अदालत कक्ष से आखिरी बार निकल रहा हूं, मगर पूरी संतुष्टि के साथ
Justice Gavai to retire on November 23: भारत के निवर्तमान मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति भूषण रामकृष्ण गवई 23 नवंबर को रिटायर सेवानिवृत्त हो रहे हैं। शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट एडवोकेट्स ऑन रिकॉर्ड की तरफ से उनके लिए विदाई समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर उन्होंने कहा वह वकील तथा न्यायाधीश के रूप में करीब चार दशक की अपनी यात्रा के समापन पर संतोष और संतृप्ति की भावना के साथ और न्याय के विद्यार्थी के रूप में न्यायालय छोड़ रहे हैं।
पूरी संतुष्टि के साथ निकल रहा हूं : इस अवसर पर सीजेआई गवई भावुक नजर आए। विधि अधिकारियों, वरिष्ठ अधिवक्ताओं और युवा वकीलों के बीच उन्होंने कहा कि मैं इस अदालत कक्ष से आखिरी बार निकल रहा हूं तो पूरी संतुष्टि के साथ निकल रहा हूं। इस संतोष के साथ कि मैंने इस देश के लिए जो कुछ भी कर सकता था, किया है। अधिवक्ताओं ने न्यायमूर्ति गवई की न्यायपालिका पर छोड़ी गई छाप को याद किया। उन्होंने कहा कि मैंने संविधान के दायरे में रहकर अपना कर्तव्य अदा करने की कोशिश की, जो हम सभी को बहुत प्यारा है। इस अवसर पर अगले प्रधान न्यायाधीश न्यायमूर्ति सूर्यकांत और न्यायमूर्ति विनोद चंद्रन भी मौजूद थे।
न्यायमूर्ति गवई ने 14 मई 2025 को मुख्य न्यायाधीश के रूप में छह शपथ ली थी। वह 23 नवंबर, 2025 को पद छोड़ेंगे। हालांकि शुक्रवार उनका आखिरी कार्य दिवस था। वह भारत के 52वें मुख्य न्यायाधीश हैं और उनका कार्यकाल लगभग छह महीने का रहा है। भारत के सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश 65 वर्ष की आयु में सेवानिवृत्त होते हैं, और जस्टिस गवई 24 नवंबर 1960 को पैदा हुए थे, इसलिए वह 23 नवंबर 2025 को सेवानिवृत्त हो रहे हैं।
Edited by: Vrijendra Singh Jhala