मेघा परमार अब बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ अभियान की ब्रांड एंबेसडर नहीं
Madhya Pradesh News : माउंट एवरेस्ट फतह करने वाली मेघा परमार (Megha Parmar) के कांग्रेस में शामिल होने के बाद मध्य प्रदेश ने उन्हें बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ अभियान के ब्रांड एंबेसडर के पद से हटा दिया। संचालनालय महिला और बाल विकास मध्यप्रदेश ने बुधवार को एक आदेश जारी कर मेघा को पद से विमुक्त कर दिया।
कांग्रेस में शामिल होने के बाद मेघा परमार ने माउंट एवेरस्ट (Mount Everest) फतह करने का पूरा क्रेडिट प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ को दिया था। मेघा ने कहा था कि कमलनाथ नहीं होते तो शायद मैं माउंट एवरेस्ट फतह नहीं कर पाती क्योंकि माउंट एवेरस्ट को फतह करने के लिए 25 लाख रुपए की जरुरत थी।
मेघा ने कहा कि अपने 15 महीने की सरकार में कमलनाथ ने फिल्मी अभिनेत्रियों की जगह किसान की बेटी को बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान की ब्रांड एंबेसडर बनाया। उन्होंने 2019 में यूरोप की सबसे ऊंची चोटी माउंट एलब्रेस पर तिरंगा फहराकर देशवासियों को बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का संदेश भी दिया था।
मेघा इछावर सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ सकती है। फिलहाल इच्छावर में भाजपा के कद्दावर नेता और पूर्व मंत्री करण सिंह वर्मा विधायक हैं। इस सीट पर कांग्रेस नेता शैलेंद्र सिंह पटेल भी दावेदारी कर रहे हैं जो 2018 के चुनाव में करण सिंह वर्मा से चुनाव हारे थे।
उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश में 2023 के अंत में चुनाव होने जा रहे हैं। यहां भाजपा और कांग्रेस में सीधा मुकाबला है।