राज और रवि के कहर के कारण इंग्लैंड Under 19 फाइनल में 189 रनों पर समेटा
भारतीय गेंदबाजों ने अंडर 19 विश्वकप में एक बार फिर अपना जलवा बरकरार रखा और इंग्लैंड को 44.5 ओवर में 189 रनों पर समेट दिया। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी इंग्लैंड की टीम इसका फायदा नहीं उठा पायी और मामली स्कोर पर फाइनल में सिमट गई। भारतीय गेंदबाजी की जितनी तारीफ की जाए कम है। दक्षिण अफ्रीका से हुए पहले मैच से ही भारतीय गेंदबाजी ने एक इकाई के रूप में अपना काम किया और सामने वाली टीम के बल्लेबाजी क्रम को ध्वस्त करते चले गए।
यश धुल की कप्तानी वाली भारतीय टीम ने इंग्लैंड को दूसरे ही ओवर में झटका दिया जब रवि ने जैकब बेथेल (दो) को सस्ते में आउट किया । शुरूआती झटके के बावजूद जॉर्ज थॉमस ने राजवर्धन हंगरगेकर के अगले ओवर में एक छक्के और दो चौकों समेत 14 रन निकाले । रवि ने एक बार फिर भारत को सफलता दिलाते हुए इंग्लैंड के कप्तन टॉम प्रेस्ट को पवेलियन भेजा । प्रेस्ट खाता भी नहीं खोल सके और इंग्लैड के दो विकेट चौथे ओवर में 18 रन पर निकल गए।रवि ने पहले दो ओवर में दो विकेट लिये।
दूसरे छोर पर थॉमस ने आक्रामक बल्लेबाजी जारी रखते हुए रवि को दो चौके लगाये। हंगरगेकर ने पहले स्पैल में 19 रन दिये जिसके बाद भाारतीय कप्तान धुल ने गेंदबाजी में बदलाव किया । उन्हें कामयाबी भी मिल जाती लेकिन बावा की गेंद पर स्लिप में कौशल ताम्बे ने थॉमस का कैच छोड़ा।
इंग्लैंड को इस समय पर बड़ी साझेदारी की जरूरत थी लेकिन वह बन नहीं रही थी। बावा ने थॉमस को खराब शॉट खेलने पर मजबूर किया और गेंद कवर पर धुल के हाथों में गई।
इंग्लैंड का स्कोर 11वें ओवर में तीन विकेट पर 37 रन था। स्कोर 50 रन होने से पहले विलियम लक्सटन ने बावा की गेंद पर विकेट के पीछे कैच दे दिया। जॉर्ज बेल को बावा ने विकेट के पीछे दिनेश बाना के हाथों लपकवाया ।
इसके बाद रेहान अहमद ने बावा की गेंद पर पहली स्लिप में ताम्बे को कैच दिया। आफ स्पिनर ताम्बे ने एलेक्स हर्टोन को धुल के हाथों लपकवाया । उस समय इंग्लैंड 100 रन से सात रन पीछे थी।इंग्लैंड एक वक्त पर 91 रनों पर 7 विकेट गंवा चुका था।
हालांकि इसके बाद रियू और सेल्स के बीच में 96 रनों की साझेदारी हुई। लेकिन एक बेहतरीन कैच के बाद रियू 95 रनों पर आउट हो गए। जेम्स ने 116 गेंदों पर 12 चौकों की मदद से 95 रन बनाये। राज ने 34 रन देकर 5 तो रवि ने 31 रन देकर 4 विकेट लिए। 1 विकेट स्पिनर कौशल को को मिला जिन्होंने 29 रन दिए।
इस विश्व कप में यह पहला मौका है जब इंग्लैंड की टीम आलआउट हुई है।भारत को यह खिताब जीतने के लिए 190 रन बनाने हैं।