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Written By भाषा
पुनः संशोधित बुधवार, 8 सितम्बर 2010 (23:49 IST)

पायलट की गलती से हुई विमान दुर्घटना

मंगलूर के पास मई माह में एयर इंडिया एक्सप्रेस हादसे की जाँच करने के लिए गठित कोर्ट ऑफ इनक्वायरी ने बुधवार को कहा कि पायलट की ‘गलती’ के कारण यह भयावह हादसा हुआ जिसमें 158 लोगों की मौत हो गई।

दुर्घटनाग्रस्त विमान के कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (सीवीआर) के प्राप्त आँकड़ों से पता चला है कि विमान का कप्तान गलत उड़ान पथ पर था और उसने उपचारात्मक कदम उठाने में देरी की, जबकि इस बारे में उसके सहयोगी पायलट ने आग्रह किया था।

यह बात नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) और बोइंग (विमान निर्माता) के अधिकारियों ने हादसे की जाँच कर रहे छह सदस्यीय कोर्ट ऑफ इनक्वायरी के समक्ष कही। गौरतलब है कि दो वर्ष पुराना यह विमान मंगलूर हवाई अड्डे के पास 22 मई को दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें 158 लोग मारे गए थे।

विमान के सीवीआर में 2.05 मिनट की रिकॉर्डिंग के इस बात के संकेत मिले हैं कि विमान के कंप्यूटर के चेतावनी दिए जाने के बाद भी कप्तान ने ध्यान नहीं दिया। उसने अपने सहयोगी पायलट की बात को भी अनसुना कर दिया।

सीवीआर के अंतिम कुछ सेकंड की रिकार्डिंग में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि हमारे पास रनवे बचा नहीं है और इसके बाद दुर्घटना जैसी उच्च ध्वनि सुनाई दी। कोर्ट ऑफ इनक्वायरी के समक्ष बोइंग के अधिकारियों ने कहा कि पायलट ने मंगलूर हवाई अड्डा पर पहुँचने के लिए सही मार्ग नहीं अपनाया था। (भाषा)