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Last Updated :जम्‍मू , गुरुवार, 30 जनवरी 2025 (11:53 IST)

बालटाल से अमरनाथ गुफा तक अब रोपवे, अमरनाथ यात्रा की अवधि भी बढ़ेगी

भोलेशंकर के भक्‍तों के लिए यह खुशखबरी है कि बालटाल के रास्‍ते अब बालटाल से लेकर अमरनाथ की पवित्र गुफा तक रोपवे बनने जा रही है जिस कारण वे कठिन चढ़ाई चढ़ने को मजबूर नहीं होंगे।

बालटाल से अमरनाथ गुफा तक अब रोपवे, अमरनाथ यात्रा की अवधि भी बढ़ेगी - Now ropeway from Baltal to Amarnath cave
Now ropeway from Baltal to Amarnath cave: भोलेशंकर (Bhole Shankar) के भक्‍तों के लिए यह खुशखबरी है कि बालटाल (Baltal) के रास्‍ते अब बालटाल से लेकर अमरनाथ की पवित्र गुफा (cave of Amarnath) तक रोपवे (ropeway) बनने जा रही है जिस कारण वे कठिन चढ़ाई चढ़ने को मजबूर नहीं होंगे। यही नहीं, अगर केंद्र सरकार की योजना कामयाब रही तो सरकार अमरनाथ यात्रा की अवधि भी बढ़ाने जा रही है।
 
पवित्र गुफा मंदिर सहित 18 धार्मिक और पर्यटन स्थल रोपवे से जुड़ेंगे : दरअसल, केंद्र सरकार ने दक्षिण कश्मीर हिमालय में श्री अमरनाथजी के पवित्र गुफा मंदिर सहित 18 धार्मिक और पर्यटन स्थलों को रोपवे से जोड़ने का फैसला किया है, जहां जून से अगस्त के बीच सालाना 45 से 60 दिनों की तीर्थयात्रा आयोजित की जाती है और तीर्थयात्रियों को भगवान शिव के बर्फ के लिंगम के दर्शन के लिए या तो 38 किलोमीटर लंबा पहलगाम ट्रैक या छोटा लेकिन कठिन 13 किलोमीटर बालटाल मार्ग लेना पड़ता है।ALSO READ: मध्यप्रदेश में है नागदेव का एक ऐसा स्थान जहां अमरनाथ जैसी है कठिन चढ़ाई, जंगलों से घिरा है मंदिर
 
अमरनाथजी गुफा मंदिर को जोड़ने वाला रोपवे सबसे बड़ा होगा : अधिकारियों ने बताया कि रोपवे के साथ वार्षिक तीर्थयात्रा की अवधि भी बढ़ाई जा सकती है और इससे यात्रियों की भीड़ भी बढ़ेगी, क्योंकि वर्तमान में कई लोग अत्यधिक कठिन भू-भाग के कारण यात्रा करने में असमर्थ हैं। अधिकारियों ने बताया कि प्रस्तावित 18 प्रमुख रोपवे में से कश्मीर के गंदरबल जिले में बालटाल से श्री अमरनाथजी गुफा मंदिर को जोड़ने वाला रोपवे सबसे बड़ा होगा, जो 11.6 किलोमीटर तक फैला होगा। यह परियोजना श्री अमरनाथ जी तीर्थयात्रियों के लिए लागत प्रभावी विकल्प प्रदान करेगी।

इसके अलावा जो लोग ट्रेकिंग नहीं करना चाहते, उनके लिए खच्चर, पालकी आदि भी उपलब्ध हैं। रोपवे न केवल यात्रा के समय को काफी कम करेगा, बल्कि यह तीर्थयात्रा को सुगम और आरामदायक भी बनाएगा और भगवान शिव के पवित्र गुफा मंदिर में अधिक तीर्थयात्रियों को आकर्षित करेगा, क्योंकि कई लोग कठिन ट्रैक और महंगी हवाई टिकटों के कारण यात्रा करने में असमर्थ हैं।ALSO READ: Mahakumbh: महाकुंभ का तीसरा शाही स्नान बसंत पंचमी पर, जानें ब्रह्म मुहूर्त के अलावा अन्य स्नान मुहूर्त और किसे कहते हैं शाही स्नान?
 
अधिकारियों के अनुसार सरकार ने श्री अमरनाथजी गुफा मंदिर सहित सभी 18 प्रमुख धार्मिक और पर्यटन स्थलों के लिए सलाहकारों से प्रस्ताव मांगे हैं। सलाहकार विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करेंगे। नया रोपवे आगंतुकों को आसपास के परिदृश्य के दृश्यों का आनंद लेने की भी अनुमति देगा।ALSO READ: बसंत पंचमी पर माता सरस्वती के अलावा किसकी होती है पूजा? वैवाहिक जीवन में मिलता है लाभ
 
बच्चों और बुजुर्गों को होगी सहूलियत : उनका कहना था कि इस परियोजना से बच्चों, बुजुर्गों और गतिशीलता संबंधी समस्याओं वाले तीर्थयात्रियों की एक विस्तृत श्रृंखला के लिए यात्रा को आसान बनाने की उम्मीद है जिससे हजारों भक्तों के लिए वार्षिक अमरनाथ यात्रा अधिक सुलभ हो जाएगी। जानकारी के लिए वर्ष 2024 में अमरनाथ यात्रा 29 जून को शुरू हुई और 19 अगस्त को 52 दिनों तक चली। तीर्थयात्रा में 3,50,000 से अधिक पंजीकृत तीर्थयात्रियों ने भाग लिया, जो पिछले वर्ष की तुलना में उल्लेखनीय वृद्धि दर्शाता है।
 
Edited by: Ravindra Gupta