किसने कहा पीएम नरेन्द्र मोदी को 'फेकूपंथी संप्रदाय' का सरगना
नई दिल्ली। सत्रहवीं लोकसभा के चुनाव में प्रचार के दौरान एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप के दौरान नेताओं की भाषा का स्तर पहले के चुनावों की तुलना में कहीं नीचे गिरा है।
राजधानी दिल्ली की सात लोकसभा सीटों पर 12 मई को होने वाले चुनाव से पहले जहां गर्मी अपना प्रकोप दिखाने में पीछे नहीं है वहीं नेताओं की बोली भी अपना रंग दिखा रही है और आम आदमी पार्टी (आप) ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘फेंकूपंथी’ (डींगमार) संप्रदाय का सरगना करार दिया है।
आप का यह बयान मोदी की बुधवार को रामलीला मैदान में भाजपा के सातों उम्मीदवारों के पक्ष में आयोजित चुनाव रैली में आप पर की गई उस टिप्पणी पर आया है, जिसमें उसके ‘नाकामपंथी’ मॉडल को दिल्ली के लोगों की दुर्दशा का जिम्मेदार बताया गया है।
आप के तेज तर्रार नेता और राज्यसभा सांसद संजयसिंह ने कहा कि अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली दिल्ली सरकार ‘नाकामपंथी’ नहीं बल्कि ‘कर्मपंथी’ सरकार है।
पार्टी के कार्यालय में सिंह ने कहा कि हम नाकामपंथी नहीं, कर्मपंथी सरकार हैं। हमारे प्रधानमंत्री फेंकूपंथी संप्रदाय के प्रमुख हैं। मोदी ने बुधवार को जो कुछ कहा उसमें झूठे आरोपों के अलावा सच्चाई किंचित मात्र भी नहीं है।
उन्होंने सत्रहवीं लोकसभा के लिए हो रहे चुनाव को ‘फेंकूपंथी संप्रदाय और कर्मपंथी’ के बीच की लड़ाई बताया। उन्होंने कहा कि 12 मई को दिल्ली की सात सीटों पर मतदान ‘फेंकूपंथी’ के खिलाफ ‘कर्मपंथी’ के पक्ष में होगा। भाजपा पर दिल्ली के लोगों से धोखा करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा“ वर्षों से आप दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा देने की बातें करते आ रहे हैं। पिछले आम चुनाव में मोदी ने स्वयं दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा देने का वादा किया था किंतु कल की रैली में वह इस पर एक शब्द भी नहीं बोले।
कांग्रेस पर भी दिल्ली के पूर्ण राज्य के दर्जे के मसले पर हमला करते हुए सिंह ने प्रधानमंत्री के नाकामपंथी आरोप पर केजरीवाल सरकार के पिछले चार वर्षों के दौरान किए गए विभिन्न कार्यों को गिनाया।
उन्होंने कहा कि मोदी अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए आप सरकार पर झूठे आरोप मढ़ रहे हैं। केंद्र सरकार की तरफ से तमाम बाधाएं खड़ी करने के बावजूद केजरीवाल सरकार ने जो काम किए हैं उसकी आपको जानकारी नहीं है।