Gandhi Jayanti 2023 Theme: क्या है 'एक तारीख, एक घंटा, एक साथ' अभियान?
हर साल 2 अक्टूबर को गांधी जयंती मनाई जाती है और साथ ही इस दिन अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस भी मनाया जाता है जो कि 15 जून 2007 को संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित किया गया था। ब्रिटिश हुकूमत से आज़ादी दिलाने के लिए महात्मा गांधी का बहुत अहम योगदान था। साथ ही हर साल गांधी जयंती को अद्भुत तरीके से मनाया जाता है और इस साल भी विशेष तरीके को अपनाया गया है।
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने अपने 105वें 'मन की बात' संबोधन के दौरान सभी नागरिकों से महात्मा गांधी को 'स्वच्छांजलि' के साथ श्रद्धांजलि देने की अपील की। यह मेगा स्वच्छता अभियान 1 अक्टूबर 2023 को सार्वजनिक स्थानों पर वास्तविक गतिविधियों में शामिल होने के लिए सभी क्षेत्रों के लोगों को आमंत्रित करने के लिए किया गया है। चलिए जानते हैं गांधी जयंती 2023 के थीम (gandhi jayanti theme 2023) के बारे में..
'एक तारीख, एक घंटा, एक साथ' अभियान
'एक तारीख, एक घंटा, एक साथ' अभियान के बारे में आपने सुना तो होगा ही। आपको बता दें कि गांधी जयंती के अवसर पर यह एक विशाल स्वच्छता अभियान आयोजित किया जाएगा। यह पहल 'स्वच्छता पखवाड़ा-स्वच्छता ही सेवा' 2023 अभियान की एक कड़ी (series) है।
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी नागरिकों से 1 अक्टूबर को सुबह 10 बजे स्वच्छता के लिए 1 घंटे के श्रमदान की अपील की है। उन्होंने देश को संबोधित करते हुए कहा कि '1 अक्टूबर यानी रविवार को सुबह 10 बजे स्वच्छता पर एक बड़ा कार्यक्रम आयोजित होने जा रहा है। आप भी अपना थोड़ा सा समय देकर स्वच्छता से जुड़े इस अभियान में सहयोग करें। आप भी अपनी गली, पड़ोस या किसी पार्क, नदी, झील या किसी अन्य सार्वजनिक स्थान पर इस स्वच्छता अभियान में शामिल हो सकते हैं।'
कैसे ले सकते हैं इस अभियान में भाग?
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महात्मा गांधी ने भारत में स्वच्छता अभियान शुरू किया और लोगों को स्वच्छता के बारे में जागरूक किया।
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1 अक्टूबर यानि रविवार को इस अभियान में सभी क्षेत्रों के नागरिकों से बाजार, रेलवे ट्रैक, पर्यटन स्थलों व धार्मिक स्थानों आदि जैसे सार्वजनिक स्थानों की वास्तविक सफाई गतिविधियों में शामिल होने की अपील की है।
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हर शहर, ग्राम पंचायत, सरकार के सभी क्षेत्रों जैसे रेलवे, सूचना एवं प्रौद्योगिकी आदि और सार्वजनिक संस्थान नागरिकों के नेतृत्व में स्वच्छता कार्यक्रम करेंगे।
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यह मेगा स्वच्छता अभियान प्रमुख रूप से सार्वजनिक स्थानों को कवर करेगा। इस कड़ी में एनजीओ/आरडब्ल्यूए/प्राइवेट की मदद के लिए एक विशेष और समर्पित ऑनलाइन पोर्टल भी तैयार किया गया है।
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इस अभियान के लिए एक पोर्टल है जो व्यक्तियों और नागरिकों को स्वच्छता राजदूत के रूप में इस जन आंदोलन में शामिल होने के लिए भी आमंत्रित करेगा। लोग इस अभियान में भाग लेने के लिए अपनी तस्वीर खींच सकते हैं और पोर्टल पर अपलोड कर सकते हैं।
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साथ ही गांधी जयंती कार्यक्रम के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए घरेलू कचरा उठाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले वाहन भी घोषणा करेंगे।
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