तुर्की में तख्तापलट के 115 आरोपियों को नजरबंदी वारंट
अनकारा। तुर्की प्रशासन ने पिछले वर्ष हुए तख्तापलट के असफल प्रयास के आरोपी 15 राज्यों के 115 लोगों को नजरबंदी वारंट जारी किए हैं।
अनाडोलू न्यूज एजेंसी ने शुक्रवार को यहां बताया कि इस कार्रवाई का उद्देश्य अमेरिका के फेतुल्लाह गुलेन के नेटवर्क की वित्तीय संरचना को तोड़ने का है। तुर्की गुलेन पर पिछले वर्ष 15 जुलाई को किए गए तख्तापलट के असफल प्रयास का आरोप लगाते हुए बार-बार अमेरिका से उसके प्रत्यर्पण की मांग करता रहा है, लेकिन अभी तक इसका कोई नतीजा नहीं निकल पाया है। गुलेन ने इस मामले में संलिप्तता से इनकार किया है।
तख्तापलट के बाद जेल भेजे गए 50000 से ज्यादा लोगों पर मुकदमे चल रहे हैं और 150000 लोगों को सरकारी, निजी और सेना की नौकरियों से या तो हटा दिया गया या निलंबित कर दिया गया है।
इन कार्रवाइयों ने तुर्की के पश्चिमी सहयोगियों और दक्षिणपंथी संगठनों को परेशान कर दिया है। उनको डर है कि तुर्की के राष्ट्रपति तैय्यप एर्दोगन असंतोष को दबाने के लिए बहाने के रूप में इन कार्रवाइयों को अंजाम दे रहे हैं।
दूसरी तरफ सरकार का कहना है कि तख्तापलट के प्रयास के बाद खतरे की गंभीरता को देखते हुए ये कदम उठाए जाने आवश्यक थे। गौरतलब है कि तख्तापलट के प्रयास में 240 लोग मारे गए थे। (वार्ता)