अकसर लोग हल्के दर्द में पेनकिलर की गोलियां खा लेते हैं। पर एक ताजा अध्ययन की माने तो पेनकिलर आपके दिल की सेहत को बिगाड़ सकता है और इसके बाद इसके घातक परिणाम सामने आ सकते हैं।
ब्रिटिश मेडिकल जर्नल में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक आइबूप्रोफेन या नीमेसुलाइड जैसी पेनकिलर गोलियां दिल की लय को 40 प्रतिशत तक अनियमित कर देती हैं। इससे पहले के शोध में यह बात भी सामने आई थी कि पेनकिलर की गोलियां हार्ट अटैक और स्ट्रोक की संभावना को बढ़ा देती हैं।
ताजा अध्ययन डेनमार्क के अरहुस यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने किया है। पहली बार इस अध्ययन में देखा गया कि ये दवाएं खून की धमनियों में फाइब्रिलेशन यानी फड़फड़ाहट को अनियमित कर देती हैं। यह स्थिति ऐसी ही है जैसे हार्ट फेल्योर या हार्ट स्ट्रोक में होता है।
शोधकर्ताओं का मानना है कि इससे लंबे समय के लिए दोनों ही बीमारी होने की आशंका रहती है। प्रमुख शोधकर्ता प्रोफेसर हेनरिक टोफ्ट ने बताया कि दिल की बीमारी से परेशान रोगियों को दवा बंद तो नहीं करनी चाहिए लेकिन इसके बुरे प्रभाव को लेकर डॉक्टरों से बात जरूर करनी चाहिए।
अध्ययन में शोधकर्ताओं ने 1999 से 2009 के बीच 32602 रोगियों के आंकड़ों का विश्लेषण करने के बाद पाया कि जिन रोगियों ने एंटी इंफ्लामेटरी ड्रग यानी पेनकिलर का इस्तेमाल किया, उनकी धमनियों में धड़कन की अनियमितता 40 प्रतिशत तक गड़बड़ हो गई। इतना ही नहीं ऐसे एक हजार मामले हर साल आने लगे। (भाषा)