2010 में राष्ट्रीय राजनेताओं का भविष्य
गडकरी का ताज काँटों भरा रहेगा
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डॉ. सीताराम त्रिपाठी शास्त्री अन्तर्राष्ट्रीय ज्योतिष विज्ञान शोध संस्थान भीलवाड़ा के अध्यक्ष डॉ. सीताराम त्रिपाठी शास्त्री बताते हैं कि कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गाँधी का जन्म 9 दिसंबर, 1946 रात्री 21:00 बजे मिलान (इटली) में हुआ था। वर्तमान में सोनिया गाँधी की कर्क लग्न जन्म कुंडली में बुध की महादशा चल रही है जोकि 26 जनवरी, 2013 तक रहेगी। साल 2010 उनके लिए उत्तम रहेगा। विदेश यात्रा अधिक होने के योग हैं। मई माह में लोकप्रियता बढ़ेगी व विश्व में यश, कीर्ति, बढ़ने के योग हैं ! वह देश में एकछत्र राज करेंगी। भारत में महिलाओं का विकास करेंगी एवं नई योजनाओं का लाभ देंगी। मंदी व महंगाई से बचाने का प्रयास अब सफल होगा। आगे राजनीतिक भविष्य ठीक है। डॉ. त्रिपाठी कहते हैं कि राहुल गाँधी की जन्म कुंडली में राजयोग के कारण उनको प्रधानमंत्री बनने से कोई नहीं रोक सकता। कुंडली में पारिजात राजयोग योग के कारण ही भारत के सबसे युवा प्रधानमंत्री बन सकेंगे। सन् 2010 में राहुल गाँधी के सितारे राजयोग कारक रहेंगे जिससे युवा पीढ़ी का राजनीतिक सपना साकार होगा। वह युवा पीढ़ी का नेतृत्व कर राष्ट्रीय राजनीति में अपनी अलग पहचान कायम करेंगे। राष्ट्रीय राजनीति की बागडोर अब इनके हाथ होगी। डॉ. मनमोहन सिंह का जन्म कर्क राशि एवं धनु लग्न में हुआ। डॉ. सिंह को यह पद उपहार में मिला। साल 2010 में तेलंगाना, महंगाई आदि मुद्दों के कारण उनकी कठिन परीक्षा होगी। आगे भविष्य में प्रधानमंत्री बनने का कोई योग नहीं है। सुषमा स्वराज लोकसभा में मजबूत प्रतिपक्ष नेता के रूप में अपनी सफल भूमिका निभाएँगी। भारत की शुक्र महादशा के कारण लोकसभा में महिलाओं का बोलबाला रहेगा। भाजपा में भी मार्गदर्शक के रूप में उभरकर सामने आएगी। भाजपा की राष्ट्रीय राजनीति में वह अहम् भूमिका अदा करेंगी लेकिन पार्टी में में अंतर्विरोध तेज होगा। भाजपा के नए अध्यक्ष नितिन गडकरी को नीचभंग राजयोग के कारण अचानक राष्ट्रीय राजनीति में कदम रखना पड़ा किंतु 2010 में गडकरी का ताज काँटों भरा रहेगा। कदम-कदम पर पार्टी टूटने के समाचार से परेशानी आएगी। गडकरी को जबर्दस्त खींच-तान एवं अंतर्विरोध खराब माहौल के कारण भारी चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। सन् 2010 में भाजपा राष्ट्रीय एवं राज्य संगठन में जनवरी से सकारात्मक फेरबदल होगा। बागडोर युवाओं के हाथों में जाने से पार्टी टूटने से बच जाएगी। वर्ष 2010 मायावती के लिए खराब रहेगा। आगामी विधानसभा चुनावों में उनकी करारी हार होगी। कुर्सी भंग नामक राजयोग के कारण विपरीत समय होगा। केंद्र व विपक्षी पार्टियों के कारण परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। अपनी हठधर्मिता के चलते लोकप्रियता व जनादेश खो बैठेंगी। शनि के कारण न्यायालय संबंधी परेशानियाँ आएँगी। मुलायम सिंह यादव का जन्म कर्क लग्न में हुआ है। वर्तमान में नीचभंग राजयोग के कारण परेशानी आएगी लेकिन नया वर्ष 2010 उनके लिए शुभ परिवर्तनकारी होगा। आगामी विधानसभा चुनावों में वह महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेंगे। समाजवादी पार्टी सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरेगी, जनादेश बढ़ने के साथ फिर से मुख्यमंत्री बनने के योग हैं। लालू प्रसाद यादव की कुंडली में नीचभंग, विपरीत राजयोग के कारण भारी उठा-पटक होने वाली है। नया वर्ष 2010 उनके लिए खराब रहेगा। उन्हें कई परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। आगामी चुनावो में भी करारी हार का मुंह देखना पड़ेगा। किंतु लोकसभा में बोलने की छवि बराबर बनी रहेगी। नीतीश कुमार के लिए 2010 शुभ फलदायक रहेगा। उनका आगामी चुनावों में पुनः मुख्यमंत्री बनने का योग है। राज्य में जनादेश प्रबल होगा। राष्ट्रीय राजनीति में उनका दखल बढ़ेगा। सन् 2010 में राष्ट्रमंडल खेलों में भारत का प्रदर्शन अच्छा रहेगा। भारत को पिछले खेलों से ज्यादा पदक मिलेंगे। अब तक की सफल भविष्यवाणियाँ : डॉ. सीताराम त्रिपाठी शास्त्री लगभग तीन हजार भविष्यवाणियाँ करने का दावा करते हैं। उनका दावा है कि उन्होंने ही 21वीं सदी में सत्ता निर्माण में नारी शक्ति की अहम भूमिका सोनिया गाँधी के रूप में बताई। * अटल बिहारी वाजपेयी का 13वीं लोकसभा में प्रधानमंत्री बनना व कार्यकाल पूर्ण करना सच साबित हुआ। * जयललिता द्वारा समर्थन वापस लेना व 1 वोट से 13 माह के शासन का अंत भी सच साबित हुई। * अब्दुल कलाम एवं प्रतिभा सिंह पाटिल का राष्ट्रपति बनने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव गिरने, राजीव गाँधी, प्रमोद महाजन, जी.एम. बालयोगी, माधवराव सिंधिया, इंदिरा गाँधी की अकाल मृत्यु तथा भुज, कच्छ, उतरकाशी में भूकंप, 15वीं लोकसभा में कांग्रेस की विजय एवं डॉ. मनमोहन सिंह का दोबारा प्रधानमंत्री बनना, राहुल गाँधी को पार्टी में महासचिव पद मिलना, भैरोंसिंह शेखावत, अशोक गहलोत व श्रीमती वसुंधरा राजे का मुख्यमंत्री बनना, लालकृष्ण आडवाणी व राजनाथ सिंह का पद से इस्तीफा देना और सुषमा स्वराज का लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष बनने की भविष्यवाणी सच साबित हुई। * मनमोहन सिंह के दोबारा प्रधानमंत्री बनने की घोषणा इन्होंने की थी। इन्होंने 17 मार्च, 1998 को अटल बिहारी वाजपेयी के प्रधानमंत्री बनने की भी भविष्यवाणी की थी। मई 2007 की नौ तारीख को इन्होंने टीवी चैनलों पर बसपा सुप्रीमो मायावती के 206 सीटें आने का भी ऐलान किया था। * ओबामा के राष्ट्रपति होने की भी भविष्य वाणी का श्रेय भी इनके खाते में दर्ज है।