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Last Updated :मुंबई , रविवार, 24 नवंबर 2024 (09:18 IST)

Maharashtra Election Results 2024 : महाराष्ट्र में महायुति ने जीती 230 सीटें, एमवीए 46 पर सिमटी, चुनाव परिणाम की खास बातें

Maharashtra Election Results 2024 : महाराष्ट्र में महायुति ने जीती 230 सीटें, एमवीए 46 पर सिमटी, चुनाव परिणाम की खास बातें - Maharashtra Assembly Election Results 2024 key points
Maharashtra Assembly Election Results 2024 : महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत महायुति गठबंधन ने प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में वापसी करते हुए 288 सदस्यीय विधानसभा की 230 सीटों पर जीत दर्ज की। कांग्रेस नीत महा विकास आघाडी (एमवीए) महज 46 सीटों पर सिमटकर रह गई।
 
चुनाव आयोग ने घोषणा की कि भाजपा ने 132 सीटें जीती हैं, शिवसेना ने 57 सीटें जीती हैं जबकि राकांपा को 41 सीटें मिली हैं। एमवीए में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के उम्मीदवारों ने 10 सीटें जीतीं, कांग्रेस ने 16 सीटें जीतीं जबकि शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) ने 20 सीटें जीतीं।
कांग्रेस ने शनिवार को उपचुनाव के आए नतीजे में महाराष्ट्र की नांदेड़ लोकसभा बरकरार रखी है, जहां उसके उम्मीदवार रवीन्द्र चव्हाण ने भाजपा के संतूकराव हम्बर्डे को 1457 मतों से हराया। भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने नागपुर दक्षिण पश्चिम सीटें पर शानदार जीत हासिल की।
मोदी ने फडणवीस को अपना 'परम मित्र' बताया : दिल्ली में शनिवार रात भाजपा मुख्यालय में अपने भाषण में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने फडणवीस को अपना 'परम मित्र' बताया। मोदी ने कहा कि महाराष्ट्र ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं, यह पिछले 50 वर्षों में किसी भी पार्टी या चुनाव पूर्व गठबंधन की सबसे बड़ी जीत है।
 
ऐसी खबरें थीं कि नए मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण समारोह सोमवार को दक्षिण मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में हो सकता है, जहां 10 साल पहले फडणवीस ने मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। शनिवार को आए महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के विजेताओं में भाजपा के कालिदास कोलंबकर शामिल हैं जिन्होंने वडाला निर्वाचन क्षेत्र में शिवसेना (यूबीटी) की श्रद्धा जाधव को 24,973 से हराया और लगातार 9वीं बार विधायक बने।
 
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस और अजित पवार ने अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में जीत हासिल की जबकि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पृथ्वीराज चव्हाण और बालासाहेब थोराट अपने-अपने क्षेत्रों में हार गए। राज्य कांग्रेस इकाई के अध्यक्ष नाना पटोले ने साकोली सीटें से 208 मतों से जीत दर्ज की। विधानसभा में विपक्ष के नेता कांग्रेस के विजय वडेट्टीवार ने ब्रह्मपुरी से भाजपा के उम्मीदवार कृष्णलाल सहारे को 13971 मतों से हराया।
 
अन्य दलों से विजयी उम्मीदवारों की संख्या इस प्रकार है: समाजवादी पार्टी के 2 उम्मीदवारों ने जीत हासिल की, जन सुराज्य शक्ति के 2, राष्ट्रीय युवा स्वाभिमान पार्टी के 1, राष्ट्रीय समाज पक्ष के 1, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के 1, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के 1, किसान और श्रमिक पार्टी ऑफ इंडिया के 1, राजर्षि शाहू विकास आघाडी के 1 और 2 निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत हासिल की।
 
शिंदे ने कहा कि विधानसभा चुनाव के नतीजे ऐतिहासिक थे और ये यह दिखाते हैं कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और शिवसेना किसकी पार्टी है। फडणवीस ने कहा कि मुख्यमंत्री पद को लेकर कोई विवाद नहीं है और महायुति के नेता इस मुद्दे पर मिलकर फैसला करेंगे।
 
उन्होंने कहा कि नतीजों से पता चलता है कि राज्य प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का समर्थन करता है। उन्होंने महिला मतदाताओं को भी धन्यवाद दिया। फडणवीस ने कहा कि फर्जी बयानबाजी करने और धर्म के आधार पर मतदाताओं का ध्रुवीकरण करने के विपक्ष के प्रयासों को जनता ने नाकाम कर दिया।
गृहमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता अमित शाह ने फडणवीस को फोन किया और महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में पार्टी के शानदार प्रदर्शन के लिए उन्हें बधाई दी। फडणवीस के करीबी सूत्रों ने बताया कि शाह ने फोन करके उन्हें चुनावों में पार्टी के शानदार प्रदर्शन के लिए बधाई दी।
 
देवेंद्र फडणवीस की मां सरिता फडणवीस ने भी महायुति के प्रदर्शन पर खुशी जताई और अपने बेटे को प्रधानमंत्री मोदी का पसंदीदा बताया। 'लाडकी बहिन' पर उन्होंने कहा कि मेरी कोई बेटी नहीं है, लेकिन इस योजना के जरिए अब मुझे कई बेटियां और उनकी शुभकामनाएं मिल गई हैं।
 
महायुति में भाजपा ने 149 सीटों पर चुनाव लड़ा, शिवसेना ने 81 सीटों पर और अजित पवार के नेतृत्व वाली राकांपा ने 59 सीटों पर उम्मीदवार उतारे। एमवीए गठबंधन में कांग्रेस ने 101, शिवसेना (यूबीटी) ने 95 और राकांपा (एसपी) ने 86 उम्मीदवार उतारे। 
 
विश्वासघात की राजनीति हारी : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कहा कि हालिया चुनावों में विकास के संदेश की जीत हुई है जबकि कांग्रेस और उसके सहयोगियों द्वारा फैलाया गया झूठ और विश्वासघात की राजनीति को हार का सामना करना पड़ा है।
 
यहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) मुख्यालय में पार्टी नेताओं एवं कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि महाराष्ट्र चुनाव और विभिन्न राज्यों में हुए उपचुनावों में विभाजनकारी ताकतों, नकारात्मक राजनीति और वंशवाद की हार हुई है।
 
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के लोगों ने स्थिरता के लिए मतदान किया है और अस्थिरता पैदा करने की कोशिश करने वालों को सबक सिखाया है। प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि महाराष्ट्र चुनाव से एकता का संदेश मिला है और 'एक हैं तो सुरक्षित हैं' के नारे को समर्थन हासिल हुआ है।
 
मोदी ने यह भी कहा कि वह झारखंड के लोगों के सामने नतमस्तक हैं और भाजपा राज्य के विकास के लिए और अधिक उत्साह से काम करेगी। उन्होंने कहा कि एक हैं तो सुरक्षित हैं का नारा पूरे देश के लिए 'महामंत्र' बन गया है और इसने उन लोगों को दंडित किया है जो देश को जाति और धर्म के आधार पर बांटना चाहते थे। उन्होंने कहा कि समाज के सभी वर्गों ने भाजपा को वोट दिया है।
 
मोदी ने कहा कि कांग्रेस और उसके तंत्र ने सोचा था कि संविधान के नाम पर झूठ फैलाकर वे अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी) और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) को छोटे-छोटे समूहों में बांट सकते हैं। यह उनके मुंह पर जोरदार तमाचा है।
 
प्रधानमंत्री ने कहा कि लोगों ने विभाजनकारी तत्वों को धूल चटा दी है। कांग्रेस और उसके सहयोगी देश के बदलते मूड को समझने में विफल रहे हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि मतदाता अस्थिरता नहीं चाहते हैं और वे राष्ट्र प्रथम में विश्वास करते हैं तथा 'कुर्सी प्रथम' का सपना देखने वालों को पसंद नहीं करते।
 
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के मतदाताओं ने कर्नाटक, तेलंगाना और हिमाचल प्रदेश जैसे अन्य राज्यों में किए गए झूठे वादों के आधार पर भी कांग्रेस का मूल्यांकन किया। मोदी ने कहा कि महाराष्ट्र में न तो उनके झूठे वादे काम आए और न ही उनका खतरनाक एजेंडा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र चुनाव यह भी दर्शाता है कि भारत में केवल एक संविधान चलेगा और वह संविधान देश के लोगों को बी.आर. अंबेडकर ने दिया था। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और उसके सहयोगी दल जम्मू-कश्मीर में संविधान के अनुच्छेद 370 की दीवार खड़ी करने की फिर से कोशिश कर रहे हैं।
 
मोदी ने कहा कि मैं कांग्रेस और उसके सहयोगियों से यह कहना चाहता हूं कि दुनिया की कोई भी ताकत अनुच्छेद 370 बहाल नहीं कर सकती और हमारे संविधान का अपमान नहीं कर सकती। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों ने वफ्क बोर्ड समेत विभिन्न मुद्दों पर दोहरा चरित्र दिखाया है।(भाषा) Edited by: Sudhir Sharma