सीहोर के कुबेरेश्वर धाम में रुद्राक्ष लेने में मची भगदड़ में 1 की मौत, 3 महिलाएं लापता, कई घायल, लाखों लोगों की भीड़ से इंदौर-भोपाल हाईवे पर 20 किमी जाम
सीहोर। मध्यप्रदेश के सीहोर जिले में स्थित कुबेश्वर धाम ( Kubereshwar Dham) भगदड़ मच गई। खबरों के मुताबिक इसमें कई लोग घायल हो गए हैं। खबरों के मुताबिक भगदड़ और धक्का-मुक्की के बीच महाराष्ट्र की 52 वर्षीय महिला की मौत हो गई। शव को पोस्टमार्टम के लि सीहोर जिला अस्पताल भेजा गया है। दरअसल, कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा (pandit pradeep mishra) के कुबेरेश्वर धाम में गुरुवार से रुद्राक्ष वितरण कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है।
इसे लेने के लिए लाखो लोग उमड़े थे। इस कुबेश्वर धाम में 16 से 21 फरवरी के बीच हर दिन 24 घंटे 30 काउंटरों से रुद्राक्ष बांटे जाएंगे। सात दिन में करीब 24 लाख रुद्राक्ष बांटने का लक्ष्य रखा गया है। इसकी पुष्टि खुद पं. प्रदीप मिश्रा ने की है। मीडिया खबरों के अनुसार देश से तकरीबन 10 लाख से ज्यादा लोग यहां पहुंच गए, जिस कारण सारे इंतजाम फेल हो गए।
रुद्राक्ष लेने के लिए लोगों की भगदड़ मच गई खबरों के मुताबिक मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (shivraj singh chouhan) कुबरेश्वर धाम जाने वाले थे, लेकिन सुरक्षा कारणों के कारण उनका दौरा निरस्त कर दिया। बढ़ती भीड़ को देखते हुए ये बुधवार शाम से ही रुद्राक्ष बांटना शुरू कर दिया था। लेकिन आज हालात बेकाबू हो गए। खबरों के अनुसार प्रशासन ने कहा कि एक दिन में 5 लाख लोगों की संभालने की व्यवस्था थी, लेकिन बताया जा रहा है कि 10 लाख से ज्यादा लोग आने से सारी व्यवस्थाएं फेल हो गईं। खबरों के मुताबिक छत्तीसगढ़ के भिलाई, राजस्थान के गंगापुर और महाराष्ट्र के बुलढाणा की रहने वाली 3 महिलाएं लापता हो गई हैं। खबरों के मुताबिक रुद्राक्ष महोत्सव में मध्यप्रदेश के अलावा हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली, गुजरात, महाराष्ट्र सहित देश के अन्य राज्यों से भी लोग आ रहे हैं।
रुद्राक्ष से बीमारियां दूर होने का दावा : पंडित प्रदीप मिश्रा अपनी कथाओं में रुद्राक्ष से बीमारियों के दूर होने का दावा करते हैं। वे अपनी कथाओं में उन लोगों के पत्र भी पढ़ते हैं, जिन्होंने अपनी बीमारी को इस रुद्राक्ष से दूर किया। उनके अनुसार इस रुद्राक्ष को पानी में डाल देना चाहिए और उस पानी को पीना चाहिए। इससे सभी परेशानियां दूर हो जाती हैं। यदि नक्षत्र खराब हो तो वे भी ठीक हो जाते हैं। बीमारी सहित हर संकट दूर हो जाता है।
व्यवस्थाएं हुईं ध्वस्त : 10-10 घंटे धूप में खड़े रहने से आए भीड़ को देखते हुए प्रशासन के इंतजाम ध्वस्त हो गए। भक्तों ने शिकायत की कि छाया के लिए कोई इंतजाम नहीं है। 10-10 घंटे धूप में रहने से लोग बीमार भी हो रहे हैं। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सहित दो हजार लोगों को इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है।
बुधवार को धाम महादेव के दर्शन के लिए 2 किमी तक की लंबी लाइनें लगी हुई हैं। भारी भीड़ के कारण कुबेरेश्वर धाम से इछावर रोड तक 7 किमी लंबा जाम लगा हुआ है। एक स्थान पर एक साथ लाखों लोगों की वजह से मोबाइल टावरों पर ज्यादा लोड हो गया। इस कारण मोबाइल नेटवर्क भी फेल हो गया। बिछड़े लोग भी एक-दूसरे को ढूंढ नहीं पा रहे।
20 किमी का लगा जाम : भीड़ उमड़ने से भोपाल-इंदौर हाईवे पर 20 किलोमीटर का जाम लग गया। कुबेरेश्वर धाम से चौपाल सागर होते हुए भोपाल की ओर लंबा ट्रैफिक जाम रहता है। इतना लंबा जाम लगने के बाद भी श्रद्धालुओं का आना जारी है। कुबेरेश्वर धाम में लगातार भोपाल और इंदौर से लोग आ रहे हैं। एजेंसियां