लोकायुक्त छापा, 2 करोड़ का आसामी निकला अफसर
इंदौर। लोकायुक्त पुलिस ने मध्यप्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन के स्थानीय निकाय के एक आला अधिकारी के ठिकानों पर बुधवार को छापे मारे और उसकी 2 करोड़ रुपए से ज्यादा मूल्य की बेहिसाब संपत्ति का खुलासा किया।
लोकायुक्त पुलिस की उज्जैन इकाई के अधीक्षक गीतेश गर्ग ने बताया कि उज्जैन नगर निगम के अतिरिक्त आयुक्त रवीन्द्र कुमार जैन के खिलाफ शिकायत मिली है कि उन्होंने भ्रष्ट तरीकों से बड़े पैमाने पर संपत्ति अर्जित की है। इस शिकायत पर उनके उज्जैन और इंदौर स्थित घरों पर छापे मारे गए।
उन्होंने बताया कि जैन वर्ष 1983 से प्रदेश सरकार की सेवा में हैं। उन्होंने वेतन और आय के अन्य वैध जरियों से अब तक लगभग 1 करोड़ रुपए कमाए हैं, जबकि लोकायुक्त पुलिस के छापों में उनकी 2 करोड़ रुपए से ज्यादा मूल्य की चल-अचल संपत्ति का खुलासा हुआ है।
गर्ग ने बताया कि लोकायुक्त पुलिस के छापों से पता चला कि जैन की बेहिसाब संपत्ति में इंदौर में फ्लैट, तीन मंजिला हॉस्टल और वाणिज्यिक परिसर शामिल हैं। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जैन के घर से लगभग 3 लाख रुपए की नकदी बरामद की गई है। उनके और उनके परिवार वालों के करीब 10 बैंक खातों की जानकारी भी मिली है। गर्ग ने बताया कि विस्तृत जांच और मूल्यांकन के बाद सरकारी अधिकारी की बेहिसाब संपत्ति का आंकड़ा बढ़ सकता है। (भाषा)