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Written By DW
Last Modified: बुधवार, 24 जुलाई 2024 (07:52 IST)

चीन रिटायरमेंट की उम्र क्यों बढ़ाना चाहता है?

चीन रिटायरमेंट की उम्र क्यों बढ़ाना चाहता है? - china to allow delayed retirement to combat population woes
चीन धीरे-धीरे रिटायरमेंट की उम्र बढ़ाएगा, जिससे लोगों को लंबे समय तक काम करने की अनुमति मिल सके। चीन पेंशन बजट पर बढ़ते दबाव को कम करने के लिए संघर्ष कर रहा है।
 
चीनी सरकार ने बढ़ती बुजुर्ग आबादी और घटते कार्यबल को देखते हुए रिटायरमेंट की उम्र में क्रमिक बढ़ोतरी की घोषणा की है। सेवानिवृत्ति सुधारों के तहत लोगों के पास विकल्प होगा कि वे कब रिटायर हों।
 
चीन में वर्तमान रिटारयमेंट की उम्र अन्य देशों की तुलना में अपेक्षाकृत कम है। बढ़ती बुजुर्ग आबादी और घटती सेवानिवृत्ति की उम्र के कारण चीन के कई प्रांत पहले से ही अपने पेंशन बजट में कमी का सामना कर रहे हैं।
 
सुधारों की जरूरत क्यों पड़ी?
इन सुधारों की फौरन जरूरत है, क्योंकि चीन में जीवन प्रत्याशा 1960 में लगभग 41 वर्ष से बढ़कर 2021 में 78 साल हो गई, जो अमेरिका से अधिक है। 2050 तक इसके 80 साल से अधिक होने की संभावना है।
 
चीन की जन्मदर 2023 में लगातार दूसरे साल गिरी। 2022 में हर एक हजार लोगों पर चीन में 6।77 बच्चों का जन्म हुआ, जो अब तक की सबसे कम जन्मदर थी। 2021 में यह जन्मदर 7।52 रही थी।
 
21 जुलाई को प्रकाशित हुए प्रमुख नीति दस्तावेज में बढ़ती बुजुर्ग आबादी और घटती जन्मदर की समस्याओं से निपटने की योजनाएं भी शामिल हैं। चीनी अधिकारियों ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स को बताया कि इन सुधारों का कार्यान्वयन सावधानीपूर्वक और चरणबद्ध तरीके से 2029 तक पूरा किया जाएगा।
 
कर्मचारी तय कर पाएंगे रिटायरमेंट की उम्र
देश में पुरुषों के लिए मौजूदा रिटायरमेंट की उम्र 60 साल है, जो अधिकांश विकसित देशों की तुलना में पांच से छह वर्ष कम है। दफ्तर की नौकरियों (व्हाइट कॉलर जॉब्स) में महिलाओं के लिए रिटायरमेंट की उम्र 55 साल है, जबकि कारखाने की नौकरियों में महिलाओं के लिए यह 50 वर्ष है।
 
इससे पहले नीति निर्माताओं ने पिछले दो सालों में कई बार सेवानिवृत्ति की उम्र बढ़ाने का इरादा जाहिर किया, लेकिन यह  पहली बार होगा कि कर्मचारी खुद तय कर सकेंगे कि वे कितने समय तक काम करना जारी रखना चाहते हैं।
 
चीनी स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक 2035 तक देश में 60 वर्ष और उससे अधिक उम्र के लोगों की संख्या 28 करोड़ से बढ़कर 40 करोड़ से अधिक हो जाएगी। यह संख्या ब्रिटेन और अमेरिका की मौजूदा संयुक्त जनसंख्या के बराबर होगी।
 
संकट में पेंशन सिस्टम
संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (यूएनएफपीए) के एक वरिष्ठ सलाहकार माइकल हरमन का कहना है कि बूढ़ी होती आबादी और सिकुड़ते कार्यबल के कारण अधिकांश देशों ने पेंशन फंड की सुरक्षा के लिए रिटायरमेंट की उम्र बढ़ा दी है।
 
उन्होंने कहा, "यह एक मानक नीतिगत साधन है और इसे धीरे-धीरे लागू करना बहुत उपयोगी है। यह महत्वपूर्ण है कि हम इसे लचीले तरीके से करें।" हरमन ने बताया कि कर्मचारियों को पार्ट टाइम, घर से काम करने या खास परियोजनाओं पर काम करने के मौके मिलने चाहिए।
 
फिलहाल, चीन में प्रत्येक सेवानिवृत्त व्यक्ति को पांच कर्मचारियों (1:5) के योगदान से वित्तीय सहायता मिलती है। यह अनुपात पिछले दशक की तुलना में आधा हो गया है और मौजूदा चलन के मुताबिक यह 2030 में 4-से-1 और 2050 में 2-से-1 की ओर बढ़ रहा है।
 
अर्थशास्त्री भी मौजूदा पेंशन प्रणाली को अस्थिर बताते हैं और सुधार की जरूरत पर जोर देते हैं। देश के 31 प्रांतीय स्तर के प्रशासनों में से 11 का पेंशन बजट पहले से ही घाटे में है। चाइनीज एकेडमी ऑफ साइंसेज का अनुमान है कि सिस्टम 2035 तक भुगतान करने में सक्षम नहीं होगा।
एए/सीके (रॉयटर्स)
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