Last Modified: वॉशिंगटन ,
रविवार, 3 जुलाई 2011 (09:22 IST)
बहुत जल्द आ रहा है चुंबकीय कंप्यूटर
अब तक जो कंप्यूटर इस्तेमाल होते हैं, उनमें बहुत ज्यादा ऊर्जा की खपत होती है। साथ ही ऐसे कंप्यूटर में उष्मा के माध्यम से ऊर्जा की बर्बादी बहुत होती है। इसी बात के मद्देनजर वैज्ञानिकों ने ऐसे चुंबकीय कंप्यूटर ईजाद करने का दावा किया जो बहुत कम ऊर्जा से ही चलेंगे।
इन कंप्यूटरों को ईजाद करने वाले कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के दल ने दावा किया है कि भावी मशीनें चुंबकीय माइक्रोप्रोसेसर पर आधारित होंगी जिनमें भौतिकी के नियमों की अनुसार ऊर्जा की खपत कम होगी।
आज सिलिकान आधारित माइक्रोप्रोसेसर चिप कंप्यूटर में इस्तेमाल होती हैं जो विद्युत करंट या गतिशील इलेक्ट्रोड पर काम करती हैं। पर इस प्रक्रिया में बहुत ज्यादा उष्मा व्यर्थ हो जाती है।
वैज्ञानिकों ने कहा है कि नैनोमीटर आकार के 'बार चुंबक' जैसे छोटे रेफ्रीजरेटर चुंबक वाले माइक्रोप्रोसेसर के इस्तेमाल से, मेमोरी, तार्किकता और सैद्धांतिक कामों के लिए गतिशील इलेक्ट्रॉन की जरूरत नहीं होगी। इस तरह की चिप से मात्र 18 मिलीइलेक्ट्रॉन वोल्ट ऊर्जा ही बर्बाद होगी। थर्मोडायनामिक्स के दूसरे नियम के मुताबिक यह मात्रा एकदम सही है। इसे लेंड्यूर यूनिट भी कहते हैं। (भाषा)