कैसे लोग उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहे हैं। Bulli Bai ऐप ने महिला जर्नलिस्ट की फोटो भी अपने प्लेटफार्म पर शेयर की है। इनके लिए लोग भद्दे कमेंट का प्रयोग कर रहे हैं।
महिला ने अपनी पोस्ट में जो स्क्रीनशॉट शेयर किया है उसका यूआरएल bullibai.github.io है, जो फिलहाल डिएक्टिवेट कर दिया गया है। न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, महिला पत्रकार की शिकायत पर सायबर पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज कर ली गई है।
क्या है Github?
आसान भाषा में समझें तो GitHub एक इंटरनेट होस्टिंग प्लेटफॉर्म है। जहां पर ऐप और सॉफ्टवेयर को डेवलप और लॉन्च किया जाता है। यह एक ओपन प्लेटफार्म में जहां यूजर को कई तरह के ऐप मिलते हैं। यह प्लेटफार्म यूजर्स को ऐप बनाने और उसे साझा करने की सुविधा देता है। इसकी शुरुआत 2008 में अमेरिका के सैनफ्रांसिस्को में हुई थी। अभी इसके सीईओ थॉमस डोमके हैं।
ऐसे हुई पहली गिरफ्तारी
मुंबई पुलिस साइबर सेल ने 'बुलीबाई' ऐप मामले में बेंगलुरु के एक 21 वर्षीय व्यक्ति को हिरासत में लिया है। इससे पहले महाराष्ट्र के गृहराज्य मंत्री सतेज पाटिल ने सोमवार को पुलिस को "बुली बाई" ऐप के डेवलपर्स के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया था जिसके बाद इस मामले में ये पहली बड़ी कार्रवाई है। मुंबई पुलिस साइबर सेल ने 'बुली बाई' ऐप मामले में बेंगलुरु से जिस 21 वर्षीय आरोपी को पकड़ा है वह एक इंजीनियरिंग छात्र है।