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मंगलवार, 8 जुलाई 2014 (23:12 IST)
लंदन भारतीय विद्यार्थियों के लिए श्रेष्ठ शहर : लॉर्ड पॉल
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लंदन। प्रमुख आप्रवासी भारतीय उद्योगपति लॉर्ड स्वराज पॉल ने लंदन को भारतीय विद्यार्थियों के लिए श्रेष्ठ शहरों में से एक करार दिया है जहां आकर वे पढ़ाई कर सकते हैं। लॉर्ड पॉल ने कहा है कि दुनिया में लंदन जैसी कोई और ऐसी जगह नहीं है जहां भारतीयों को घर जैसा ही लगता हो।
लॉर्ड पॉल यहां के एक प्रमुख शिक्षण संस्थान वेस्टमिंस्टर यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति भी हैं। उन्होंने एक सर्वे का ज्रिक करते हुए यह बात कही। इस सर्वेक्षण के अनुसार लंदन के विभिन्न विश्वविद्यालय हर साल भारत के विद्यार्थियों को लाखों पौंड मूल्य की छात्रवृत्तियों की पेशकश करते हैं ताकि वे यहां आएं और अध्ययन करें।
लंदन यूनिवर्सिटी इंटरनेशनल पार्टनरशिप (एलयूआइपी) के सर्वेक्षण के अनुसार फिलहाल यहां पढ़ाई कर रहे अधिकांश (85 प्रतिशत) भारतीय विद्यार्थी मानते हैं कि लंदन में शिक्षा से उनके लिए क्षितिज का विस्तार हुआ है और उन्हें करियर में अधिक अवसर मिले हैं।
कापारो ग्रुप के संस्थापक चेयरमैन लॉर्ड पॉल ने कहा, लंदन में बहुत अच्छे विश्वविद्यालय हैं। जो अभिभावक अपने बच्चों को पढ़ाई के लिए विदेश भेजने की सोच रहे हैं उन्हें अपने बच्चों को ब्रिटेन भेजने को वरीयता देनी चाहिए। ब्रिटेन में उनके रिश्तेदार हैं और उन्हें पता है कि बच्चों के समक्ष किसी तरह का मामला आने पर वह किसी न किसी से संपर्क कर सकता है।
लॉर्ड पॉल ने कहा, यह किसी भी भारतीय परिवार के लिए बड़ा आकर्षण है। बच्चे भी यहां आना चाहते हैं क्योंकि वे यहां घर जैसा महसूस करते हैं। लंदन के अलावा दुनिया में ऐसी कोई और जगह नहीं है जहां भारतीयों को इतना घर जैसा माहौल मिलता हो।
उन्होंने कहा, लंदन दुनिया का सबसे अंतरराष्ट्रीय शहर है और भारतीयों का यहां पूरा स्वागत है। इसे केवल वीजा नियमों के हिसाब से नहीं आंकें। लंदन वीजा से परे का मामला है। यहां आपको भारत से भी अच्छे भारतीय व्यंजन मिलेंगे। लॉर्ड पॉल वोलवरहेंपटन यूनिवर्सिटी के भी कुलाधिपति हैं।
यह सर्वेक्षण आज जारी किया गया। इसके अनुसार भारत से आने वाले विद्यार्थियों को औसतन हर साल 25 लाख पौंड की छात्रवृत्ति दी जाती है। बीते तीन साल में 70 लाख पौंड दिए गए हैं। (भाषा)