जोधपुर। नाबालिग से दुष्कर्म के आरोप में जोधपुर पुलिस ने आसाराम को 31 अगस्त 2013 को इंदौर में गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद से ही वह जेल में बंद हैं। इस दौरान उन्होंने जेल से बाहर आने का भरसक प्रयास किया लेकिन हर बार उन्हें निराशा ही हाथ लगी।
आसाराम ने इस मामले में राम जेठमलानी से लेकर सुब्रमण्यम स्वामी तक 30 वकीलों की फौज खड़ी कर दी थी। इन वकीलों में राम जेठमलानी, सुब्रमण्यम स्वामी, सलमान खुर्शीद, मुकुल रोहतगी, सोली सोराबजी और केटीएस तुलसी जैसे दिग्गज वकील शामिल हैं। इन वकीलों ने हर अदालत में जमानत के लिए भरसक प्रयास किया।
आसाराम 1660 दिन अब तक जेल में बिता चुके हैं। इस मामले का ट्रायल 1470 दिनों तक चला। 12 बार अदालतों ने उनकी जमानत याचिका को खारिज किया। 6 बार ट्रायल कोर्ट, तीन बार हाई कोर्ट और 3 बार सुप्रीम कोर्ट से उनकी जमानत याचिका खारिज की।
उल्लेखनीय है कि इंदिरा गांधी के हत्यारों, आतंकी अजमल आमिर कसाब और डेरा प्रमुख गुरमीत राम-रहीम के केस के बाद ये देश का चौथा ऐसा बड़ा मामला है, जब जेल में कोर्ट लगी और वहीं से फैसला सुनाया गया।