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Written By WD Feature Desk
Last Updated : शुक्रवार, 9 अगस्त 2024 (14:03 IST)

जुड़वां बच्चों को दूध पिलाने में आ रही हैं दिक्कतें, ये टिप्स कर सकती हैं मदद

जानिए जुड़वां बच्चों को दूध पिलाने और उन्हें पोषण दिलाने के लिए क्या है सही तरीका

Breastfeeding twins or Multiples babies
Breastfeeding twins or Multiples babies

Breastfeeding Multiples: ब्रेस्टफीडिंग या स्तनपान शिशुओं के पोषण का सबसे अच्छा तरीका माना जाता है। नवजात बच्चे से लेकर 6 महीने तक के शिशुओं को केवल मां का दूध पिलाने की सलाह दी जाती है।
हालांकि, जुडवां या उससे अधिक बच्चों (Twins and Triplets) को दूध पिलाना और उनकी देखभाल न्यू मदर्स के लिए मुश्किल हो सकता है। ऐसे में सभी बच्चों को दूध पिलाने और उन्हें पोषण दिलाने के लिए सही तरीके की जानकारी होनी चाहिए। आज इस आलेख में हम आपको एक से अधिक बच्चों को स्तनपान कराने से जुड़ी कुछ टिप्स और सही तरीके की जानकारी दे रहे हैं।ALSO READ: ब्रेस्ट फीडिंग की कौन सी पोजिशन में बच्चों को मिलते हैं ज्यादा फायदे

जुडवां या उससे अधिक बच्चों (Twins and Triplets) को दूध पिलाना और उनकी देखभाल न्यू मदर्स के लिए मुश्किल हो सकता है। ऐसे में सभी बच्चों को दूध पिलाने और उन्हें पोषण दिलाने के लिए सही तरीके की जानकारी होनी चाहिए।

आइये पहले जानते हैं कि शिशुओं को ब्रेस्टफीड कराने के क्या फायदे हैं।  (Benefits of breastfeeding babies)
  • बच्चों को पर्याप्त पोषण प्राप्त होता है।
  • मां और बच्चों के बीच इमोशनल बॉन्डिंग बढ़ती है।
  • फॉर्मूला फीड की तुलना में ब्रेस्टफीड कराना अधिक आसान और सुविधाजनक है।
  • माँ को डिलीवरी के बाद बढ़े वज़न को घटाने में मदद मिलती है।
 
जुड़वां या मल्टीपल बेबीज को दूध पिलाने में माँ को क्या परेशानियां हो सकती हैं : (Challenges of Breastfeeding Multiples)
  • समय की कमी के कारण मां को थकान हो सकती है।
  • मिल्क की सप्लाई कम हो सकती है।
  • दो या उससे अधिक बच्चों की देखभाल और उन्हें फीड कराना मां के लिए मानसिक और शारीरिक स्तर पर थकाऊ हो सकता है।
 
जुडवां बच्चों को सही तरीके से स्तनपान कराने के लिए इस तरह करे प्लानिंग (Strategies for Successful Breastfeeding)

रूटीन बनाएं
अपने सभी बच्चों के लिए एक फीडिंग शेड्यूल बनाएं। एक निश्चित समय पर एक बच्चे को दूध पिलाने से सभी बच्चों को फीड करना आसान होगा और आपको भी पर्याप्त समय मिलेगा।

लैचिंग और पोजिशनिंग का रखें ध्यान
बच्चे को फील कराने के लिए सही पॉस्चर और सही पोजिशन आपके लिए मददगार साबित हो सकता है। ऐसी स्थिति में बैठें जो आपके लिए अधिक सुविधाजनक हो। डबल क्रैडल होल्ड (double cradle hold), डबल फुटबॉल होल्ड ( double football hold) या कॉम्बिनेशन होल्ड (combination holds) जैसी स्थितियों को समझें और अपनी सुविधा के अनुसार बच्चों को फीड कराएं।

ब्रेस्ट पम्प का इस्तेमाल करें
मिल्क पम्प करना ना केवल आपकी मिल्क सप्लाई बढ़ाने में मदद करेगा बल्कि इससे आपको सभी बच्चों को दूध पिलाने में भी मदद होगी। सभी बच्चों के लिए मिल्क स्टोर करें ताकि उन्हें पर्याप्त पोषण मिल सके।

अपनी डाइट का रखें ख्याल
ब्रेस्टफीडिंग मदर्स को अपने खानपान का खास ख्याल रखना चाहिए। इसके लिए आप अधिक कैलोरी वाला फूड खाएं और दिन में जितना हो सके उतना अधिक पानी पीएं। इससे आपको हाइड्रेटेड रहने और खुद के लिए पोषण प्राप्त करने में आसानी होगी।

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