अनंतनाग में हिजबुल के शीर्ष कमांडर मौलवी समेत 3 आतंकी ढेर, अमरनाथ यात्रा को बनाना चाहते थे निशाना
जम्मू। अनंतनाग के पहलगाम में एक मुठभेड़ में 3 आतंकियों को ढेर कर दिया गया है। पुलिस का दावा है कि मारे गए तीनों आतंकियों को अमरनाथ यात्रा को निशाना बनाने का टारगेट दिया गया था। मारे गए आतंकवादियों की अभी पहचान तो जाहिर नहीं की गई है परंतु मरने वालों में हिजबुल मुजाहिदीन का शीर्ष कमांडर सईद अशरफ मौलवी भी शामिल है, जो वर्ष 2013 से एक्टिव था।
अधिकारियों ने बताया कि अनंतनाग के बटकूट पहलगाम इलाके के पूर्व में स्थित सिरचन टॉप में जारी मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने 3 आतंकियों को मार गिराया है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि मुठभेड़स्थल पर अभी एक-दो आतंकी बचे हुए हैं और दोनों ओर से गोलीबारी का सिलसिला जारी है।
पुलिस का कहना है कि घना जंगल होने की वजह से आतंकियों की सही संख्या का पता नहीं चल पाया था। पेड़ों के पीछे छिपे अन्य आतंकी लगातार सुरक्षाबलों पर फायरिंग कर रहे थे। हमारे जवान भी गोलीबारी का जवाब दे रहे हैं।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि पहलगाम में छिपे इन आतंकियों को अमरनाथ यात्रा के दौरान हमले की जिम्मेदारी सौंपी थी। सुरक्षाबलों को इस बात का पता चल गया और उन्होंने पहलगाम मार्ग से सटे इलाकों में आतंकवादियों के खिलाफ अभियान छेड़ दिया।
दूसरी ओर उत्तरी कश्मीर के बारामुल्ला में दो आतंकियों को गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से 1 पिस्तौल, 1 मैगजीन, 8 कारतूस, 2 यूबीजीएल (अंडर बैरेल ग्रेनेड लांचर) ग्रेनेड और 2 ग्रेनेड भी बरामद किए गए हैं। यह दोनों लश्कर-ए-तैयबा का हिट स्क्वाड कहे जाने वाले द रजिस्टेंस फ्रंट टीआरएफ से जुड़े हुए हैं।
पुलिस ने सेना की 46 आरआर के जवानों के साथ मिलकर हिलटॉप चेरदारी के पास नाका लगाया हुआ था। नाका पार्टी ने दो युवकों को संदिग्धावस्था में आते देख रुकने को कहा। दोनों युवकों ने नाका देख वापस भागने का प्रयास किया, लेकिन नाके पर तैनात जवान पहले से ही तैयार बैठे थे। उन्होंने इन युवकों का पीछा कर पकड़ लिया।