बुधवार, 24 अप्रैल 2024
  • Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. व्यापार
  3. समाचार
  4. कोविड 19 के दौरान व्यक्तिगत वित्त व्यवस्था सीखें
Written By
Last Updated : गुरुवार, 29 अक्टूबर 2020 (18:54 IST)

कोविड 19 के दौरान व्यक्तिगत वित्त व्यवस्था सीखें

Personal Finance | कोविड 19 के दौरान व्यक्तिगत वित्त व्यवस्था सीखें
हर्षद चेतनवाला
 
जिंदगी के सबसे बड़े सबक संकट के दौरान ही सीखे जाते हैं और कोविड-19 महामारी शायद सबसे खराब परिस्थितियों में से एक है जिसका हमने अब तक सामना किया है। इसने हमारे जीवन, स्वास्थ्य, गतिशीलता, प्रगति, अवसरों और वित्तीय स्थिति को प्रभावित किया। यह वह सीख है जिससे हम भविष्य में और मजबूत और बेहतर बनकर इस संकट से निकाल सकते हैं।
 
इतिहास हमें बताता है कि संकट के दौरान ही अच्छी सीख विकसित होती है। कोविड-19 महामारी के दौरान पिछले 6 महीनों से हम जो सीख रहे हैं, उससे बेहतर उदाहरण नहीं हो सकता। इसने हम सभी को प्रभावित किया है। आप जो भी हैं, जहां भी रहते हैं और आप जो भी करते हो लेकिन निस्संदेह इस महामारी ने लगभग सभी की वित्तीय स्थिति को चोट पहुंचाई है। हम जानते हैं कि इससे धीरे-धीरे ही उभर सकते हैं। यह सोच हमारे लिए गलत होगी कि भविष्य में ऐसा नहीं होगा। यह सब सुधरने में समय लगेगा, तब तक एक सकारात्मक सोच के साथ इस सीख को अपने व्यक्तिगत वित्तीय व्यवस्था और निवेश में ढालने की जरूरत है।
भविष्य में यह सुनिश्चित करना होगा कि हम अपनी वित्तीय व्यवस्था को बेहतर तरीके नियंत्रण में रख सकें ताकि संकट के दौरान हमारा जीवन कम प्रभावित हो। इसके लिए महामारी में 4 सबसे बड़ी व्यक्तिगत वित्त सीख है, जो आपकी वित्तीय स्थिति अच्छी तरह से व्यवस्थित कर सकती है, जैसे कि आपात निधि को सुरक्षित रखें, अपने और अपने परिवार के लिए सही चिकित्सा और जीवन कवर लें, बेहतर व्यवस्थित और संगठित बचत और निवेश करें, बजट बनाएं और अपने खर्चों को सही प्राथमिकता दें।
 
आपात निधि की सुरक्षा जब आपकी जो मासिक आय जो आप कमाते हैं, वह रुक सकती है, कम हो सकती है या निकट भविष्य में बिलकुल न बढ़े, जैसी कि महामारी के दौरान हुआ है और यह भविष्य में भी हो सकता है। भले ही अपनी आय कुछ भी हो, परंतु आपात निधि को रखना पहली और शायद सबसे बड़ी सीख हमें कोविड-19 में मिली है। बैंक खाते या लिक्विड फंडों में न्यूनतम 6 महीने के अनिवार्य खर्चों को अलग रखने की रणनीति होनी चाहिए, क्योंकि आपात निधि जरूरत के समय बेहद उपयोगी हो सकती है। अधिक महत्वपूर्ण बात यह कि इससे कठिन समय के दौरान मन की शांति बनी रहती है। ये फंड आपकी आय के लिए उपलब्ध होंगे। आपात निधि की आवश्यकता वर्तमान महामारी, आपकी वित्तीय स्थिति और आपके अनुभव पर निर्भर करती है।
 
पर्याप्त कवर रखें कोविड-19 से पीड़ित अथवा सुरक्षित इससे पहले लोगों द्वारा कभी भी सही बीमा कराने की आवश्यकता महसूस नहीं हुई थी। जिस तरह से इस महामारी की फैलने की क्षमता है, यह किसी को भी हो सकती है। यह जोखिम दर्शाती है कि हमें बीमाकृत होना कितना जरूरी है। पर्याप्त चिकित्सा (स्वास्थ्य) बीमा सुनिश्चित करता है कि आप भविष्य में अपने या अपने परिवार के स्वास्थ्य सेवा की जरूरतों से समझौता नहीं करेंगे अथवा आप होनी जमा-पूंजी खो देंगे या अपने स्वास्थ्य या जरूरतों से समझौता कर लेंगे। हालांकि, हम उन भाग्यशाली लोगों में से हैं, जो इस महामारी से हर रोज लड़ रहे हैं। पर इस बात पर भी गौर करें कि ऐसे भी लोग हैं, जो दुर्भाग्य से यह लड़ाई हार गए हैं। उनके परिवारों को हुए नुकसान की भरपाई तो नहीं की जा सकती, परंतु वित्तीय नुकसान को उचित जीवन बीमा से बदला जा सकता है। इसलिए आप भी अपने वर्तमान बीमा कवर की समीक्षा कर सकते हैं जिससे यह सुनिश्चित होगा कि आप और आपके परिवार को भविष्य में वित्तीय संकट से बचाया जा सकें।
 
सही बचत और निवेश इस संकट के दौरान बचत और निवेश उन लोगों के लिए मददगार साबित हुए जिन्हें कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। लिक्विडिटी (चलनिधि) के हिसाब से किसी भी पोर्टफोलियो में 2 तरह के निवेश होते हैं- एक, जो आसानी से निकाल (लिक्विड) लें और दूसरा, जिसमें लॉक-इन हो या जिसे निकालना थोड़ा मुश्किल हो। आपके पोर्टफोलियो में भी लिक्विड और लॉक-इन निवेश का सही मिश्रण होना चाहिए जिससे कि आप जरूरत के समय कुछ रुपए आसानी से निकाल सकें। वरना आपके पास जरूरत के समय पैसा तो होगा लेकिन उस समय आप इसका उपयोग नहीं कर पाएंगे अगर आपका निवेश कम लिक्विड या लॉक-इन में है।
 
पर्सनल लोन से बचें : कर्ज आपकी वित्तीय व्यवस्था को सबसे अधिक चोट पहुंचाता है विशेष रूप से पर्सनल लोन। एक और सीख मिली है कि पर्सनल लोन से बचना चाहिए या जल्द से जल्द इसे चुकाकर बंद कर देना चाहिए। बहुत से लोग जिन्होंने लोन लिया हुआ था, वह मोरेटोरियम (ऋण स्थगन) को चुनता है जिससे कि वो नियमित खर्चों और जरूरतों को पूरा कर सके। बजट और प्राथमिकता वाले व्यय में जिन लोगों के खर्च जरूरत से ज्यादा थे और उनके पास उचित बजट नहीं था, उन्हें महामारी के दौरान बहुत मुश्किल समय से गुजरना पड़ा है।
 
बजट बनाएं : आप भविष्य में होने वाले खर्चों के अनुसार एक उचित बजट बना सकते हैं। भोजन, चिकित्सा और बच्चों से संबंधित खर्च जैसे अनिवार्य खर्च हमारी प्राथमिकता हो सकते हैं, जबकि जीवनशैली के खर्चों पर पुनर्विचार किया जा सकता है। इसका मतलब यह नहीं है कि जीवन को आनंद देने वाली चीजों को आप बंद कर दें, लेकिन उसके लिए एक अलग से बजट रखें।  यह जो हमें सीख मिली है, वो आपको सुनिश्चित करेगी कि आप अपने खर्चों को नियंत्रित करें। पिछले 6 महीनों के आपके क्रेडिट कार्ड विवरण आपके प्रमाण हैं। यदि आपने अपने खर्चों को अच्छी तरह से नियंत्रित किया है तो आपके पास अपने बजट को प्राथमिकता देने की क्षमता होगी।
 
बहुमूल्य सीख : इस महामारी, अनिश्चित और मुश्किल समय में बहुत-सी बहुमूल्य सीख ने जन्म लिया है। 
हमने पहले भी कई तरह की चुनौतियों का सामना किया हुआ है, उसी तरह से इस चुनौती का भी सामना करेंगे और अच्छा समय वापस आएगा। जब चीजें सामान्य होगी तो हमें गौर करना होगा कि हम इस सीख को अपनी व्यक्तिगत वित्तीय व्यवस्था पर कैसे लागू करते हैं? कैसे हम अपने वित्तीय लक्ष्यों को अच्छे से पूरा करते हैं, जो यह तय करेगा कि भविष्य में कोविड-19 जैसे संकट से पार पाएंगे।
(लेखक माय वेल्थ ग्रोथ कंपनी के को-फाउंडर हैं)