कभी ट्रक क्लीनर था, अब भय्यू महाराज का उत्तराधिकारी...
आध्यात्मिक गुरु महाराज की आत्महत्या उनको लेकर एवं उनके करीबियों को लेकर नए-नए खुलासे हो रहे हैं। महाराज के सुसाइड नोट के बाद एक और जानकारी बाहर आई है, जिसमें उन्होंने विनायक नामक एक व्यक्ति को अपना उत्तराधिकारी बनाया है। हालांकि भय्यू महाराज की खुदकुशी के बाद कई ऐसे सवाल भी हैं, जिनका जवाब अभी मिलना शेष है।
महाराज ने डायरी के पन्ने पर लिखा है- 'विनायक मेरे विश्वासपात्र हैं, सब प्रॉपर्टी, बैंक एकाउंट, इंवेस्टमेंट अदि की जिम्मेदारी वही संभालें। किसी को तो परिवार की ड्यूटी करनी जरूरी है, तो वही करेगा। मुझे उस पर विश्वास है। मैं कमरे में अकेला हूं और सुसाइड नोट लिख रहा हूं। किसी के दबाव में आकर नहीं लिख रहा हूं, कोई इसके लिए जिम्मेदार नहीं है।
पहले जो एक पत्र सामने आया था, उसमें भय्यू महाराज ने लिखा था कि मैं बहुत तनाव में दुनिया छोड़ रहा हूं। उसमें उनके दस्तखत भी थे, लेकिन इस पत्र में कहीं उनके हस्ताक्षर दिखाई नहीं दे रहे हैं।
कौन है विनायक : विनायक राव लंबे समय से महाराज से जुड़ा हुआ था। बताया जाता है कि महाराज से जुड़ने से पहले विनायक ट्रक पर क्लीनर का काम करता था और नंदानगर में निवास करता था। कई बार महाराज ने अपने अनुयायियों के बीच इस बात का उल्लेख किया था कि देखो, यह ट्रक क्लीनरी करता था, लेकिन अब मेरे साथ है।
विनायक निजी सेवक के रूप में महाराज के साथ था। सोमवार को भी भय्यू महाराज के साथ पुणे जा रहा था। मीडिया को विनायक ने बताया कि घर से निकलते समय ही महाराज तनाव में नजर आ रहे थे। यात्रा के दौरान जब भी कोई फोन आता, वह विचलित हो जाते थे। हालांकि यह संयोग नहीं था। महाराज ने कई अपराधियों को भी पुनर्वास के तहत अपने कई प्रकल्पों में महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां सौंपी थीं। कैदियों के बीच भी उन्होंने काफी काम किया था।