Last Modified: भोपाल ,
बुधवार, 23 सितम्बर 2009 (11:54 IST)
सरकार जुटी सस्ती शकर की कवायद में
राज्य सरकार आसमान छूती कीमतों से आम लोगों को राहत दिलाने के लिए राशन दुकानों से रियायती दरों पर कंट्रोल फ्री शकर बेचने की कवायद में जुटी है तो शकर व्यापारियों के हड़ताली तेवरों को देख लोगों पर शकर मोह सवार हो गया है।
शकर व्यापारियों के 1 अक्टूबर से हड़ताल के ऐलान के बाद राजधानी सहित प्रदेश के अन्य इलाकों में शकर की खपत बढ़ गई है। दो दिनों में इसमें 30 से 35 फीसद इजाफा हुआ है। हड़ताल के ऐलान ने एक तरफ आम लोगों ने तो दूसरी तरफ छोटे व्यापारियों ने शकर स्टॉक करना शुरू कर दिया है।
इसी हायतौबा के बीच सरकार बाजार से कम दर पर शकर बेचने की कवायद में जुटी है। यह कंट्रोल फ्री शकर उचित मूल्य की राशन दुकानों के मार्फत बिकेगी। इसे कोई भी उपभोक्ता खरीद सकेगा। इसके लिए सरकार की हरी झंडी मिलते ही खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति निगम शकर की खरीदी के लिए टेंडर बुलाने की प्रक्रिया शुरू कर देगा। निगम के अधिकारियों के मुताबिक ब्राजील के एक व्यापारी ने इसमें रुचि भी दिखाई है।
खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति राज्यमंत्री पारस जैन ने कहा कि प्रस्ताव पर विचार चल रहा है। शकर 25 रुपए किलो में पड़ेगी तो इसे लागू किया जा सकता है। टेंडर सभी पक्षों का परीक्षण करने के बाद जारी किए जाएँगे।
मुख्यमंत्री ने चेताया : शकर को लेकर बढ़ती कीमत और किल्लत को देखते हुए मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने अफसरों की बैठक ली। हड़ताल पर आमादा व्यापारियों के बारे में मुख्यमंत्री ने सरकार का नजरिया साफ करते हुए कहा कि व्यापारियों को हम परेशान नहीं होने देंगे, लेकिन जमाखोरी को भी सरकार बर्दाश्त नहीं करेगी।