Success Story: पेट्रोल पंप कर्मचारी के बेटे प्रदीप सिंह के IAS बनने की कहानी उन्हीं की जुबानी
संघ लोकसेवा आयोग ने साल 2019 का रिजल्ट घोषित कर दिया है। इंदौर के रहने वाले प्रदीप सिंह ने मात्र 23 साल की उम्र में 26 वीं रैंक हासिल कर IAS बनने का सपना साकार किया है।
'वेबदुनिया' से एक्सक्लूसिव बातचीत में IAS प्रदीप सिंह ने बताया है कि अखिल भारतीय सेवा के लिए उनका यह दूसरा प्रयास था। प्रदीप बातचीत में कहते हैं कि इससे पहले वह 2108 में अपने पहले प्रयास में मात्र एक नंबर से IAS बनने से चूक गए थे और 93 वीं रैंक हासिल की थी। प्रदीप वर्तमान में भारतीय राजस्व सेवा के अधिकारी और नागपुर में पदस्थ है।
'वेबदुनिया' से बातचीत में प्रदीप सिंह अपने पारिवारिक पृष्ठिभूमि के बारे में बताते हुए कहते हैं कि उनका प्रारंभिक जीवन काफी संघर्ष में बीता। परिवार में सबसे छोटे प्रदीप के पिता एक पेट्रोल पंप पर कर्मचारी थे और करीब 32 साल तक वहां कर्मचारी के तौर पर नौकरी की।
प्रदीप सिंह अपनी सफलता का पूरा श्रेय अपने पिता को देते हुए कहते हैं कि जब वह बारहवीं क्लास में थे तभी तय कर लिया था कि वह IAS बनेंगे। प्रदीप सिंह ने अपने प्रारंभिक पढ़ाई गुजराती समाज के स्कूल से की थी। प्रदीप अपनी सफलता का श्रेय अपने बड़े भाई को भी देते है जो प्राइवेट जॉब करते है।