Lal Kitab Rashifal 2026: वर्ष 2026 सिंह राशि (Lion) वालों के लिए यह वर्ष बेहतर साबित हो सकता है बशर्ते कि वे अपने आचरण और व्यवहार में अच्छे बने रहें क्योंकि राहु (Rahu) और केतु (Ketu) का गोचर क्रमश: सातवें और प्रथम भाव में चल रहा है जो परिस्थिति को बिगाड़ने का कार्य कर सकता है। हालांकि बृहस्पति (Guru) के 11वें और 12वें भाव का गोचर आपके लड़खड़ाते जीवन को संभाल सकता है। दूसरी ओर अष्टम का शनि क्या करेगा यह तो भविष्य के गर्त में समाया हुआ है। कुंडली में सिर्फ बृहस्पति की स्थिति ही बेहतर है। चलिए अब जानते हैं सिंह राशि का वार्षिक भविष्यफल विस्तार से।
वर्ष 2026 में मुख्य 4 ग्रहों की गोचर स्थिति (2026):-
1. बृहस्पति: वर्ष 2026 में गुरु (बृहस्पति) आपके लड़खड़ाते जीवन को संभालेंगे। गुरु जून तक लाभ (11वें) भाव में रहकर आय में वृद्धि करेंगे। जून में गुरु 12वें भाव में खर्च बढ़ाएंगे, लेकिन पारिवारिक सुख, शत्रु मुक्ति और बॉस से संबंध बेहतर करेंगे। अक्टूबर में गुरु लग्न (प्रथम) भाव में आकर आर्थिक स्थिति, स्वास्थ्य और प्रेम संबंधों को अत्यंत शुभ बना देंगे।
2. शनि: शनि अष्टम भाव में रहकर जीवन में बड़ा बदलाव लाएगा। यह आपको धन संचय और भूमि से संबंधित लाभ दे सकता है, बशर्ते आप शनि के मंदे कार्य करने से बचें।
3. राहु: राहु पूरे साल सप्तम भाव में रहकर वैवाहिक जीवन में चुनौतियां लाएगा। बातचीत में सावधानी बरतें और पार्टनर से अपेक्षा न रखें।
4. केतु: केतु प्रथम भाव में अनावश्यक डर और चिंता पैदा करेगा, और आपके आचरण को प्रभावित कर सकता है।
लेख के अंत में: जरूर पढ़ें लाल किताब का सबसे खास उपाय जो आपका जीवन बदल सकता है।
सिंह राशि करियर और व्यवसाय: Leo Lal kitab job and business 2026
1. नौकरी: गुरु जून तक लाभ (11वें) भाव में रहकर आय में लगातार वृद्धि कराएगा। नौकरीपेशा लोगों के लिए नए मौके और करियर ग्रोथ के योग बनेंगे। अष्टम भाव के शनि भी आपकी नौकरी के हालात ठीकठाक रखेंगे। हालांकि 12वें भाव के बृहस्पति और सातवें भाव के राहु के कारण आपको नौकरी में सतर्क रहने की जरूरत है।
2. व्यवसाय: सप्तम भाव में राहु साझेदारी के व्यापार में भ्रम और चुनौतियां पैदा करेगा, इसलिए सतर्कता आवश्यक है। अष्टम शनि की दृष्टि कारोबार के लिए शुभ है और विदेश से लाभ हो सकता है। अष्टम शनि आर्थिक मजबूती और गुप्त धन देगा। हालांकि, जून में गुरु के 12वें भाव में आने से खर्चे बढ़ेंगे।
3 शत्रु: बारहवें भाव का बृहस्पति आपको शत्रुओं से मुक्ति दिलाएगा। यदि आप अपनी वाणी पर संयम रखते हैं तो व्यर्थ के विवादों से बचकर रहेंगे, क्योंकि शनिदेव आपके दूसरे यानी वाणी के भाव को देख रहे हैं।
4. चुनौती: सातवें राहु और प्रथम केतु के साथ ही अष्टम का शनि पारिवारिक मामलों में चुनौतियां खड़ी कर सकता है। आपका कोई परिजन गंभीर रूप से बीमार पड़ सकता है जिस पर आपको ध्यान देने की जरूरत रहेगी। इसी के साथ आपके सामने पत्नी से विवाद न करने की चुनौती भी रहेगी। आपको बहुत संयम से काम लेना होगा।
सिंह राशि लाल किताब आर्थिक स्थिति और धन: Leo Lal kitab financial status 2026
1. आय का स्रोत: वर्ष के मध्य तक बृहस्पति आपके आय भाव में रहेंगे जिसके चलते आर्थिक हालात बेहतर होंगे। जून में वे 12वें भाव में गोचर करेंगे तब अनावश्यक खर्च कराएंगे। शनि भी दूसरे भाव पर दृष्टि डालकर आपके धन को बढ़ाने का कार्य कर सकते हैं बशर्ते कि शनि के मंदे कार्य नहीं करते हैं तो। हालांकि कुल मिलाकर पूरे वर्ष आर्थिक स्थिति बेहतर रहेगी।
2. निवेश: मकान बनाने या खरीदने से बचना होगा और शेयर बाजार में सोच समझकर निवेश करना होगा। बेहतर होगा कि वर्ष 2026 में आप भूमि या प्लाट में निवेश करें।
3. सावधानी: लाल किताब चेतावनी देती है कि यदि आप मकान बनाते हैं या खरीदते हैं और यदि आप किसी के लिए झूठी गवाही देते हैं तो आपके आर्थिक हालात खराब हो जाएंगे। इसी के साथ ही आपको शनि के मंदे कार्यों से भी दूर रहना होगा क्योंकि शनिदेव अष्टम में विराजमान हैं।
प्रेम संबंध, संतान और पारिवारिक जीवन: Leo Lal kitab Love and Family Relationships 2026
1. पारिवारिक सुख: राहु के सातवें भाव और केतु के प्रथम भाव में होने से घर परिवार में हालात अच्छे नहीं रहेंगे। आप पत्नी से विवाद और भाई बहनों से झगड़ा करते हैं तो नुकसान उठाएंगे। हालांकि गुरु के उपाय से यह सब कुछ ठीक हो सकता है।
2. दाम्पत्य/प्रेम संबंध: एकादश भाव के बृहस्पति पंचम और सप्तम भाव पर दृष्टि डालकर राहु के बुरे प्रभाव को जून तक रोकने का काम करेंगे, लेकिन इसके बाद आपको दांपत्य जीवन और प्रेम संबंधों को संभालकर रखना होगा। हालांकि अक्टूबर में प्रथम भाव का बृहस्पति सप्तम भाव पर दृष्टि डालकर आपके दांपत्य जीवन को सुखमय बनाएगा। अविवाहितों के लिए विवाह के प्रबल योग बनेंगे।
3. संतान पक्ष: पंचम भाव पर बृहस्पति की दृष्टि रहने पर संतान को लेकर जो भी परेशानी चलती आ रही थी वो इस वर्ष दूर हो जाएगी। संतान की उन्नति होगी। हालांकि उसे आपकी ज्यादा जरूरत रहेगी इसलिए आपको जिम्मेदारी को समझकर समय देना होगा।
4. टिप: आपको अपने रिश्तों में विनम्र और संयमित बने रहना होगा। इसी के साथ ही आपको ऐसा कोई कार्य नहीं करना है जिसके चलते परिवार को संकट झेलना पड़े। बेहतर होगा कि आप व्यसन से दूर रहें।
सिंह राशि लाल किताब सेहत और शिक्षा: Leo Lal kitab Health and Education 2026
1. सेहत: जून से सेहत में तब सुधार होना प्रारंभ होगा जबकि 12वें भाव का बृहस्पति छठे भाव पर दृष्टि डालेगा। हालांकि अष्टम भाव में शनि होने से दीर्घकालिक बीमारियां, पाचन संबंधी समस्याएं, जोड़ों और दांतों के रोग हो सकते हैं। इसलिए आपको खानपान पर विशेष ध्यान देना होगा।
2. शिक्षा: एकादश भाव का बृहस्पति शिक्षा में आपको लाभ देगा। यदि आप अभी से मेहतन करते हैं तो बेहतर परिणाम प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए आपको गुरु के उपाय जरूर करना चाहिए।
3. उपाय: माथे पर हल्दी का तिलक लगाएं और उत्तम एवं सात्विक भोजन ही करें। काले, गहरे नीले, हरे और कत्थई वस्त्रों से बचकर रहें।
लाल किताब के सटीक उपाय 2026: Lal Kitab Remedies 2026 for Leo
गुरु को करें बलवान (धन और ज्ञान के लिए):
1. पीले रंग के फूल वाले पौधे अपने बगीचे में लगाएं।
2. साधुओं की सेवा करने से लाभ होगा।
3. लगातार 43 दिनों तक गाय को हरा चारा खिलाएं।
4. गुरुवार का व्रत रखें और पीपल की जड़ में नित्य जल चढ़ाएं।
शनि-राहु-केतु के लिए करें ये उपाय:
1. शनि: किसी पत्थर या लकड़ी के आसन पर बैठ कर ही स्नान करें। पांच शनिवार को छाया दान करें।
2. राहु: गाय को हरा चारा खिलाते रहें। हर शुक्रवार को लक्ष्मी मंदिर में पूजा करें।
3. केतु: मंदिर में काले और सफेद रंग वाला कंबल दान करें।
सिंह राशि लाल किताब के अनुसार सावधानियां 2026 | Lal Kitab Caution 2026 for Leo
1. पत्नी से अच्छे संबंध रखें। किसी भी प्रकार का व्यसन न करें।
2. बदनाम करने वाले कार्यों से बचकर रहें।
3. इस वर्ष मकान न बनाएं और न खरीदें।
4. झूठ बोलना और झूठी गवाही देना वर्जित है।
5. अपने बेटे या बेटियों को खाने-पीने की चीजें या इसके लिए पैसा न दें।
लाल किताब का सबसे खास उपाय: Lal Kitab upay for Leo
अपने ऊपर से छह नारियल 21 बार वारकर नदी में प्रवाहित करें और बंदरों को गुड़ खिलाते रहें। यदि यह नहीं कर पा रहे हैं तो नहाते समय पानी में दूध डालकर ही नहाएं।