फिल्म विश्लेषक स्व. श्रीराम ताम्रकर पर दो दिवसीय कार्यक्रम
इंदौर। सांस्कृतिक संचालनालय मध्यप्रदेश द्वारा सुप्रतिष्ठित फिल्म विश्लेषक और संपादक श्रीराम ताम्रकर का स्मरण करते हुए इंदौर में बुधवार से दो दिवसीय विचार गोष्ठी का आयोजन हो रहा है।
श्रीराम ताम्रकर को सिनेमा का चलता फिरता एनसाइक्लोपीडिया कहा जाता है। उन्होंने फिल्म पत्रकारिता को गंभीरता प्रदान की। उन्होंने न केवल लोगों को यह सिखाया कि फिल्म कैसे देखी जानी चाहिए बल्कि विश्वविद्यालय में फिल्म को पढ़ाया जाने वाला विषय भी बनाया।
उन्होंने 13 दिसंबर 2014 को अंतिम सांस ली। सिनेमा के प्रति यह उनका प्यार ही था कि वे अपने नेत्रों का दान कर गए ताकि नहीं रहने के बाद भी उनकी आंखें फिल्म देखती रहें।
कार्यक्रम का शुभारंभ बुधवार सुबह कृष्ण कुमार आष्ठाना, सत्यनारायण व्यास और प्रभु जोशी ने किया। इस अवसर पर 'इंदौर में फिल्म सोसायटी एवं फिल्म संस्कृति' पर चर्चा होगी।
आज दोपहर तीन बजे 'सिनेमा और समाज' विषय पर संवाद का आयोजन किया गया है। इसमें वेबदुनिया के संपादक जयदीप कर्णिक के साथ ही मनमोहन चड्डा और अनिल चौबे भी भाग लेंगे। कार्यक्रम में आज शाम 5 बजे श्रीराम ताम्रकर पर लघु फिल्म का प्रसारण किया जाएगा। इसके बाद सिनेमा : शिक्षा और समझ विषय पर चर्चा होगी। इसमें डॉ. एके सिंह, डॉ. चंदन गुप्ता, डॉ. अनुराधा शर्मा और डॉ. दीपमाला गुप्ता भाग लेंगे। शाम सात बजे ख्यात निर्देशक विमल राय की फिल्म परख का प्रदर्शित की जाएगी।
गुरुवार सुबह 11 बजे सत्यजीत रे द्वारा निर्देशित फिल्म सद्गति का प्रदर्शन होगा। इसके बाद सिनेमा : नई सदी और उसके दो दशक विषय पर डॉ. अनिल चौबे का व्याख्यान होगा। शाम 5 बजे जीवन में गूंजता फिल्म संगीत विषय पर संजय पटेल का उद्बोधन होगा। शाम साढ़े पांच बजे जयप्रकाश चौकसे 'शशि कपूर बड़े कद का अनुज' विषय पर अपने विचार व्यक्त करेंगे। इसके बाद इस्माइल मर्चेंट द्वारा निर्देशित फिल्म इन कस्टडी दिखाई जाएगी।