Lal Kitab Rashifal 2026: वर्ष 2026 में मकर राशि वाले यदि दूसरे राहु और दसवें केतु के फेर से बच जाते हैं तो पूरा वर्ष बेहतर रहेगा। हालांकि बृहस्पति छठे से निकलकर जब सातवें भाव में गोचर करेगा तब हालात सही हो जाएंगे। यदि आप सही दिशा में पराक्रम करते हैं तो तीसरे भाव का शनि वैसे अच्छा फल दे सकता है। चलिए अब जानते हैं मकर राशि का वार्षिक भविष्यफल विस्तार से।
मकर राशि वर्ष 2026 में मुख्य 4 ग्रहों की गोचर स्थिति (2026):-
1. बृहस्पति: जनवरी से मई तक बृहस्पति छठे भाव में रहकर नौकरी में अधिक काम, जिम्मेदारी, रोग और शत्रुओं को सक्रिय करेंगे। इस दौरान पेट या लिवर संबंधी समस्याएं हो सकती हैं और कर्ज लेना शुभ नहीं होगा। जून से अक्टूबर तक बृहस्पति सातवें भाव में आकर विवाह, दांपत्य जीवन, साझेदारी और सामाजिक मान-सम्मान में वृद्धि करेगा। अक्टूबर के बाद गुरु के आठवें भाव में जाने से स्वास्थ्य के प्रति सतर्कता ज़रूरी होगी, लेकिन यह गोचर पैतृक संपत्ति, बीमा या ससुराल पक्ष से अचानक धन लाभ भी दे सकता है।
2. शनि: पूरे साल शनि तीसरे भाव में रहकर आपके पराक्रम और साहस को बढ़ाएंगे। सफलता विलम्ब से मिलेगी, लेकिन यह मेहनत का फल सुनिश्चित करेगी। छोटे भाई-बहनों से संबंधित मामलों में जिम्मेदारी बढ़ सकती है। शनि की दृष्टि के कारण शिक्षा, प्रेम, संतान, और वैवाहिक जीवन के कुछ पहलुओं पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है, जिससे सतर्क रहना होगा।
3. राहु: राहु दूसरे भाव में रहने के कारण धन संचय को मुश्किल बना देगा। आपकी वित्तीय स्थिति अस्थिर रह सकती है, और अत्यधिक लाभ या नुकसान का जोखिम बना रहेगा। किसी भी प्रकार का ऑनलाइन फ्रॉड भी हो सकता है। राहु के प्रभाव से वाणी कठोर या भ्रमित करने वाली हो सकती है, जिससे परिवार के सदस्यों के बीच मतभेद बढ़ सकते हैं। मुख के रोग, आंखों की समस्या या दृष्टि में कमी हो सकती है, इसलिए स्वास्थ्य पर ध्यान दें।
4. केतु: केतु आठवें भाव में होने से आपकी रुचि शोध, ज्योतिष, तंत्र या गूढ़ विज्ञान में बढ़ेगी जिसके चलते समय बर्बाद होगा। यह गोचर पैतृक संपत्ति या विरासत से संबंधित मामलों में अचानक बदलाव ला सकता है, और बीमा/पेंशन जैसे अप्रत्यक्ष स्रोतों से लाभ मिलेगा, लेकिन इसके लिए मेहनत करनी होगी। स्वास्थ्य में जननांगों से संबंधित समस्या की संभावना हो सकती है। दुर्घटनाओं से बचने के लिए वाहन चलाते समय अत्यधिक सावधानी रखें।
लेख के अंत में: जरूर पढ़ें लाल किताब का सबसे खास उपाय जो आपका जीवन बदल सकता है।
मकर राशि करियर और व्यवसाय: Capricorn Lal kitab job and business 2026:-
1. नौकरी: वर्ष की शुरुआत में 6ठे भाव का गुरु नौकरीपेशा लोगों के लिए अधिक काम और जिम्मेदारी के हालात पैदा कर सकता है। आपको अपनी कड़ी मेहनत से शत्रुओं पर विजय प्राप्त होगी और हालांकि कोर्ट-कचहरी के मामलों में राहत मिलेगी। छोटी दूरी की यात्राएं करियर के लिए लाभदायक हो सकती हैं। हालांकि सातवें भाव का गुरु और तीसरे भाव का शनि सबकुछ ठीक कर देगा।
2. व्यवसाय: सातवें भाव के बृहस्पति के कारण व्यापार में साझेदारों से सहयोग मिलेगा, और नई एवं लाभदायक साझेदारियाँ शुरू हो सकती हैं, जिससे सामाजिक मान-सम्मान में वृद्धि होगी। आपको अपने प्रयासों में सफलता विलम्ब से मिलेगी, लेकिन स्थाई होगी।
3 शत्रु: छठे गुरु और दूसरे राहु के कारण आपके गुप्त शत्रु बहुत रहेंगे। हालांकि तीसरे भाव का शनि आपके पराक्रम और साहस को बढ़ाएगा और शत्रुओं को पराजित करेगा।
4. चुनौती: आपको दूसरे भाव के राहु और अष्टम भाव के केतु के कारण पारिवारिक परेशानी उठाना पड़ सकती है। आपको इसके उपाय करना चाहिए।
मकर राशि लाल किताब आर्थिक स्थिति और धन: Capricorn Lal kitab financial status 2026
1. आय का स्रोत: जून से 7वें भाव के गुरु के गोचर के कारण आर्थिक स्थिरता आ सकती है। फिर 8वें भाव का गुरु जून से अक्टूबर तक आपको पैतृक संपत्ति, बीमा या अचानक धन लाभ के माध्यम से लाभ दे सकता है, लेकिन यह साथ ही फालतू के खर्चे भी बढ़ाएगा। आपको जून से पहले ही खर्चों पर नियंत्रण रखते हुए धन संचय की आदत बनानी होगी। धन भाव में राहु है जो लाभ और हानि दोनों ही काम कर सकता है।
2. निवेश: आपको चांदी में निवेश करना चाहिए या फिर कोई फ्लैट खरीदना चाहिए। आप दोनों ही काम कर सकते हैं।
3. सावधानी: लाल किताब चेतावनी देती है कि यदि आप अपने परिवार और धन संपत्ति पर ध्यान नहीं देंगे तो नुकसान उठा सकते हैं। आपको राहु और केतु के उपाय करना चाहिए।
मकर राशि प्रेम संबंध, संतान और पारिवारिक जीवन: Capricorn Lal kitab Love and Family Relationships 2026:-
1. पारिवारिक सुख: राहु के द्वितीय भाव में होने के कारण परिवार के सदस्यों के बीच भ्रम और मतभेद बढ़ सकते हैं। आपकी वाणी कठोर या अत्यधिक बढ़ा-चढ़ाकर बोलने वाली हो सकती है, जिससे रिश्ते प्रभावित होंगे। कुछ जातकों को परिवार से दूर रहना पड़ सकता है। हालांकि तीसरे भाव का शनि छोटे भाई-बहनों से संबंधित मामलों में जिम्मेदारी बढ़ाएगा।
2. दाम्पत्य/प्रेम संबंध: विवाह और दांपत्य जीवन के लिए जून से अक्टूबर का समय सर्वश्रेष्ठ रहेगा। अविवाहितों के विवाह के प्रबल योग बनेंगे। दांपत्य जीवन में मधुरता, आपसी समझ और खुशहाली आएगी। हालांकि तीसरे भाव के शनि की दृष्टि पंचम भाव पर है, जिससे प्रेम संबंधों में गंभीरता या सतर्कता की जरूरत रहेगी।
3. संतान पक्ष: तीसरे शनि की पंचम भाव पर दृष्टि के चलते आपको संतान या शिक्षा से जुड़े मामलों में जिम्मेदारी महसूस हो सकती है। हालांकि गुरु का साथ मिलेगा तो समस्या का समाधान हो सकता है।
4. टिप: आपको अपने परिवार के प्रति संवेदनशील बने रहकर समझदारी से व्यवहार करना होगा। बेहतर होगा कि आप बृहस्पति के उपाय करें।
मकर राशि लाल किताब सेहत और शिक्षा: Capricorn Lal kitab Health and Education 2026:-
1. सेहत: 8वें भाव के गुरु और दूसरे भाव के राहु के कारण सेहत संबंधी परेशानी खड़ी हो सकती है। खासकर पेट या लिवर संबंधी समस्याएं।
2. शिक्षा: शनि के कारण शिक्षा में रुकावट आ सकती है। इसके लिए आपको नित्य हल्दी का तिलक लगाना चाहिए और अपनी पढ़ाई के प्रति एकदम से गंभीर रहना चाहिए। लापरवाही भारी पड़ सकती है।
3. उपाय: आपको प्रतिदिन हनुमान चालीसा का पाठ करना होगा और सुबह जल्दी उठकर कसरत करना या पैदल चलना होगा।
मकर राशि के लिए लाल किताब के सटीक उपाय 2026: Lal Kitab Remedies 2026 for Capricorn:-
गुरु को करें बलवान (धन और ज्ञान के लिए):
1. मुर्गे को दाना डालें और साधु या पंडित को वस्त्र दान में दें।
2. बुधवार का व्रत रखें।
3. गुरुवार के दिन मंदिर में पीली फल और फूल अर्पित करें।
4. माथे पर केसर का तिलक लगाते रहें।
शनि-राहु-केतु के लिए करें ये उपाय:
1. शनि: नीम की दातुन करें। दांत साफ रखें।
2. राहु: चांदी की एक ठोस गोली अपनी जेब में रखें।
3. केतु: काले व सफेद रंग का दोरंगी कंबल दान करें।
मकर राशि लाल किताब के अनुसार सावधानियां 2026 | Lal Kitab Caution 2026 for Capricorn:-
1. बहन, मौसी, बुआ से अच्छा व्यवहार रखें।
2. दरवाजे के पास पत्थर गढ़ा या रखा हुआ न हो।
3. ससुराल पक्ष से अच्छे संबंध रखें।
4. चरित्रवान बनें। चाल-चलन ठीक रखें कभी झूठ ना बोलें।
5. वाणी पर नियंत्रण रखें।
मकर राशि के लिए लाल किताब का सबसे खास उपाय: Lal Kitab upay for Capricorn:-
1. मोची, मजदूरों और कुली को अन्न या धन दान करते रहें। उन्हें हर प्रकार से खुश रखें।
3. शमी का एक पौधा कहीं पर भी लगाकर 43 दिनों तक उसकी सेवा करें।