ख्वाब हो तुम या कोई हकीकत....
मानसी
हैलो दोस्तो! समंदर ऊपर से कितना शांत दिखता है। उसके बेहद गहरे भीतरी तले पर कितनी हलचल, कितनी रंगीनी है, बाहर से देखने वाले को पता ही नहीं चलता है। ऊपरी तौर पर उसके खामोश हरे-नीले रंग से सुकून का भ्रम होता है। एक इनसानी जिंदगी भी दूसरों को लगभग उसी प्रकार का भान कराती है पर आश्चर्य तब होता है जब दूसरों के अनुमान की तरह ही हमारी अपनी सोच भी अपने बारे में वैसी ही होती है। हमारे भीतर किस प्रकार की ख्वाहिशें पल रही हैं, कैसी बेचैनी अंगड़ाई ले रही है, कई बार खुद हमें भी इसका अहसास नहीं होता है। यदि कभी कभार उसका भान होता भी है तो महज एक ख्वाब की तरह, जिसे हम कभी भी हकीकत में देखने की आशा नहीं करते हैं। पर, जीवन में कभी कोई घटना ऐसी घटती है कि वह सपना अपना साकार रूप लेकर हमारे सामने प्रकट हो जाता है और हमें झकझोर कर कहता है कि हम तुम्हारे साथ ही मौजूद हैं, हमारे बारे में तुम्हें सोचना पड़ेगा। ठीक ऐसे ही एक सपनीली हकीकत से रूबरू होना पड़ा है प्रदीप तोमर (बदला हुआ नाम) को। बेहद शांत, अल्पभाषी, अनुशासित प्रदीप का सुख-चैन उस समय खो गया जब उसे अचानक अहसास हुआ कि वह एक स्कूल की साथी को पसंद करता है और प्यार करता है। स्कूल की पढ़ाई समाप्त करने के बाद जब प्रदीप एक पहाड़ी स्थान स्थित अपने घर और स्कूल से जब दिल्ली आने लगे तो उन्हें सपने में वह क्लासमेट नजर आई जो उसे छोड़कर नहीं जाने के लिए गुहार कर रही थी और उसके सामने अपने प्रेम का इजहार कर रही थी। नींद टूटने पर प्रदीप को अहसास हुआ कि वह सपना देख रहा था पर, उस सपने ने उसे कुछ सोचने और कदम उठाने पर मजबूर कर दिया। उसने दिल्ली जाने से पहले उस लड़की से उसका मन जानना चाहा और अपने एक दोस्त से उसे पत्र भिजवाया। पर, कोई जवाब नहीं आया। तब उसने उसे फोन किया पर उस क्लासमेट ने उसकी इस भावना पर हैरानी जताई। उसने कहा कि वह इतना गंभीर और अच्छा छात्र रहा है इसलिए वह इस बातचीत व पत्र का बुरा नहीं मान रही है वरना वह इसे गलत नजरिए से देखती। ऐसे जवाब के बाद प्रदीप दिल्ली चले आए पर अब प्रदीप के लिए जीना मुश्किल हो गया है। वह दिन-रात उस लड़की को ही याद करता रहता है। उसका कॅरियर और निजी जीवन दोनों बर्बादी की ओर चल पड़ा है।प्रदीप जी, एक ख्वाब ने आपके जीवन में इतनी तबाही मचा दी, यह सुनकर किसी को यकीन नहीं होगा। दरअसल यह कोई सपना नहीं था बल्कि आपकी दिली ख्वाहिश थी जिसे आपने अपने भीतर सालों-साल दबाकर रखा था। वह आपकी क्लासमेट नहीं थी जो सपने में आपके सामने रो रही थी बल्कि आपकी अपनी हार्दिक इच्छा थी जो उस लड़की का रूप धारण कर आपसे इस विषय को धरातल पर लाने की गुहार कर रही थी।
उस आकर्षण और पसंद को लेकर जो प्रश्न आपके मन के भीतर छुपे थे, जिसे आप खुली आँख स्वीकार नहीं करना चाहते थे, वह सपने में आकर आपसे जवाब तलब करना चाहते थे ताकि अपना घर-स्कूल छोड़ने के पहले आप सच्चाई जान सकें। यूँ कहें कि अपनी इच्छाओं को दबाने का, उसे अनदेखा करने का यह अंतिम पड़ाव था। इसके बाद आपका मन और दबाव बर्दाश्त नहीं कर सकता, आपके मन को इस बोझ से निकलना ही था।प्रदीप जी, चूँकि आप एक गंभीर व्यक्ति हैं इसलिए यह घटना आपके जीवन को इतना प्रभावित कर रही है। आपने अपनी पढ़ाई, स्कूली अनुशासन, बड़ों का आदर-सम्मान, अपने समकक्षों के साथ तमीज व तहजीब को हमेशा गंभीरता से लिया। शराफत के कारण कभी अपनी मन की बात अपनी जुबान पर नहीं आने दी। अपना संयत आचरण बनाए रखा। बेशक ये सब सराहनीय हैं। पर, ऐसे व्यक्तित्व की जो खूबी है वही उसकी खामी भी है। आप हर अहसास से बहुत गहराई से जुड़ जाते हैं जिसके कारण वहाँ बेइमानी की गुंजाइश नहीं रहती है। एक चालाक व्यक्ति छल-कपट करता हुआ जीवन में आगे निकल भागता है पर एक सच्चा इंसान अपने हर अहसास, एक्शन का संपूर्ण जवाब चाहता है। किसी की मेहनत की कमाई कोई धुर्त लूट ले जाए तो उसे जितनी तकलीफ हो सकती है वह हेराफेरी की कमाई के लुट जाने से नहीं होगी।आपकी तकलीफ यह भी है कि आपको ऐसी लड़की से क्यों प्यार हुआ जिसे आपकी कद्र नहीं है। आपको केवल उस लड़की को नहीं पाने का दुख नहीं है बल्कि आपका अनुमान गलत निकला, आपकी छवि गलत समझी गई, इस बात का भी मलाल है। दरअसल आप अपनी बहुत इज्जत करते हैं और आपको गुमां नहीं था कि आपसे ऐसा कुछ भी होगा जिसकी सराहना नहीं की जाएगी। यह सारा दुख इसलिए भी अधिक पीड़ादायक हो गया है।प्रदीप जी, आपने कुछ गलत नहीं किया है। आपका पत्र लिखना और पूछना एक सच्चे और गंभीर व्यक्तित्व की निशानी है। आप अपने जीवन में जो कुछ करेंगे वह बहुत ही शानदार होगा। आप शान से घर जाएँ और स्कूल के दोस्तों व शिक्षकों से मिलें। कॅरियर में कभी ऐसा भी होता है कि हम चाहते हैं कुछ पर अनेक कारणवश किसी और क्षेत्र में हमें सफलता मिलती है। कई बार रिश्तों के मामले में भी ऐसा ही होता है। अभी जिंदगी पड़ी है और जैसा आपका व्यक्तित्व है आपको बेहतरीन दोस्त मिलेगी जिसे आपका मूल्य समझ में आएगा। किसी किताब के अच्छे शीर्षक और आकर्षक जील्द को देखकर यह नहीं कह सकता कि उसका विषय और लेखनी भी उसे पसंद आएगी। पुस्तक के बारे में विचार बनाने के लिए उसे पढ़ना जरूरी है। आपने जिस लड़की को जाना-समझा नहीं, केवल देखा है उसके बारे में क्या दुख मनाना। अपने कॅरियर पर ध्यान दें- हसीन भविष्य आपका इंतजार कर रहा है।