2 साल के बेटे को बचाने के लिए बाघ से भिड़ी मां, बच्चे को जबड़े सें जिंदा छुड़ाया
बाघ से लड़ने वाली मां की हालत गंभीर, इलाज के लिए जबलपुर रेफर
भोपाल। मध्यप्रदेश के उमरिया जिले में एक मां अपने 2 साल के बच्चे को बचाने के लिए बाघ से भिड़ गई। करीब 15 मिनट से निहत्थी लड़ी मां ने बाघ के जबड़े से बेटे को छुड़ा लिया। पूरा मामला उमरिया जिले के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के माला बीट का है। टाइगर रिजर्व के राजस्व क्षेत्र के कक्ष क्रमांक पी- 348 में ग्राम रोहनिया निवासी 25 वर्षीया अर्चना चौधरी अपने 2 वर्षीय बेटे रविराज को लेकर शौच के लिए गई थी, तभी बाघ ने अचानक हमला कर दिया। बाघ के अचानक हमले में अर्चना तो बच गई लेकिन उसके 2 साल के बेटे को बाघ ने अपने जबड़े में दबा लिया।
बेटे को बाघ के जबड़े में देख निहत्थी मां बाघ से भिड़ गई और बेटे को बाघ के जबड़े से छुड़ा लिया। हलांकि बाघ से संघर्ष में मां बुरी घायल हो गई और उसके कमर, हाथ और पीठ में बाघ के नाखून के गहरे घाव हो गए। बाघ से भिड़ने के दौरान अर्चना की चीख-पुकार सुन कर मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने वन विभाग को सूचना दी जिसके बाद मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने घायल मां को पहले मानपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भर्ती कराया जहां प्राथमिक उपचार के बाद 108 एम्बुलेंस की मदद से जिला अस्पताल भेज दिया गया जहां इलाज के दौरान हालत गंभीर होने के कारण जबलपुर रेफर कर दिया गया।
वहीं फारेस्ट अधिकारी राम सिंह मार्को के मुताबिक घटना की सूचना मिलने पर तत्काल मानपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए जिसके महिला की हालत गंभीर होने पर जबलपुर रेफर कर दिया गया है। वहीं घटना की सूचना पर कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव घायल मां बेटे को देखने जिला अस्पताल पहुंचे। इस दौरान उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर ग्रामीणों की जानवारों से सुरक्षा करने निर्देश दिने की बात कही।