बुधवार, 8 अक्टूबर 2025
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. राष्ट्रीय
  4. Angered Every Indian PM Modi Speaks With CJI, Condemns Attack On Him
Last Updated :नई दिल्ली , सोमवार, 6 अक्टूबर 2025 (22:53 IST)

PM मोदी ने CJI बीआर गवई से की बात, सुप्रीम कोर्ट परिसर में हुए हमले पर जताई नाराजगी, बोले- हर भारतीय गुस्से में

CJI BR Gavai
सोमवार को सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस बीआर गवई पर जूता फेंकने की कोशिश की गई। आरोपी राकेश किशोर जो कि पेशे से वकील है उसे हिरासत में ले लिया गया है। मीडिया खबरों के मुताबिक जूता फेंकने की कोशिश से पहले वकील ने चिल्लाते हुए कहा कि सनातन का अपमान नहीं चलेगा।' अब इस पूरी घटना पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बयान भी सामने आया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सीजेआई गवई से बात भी की है। 
अधिवक्ता संगठनों और वकीलों ने सोमवार को अदालती कार्यवाही के दौरान एक वकील द्वारा भारत के प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) बीआर गवई की ओर कथित तौर पर जूता उछालने के प्रयास की कड़ी निंदा की। अधिवक्ता राकेश किशोर (71) ने सोमवार को एक अदालत कक्ष में कथित तौर पर न्यायमूर्ति गवई की ओर जूता उछालने की कोशिश की। अदालत कक्ष में मौजूद सतर्क सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत हस्तक्षेप किया और इस प्रयास को विफल कर दिया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक्स के ट्वीट में बताया कि भारत के मुख्य न्यायाधीश, न्यायमूर्ति बीआर गवई जी से बात की। आज सुबह सुप्रीम कोर्ट परिसर में उन पर हुए हमले से हर भारतीय में गुस्सा है। हमारे समाज में ऐसे निंदनीय कृत्यों के लिए कोई जगह नहीं है।' यह पूरी तरह निंदनीय है। मैंने ऐसी स्थिति का सामना करने में न्यायमूर्ति गवई द्वारा प्रदर्शित शांति की सराहना की। यह न्याय के मूल्यों और हमारे संविधान की भावना को मजबूत करने के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को उजागर करता है। 
कांग्रेस ने बताया संविधान पर हमला
कांग्रेस ने प्रधान न्यायाधीश न्यायमूर्ति बीआर गवई की ओर कथित तौर पर जूता उछालने की कोशिश की घटना की निंदा करते हुए सोमवार को कहा कि यह सिर्फ उन पर नहीं, बल्कि संविधान पर भी हमला है। मुख्य विपक्षी दल ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह इस मामले में चुप क्यों हैं।

बीसीआई ने किया निलंबित
भारतीय विधिज्ञ परिषद (बीसीआई) ने आरोपी वकील राकेश किशोर को सोमवार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। अदालती कार्यवाही के दौरान हुई इस अभूतपूर्व घटना से अविचलित रहे प्रधान न्यायाधीश ने अदालत के अधिकारियों और अदालत कक्ष में मौजूद सुरक्षाकर्मियों से इसे नजरअंदाज करने और राकेश किशोर नामक दोषी वकील को चेतावनी देकर छोड़ देने को कहा। एजेंसियां Edited by : Sudhir Sharma