Last Modified: मेलबोर्न ,
सोमवार, 3 जनवरी 2011 (12:57 IST)
फेफड़ों की वीडियो बनाने में जुटे वैज्ञानिक
ऑस्ट्रेलियाई वैज्ञानिक अस्थमा बीमारी का पता लगाने और उसके उपचार की तकनीकों में सुधार करने के प्रयासों के तहत एक प्रकार का वीडियो तैयार करने में जुटे हैं जिससे पता चलेगा कि हवा किस प्रकार फेफड़ों के जरिए संचरण करती है।
मोनाश इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल रिसर्च के वैज्ञानिकों की एक टीम एक सिनक्रोट्रोन का इस्तेमाल कर रही है। इसके जरिए यह देखा जाएगा कि विभिन्न प्रकार की गैसें फेफड़ों के प्रत्येक हिस्से में से किस प्रकार गुजरती हैं।
दी एज दैनिक ने प्रमुख शोधकर्ता स्टुअर्ट हूपर के हवाले से लिखा है, ‘हम फेफड़े और फेफड़े के हर छोटे हिस्से की गतिविधि पर निगरानी रख सकते हैं... और बेहद सटीकता के साथ व्याख्या कर सकते हैं कि फेफड़े का छोटे से छोटा हिस्सा किस प्रकार काम कर रहा है।’ विश्व स्तर पर अपने प्रकार का यह पहला शोध है और इस तरीके के माध्यम से शोधकर्ताओं को यह पता लगाने में मदद मिलेगी कि फेफड़ों का कौन सा भाग विशेष बीमारी से संक्रमित है।
इस प्रकार की वीडियो इमेजिंग से वैज्ञानिकों को यह जानने में भी सहायता मिलेगी कि वेंटोलिन तथा ऐसी अन्य अस्थमा के उपचार में काम आने वाली दवाइयाँ फेफड़े के प्रभावित हिस्सों तक पहुँच रही हैं या नहीं।
अभी तक अस्थमा से जुड़ा शोध केवल स्थिर तस्वीरें ही सामने लाता था और तमाम शोध केवल इमेजिंग तकनीकों तक ही सीमित थे। (भाषा)