नासा के वार्षिक रोवर चैलेंज में भारत की तीन भारतीय टीमों का बजा डंका
वॉशिंगटन। नासा ने अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी के वार्षिक ह्यूमन एक्सप्लोरेशन रोवर चैलेंज के तौर पर भारत की 3 टीमों को पुरस्कार दिया है। इस चैलेंज के तहत हाईस्कूल और कॉलेजों के छात्रों को चांद और मंगल ग्रहों पर भविष्य के अभियान के लिए रोविंग यान निर्मित करने तथा उनका परीक्षण करने के लिए आमंत्रित किया जाता है।
नासा ने एक बयान में कहा कि उत्तरप्रदेश के गाजियाबाद में केआईईटी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस की टीम ने 'एआईएए नील आर्मस्ट्रांग बेस्ट डिजाइन अवॉर्ड' जीता, जो रोवर चैलेंज की जरूरतों को पूरा करने के लिए बनाई सर्वश्रेष्ठ प्रणालियों के लिए दिया जाता है।
महाराष्ट्र में मुंबई के मुकेश पटेल स्कूल ऑफ टेक्नोलॉजी मैनेजमेंट एंड इंजीनियरिंग ने 'फ्रैंक जो सेक्सटन मेमोरियल पिट क्रू अवॉर्ड' जीता। पंजाब के फगवाड़ा की लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी की टीम ने रॉकेट और अन्य अंतरिक्ष संबंधित विषयों पर दिए जाने वाले 'स्टेम एन्गेजमेंट अवॉर्ड' दिया।
इस प्रतियोगिता में करीब 100 टीमों ने भाग लिया। इसमें अमेरिका, बांग्लादेश, बोलीविया, ब्राजील, डोमिनिक गणराज्य, मिस्र, इथियोपिया, जर्मनी, मैक्सिको, मोरक्को और पेरू समेत रिकॉर्ड संख्या में देशों ने भाग लिया। (भाषा)