Whistleblower का दावा, कमलनाथ सरकार गिराने के लिए कांग्रेस विधायकों को घूस की पेशकश की गई
इंदौर। मध्यप्रदेश के व्यापमं घोटाले के व्हिसलब्लोअर डॉ. आनंद राय ने भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा के कथित स्टिंग ऑपरेशन का वीडियो बुधवार को सोशल मीडिया पर जारी किया। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि मिश्रा ने राज्य की कमलनाथ नीत कांग्रेस सरकार को गिराने के एवज में कुछ कांग्रेस विधायकों को 100-100 करोड़ रुपए की घूस और मंत्री पद की पेशकश की थी।
राय ने अपने फेसबुक अकाउंट पर 'हॉर्स ट्रेडिंग : बीजेपी एक्सपोज्ड' शीर्षक से कथित स्टिंग ऑपरेशन का वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा- 'जनमत को खरीदने की कोशिश हुई नाकाम, 100 करोड़ रुपए और मंत्री पद का लालच भी हमारा ईमान नहीं खरीद पाया।'
व्यापमं घोटाले का भंडाफोड़ करने वाले राय ने ऐसे वक्त यह वीडियो जारी किया, जब कमलनाथ सरकार समर्थक विधायकों की खरीद-फरोख्त की कोशिशों के आरोपों से सूबे की सियासी सरगर्मियां बढ़ी हुई हैं।
राय ने इस वीडियो को प्रामाणिक बताते हुए कहा कि वे मिश्रा से मुलाकात की ऑडियो-विजुअल सामग्री की किसी भी एजेंसी से जांच कराने को तैयार हैं। हालांकि व्हिसलब्लोअर द्वारा जारी वीडियो की प्रामाणिकता की अभी स्वतंत्र तौर पर तसदीक नहीं हो सकी है जबकि सूबे के प्रमुख विपक्षी दल भाजपा ने उनके आरोपों को खारिज करते हुए दावा किया है कि उन्होंने जाली तरीके से यह ऑडियो-विजुअल सामग्री तैयार की है।
राय ने यहां से बातचीत में दावा किया कि यह वीडियो दिल्ली के चाणक्यपुरी इलाके के मध्यप्रदेश भवन के एक कमरे का है, जो पिछले साल भाजपा नेता नरोत्तम मिश्रा से मेरी मुलाकात के दौरान खुफिया कैमरे से रिकॉर्ड किया गया था।
उन्होंने संबंधित विधायकों का नाम लिए बगैर कहा कि प्रदेश में कांग्रेस के 4 विधायक ऐसे हैं, जो मेरे संपर्क में रहते हैं। हर विधायक को 4 किस्तों में 100-100 करोड़ रुपए की घूस और मंत्री पद की पेशकश के साथ भाजपा के पाले में लाने के लिए मिश्रा ने अपनी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के इशारे पर दिल्ली में मुझसे मुलाकात की थी ताकि कमलनाथ सरकार को गिराया जा सके।
व्हिसलब्लोअर ने दावा किया कि उन्होंने मिश्रा के कथित स्टिंग ऑपरेशन का वीडियो इसलिए जारी किया ताकि सूबे के मतदाता यह 'सच्चाई' जान सकें कि जनमत को खरीदने की कोशिशें कमलनाथ सरकार के गठन के तत्काल बाद शुरू हो गई थीं।
उधर प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता उमेश शर्मा ने कहा कि सोशल मीडिया पर राय का पोस्ट किया गया वीडियो फर्जी है, जो पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा की छवि को नुकसान पहुंचाने के लिए जारी किया गया है। शर्मा ने राय पर पलटवार करते हुए आरोप लगाया कि वे राजनीतिक धूर्तता में माहिर हैं और कूट कला, अवसरवादिता और निर्लज्ज सौदेबाजी में पारंगत प्रजाति में उनका अग्रणी स्थान है।