विश्व पर्यटन दिवस : क्या है इस बार की थीम, क्या है महत्व
हर साल 27 सितंबर को विश्व पर्यटन दिवस मनाया जाता है। पर्यटन दिवस 27 सितंबर को ही इसलिए मनाया जाता है क्योंकि उत्तरी गोलार्ध में उच्च पर्यटन सीजन खत्म और दक्षिणी गोलार्ध में पर्यटन सीजन की शुरूआत में आता है। उत्तरी गोलार्ध में उत्तर अमेरिका, मध्य अमेरिका और कैरिबियन साथ ही एशिया का बड़ा हिस्सा भी उत्तरी गोलार्ध में आता है। दक्षिणी गोलार्ध में महासागर हिंद महासागर, प्रशांत महासागर, दक्षिणध्रुवीय महासागर मौजूद है। इस दिवस को मनाने की शुरूआत 1980 में संयुक्त राष्ट्र द्वारा की गई थी। इस्तांबुल टर्की में अक्टूबर 1997 में 12वीं UNWTO (World Tourism Organization is the United Nations Agency) महासभा में इसे हर वर्ष मनाने का फैसला लिया गया। संयुक्त राष्ट्र महासभा हर साल विश्व पर्यटन दिवस की एक थीम तय करता है। आइए जानते हैं क्या है -
हर साल विश्व पर्यटन दिवस को मनाने को एक उद्देश्य तय किया जाता है। इस साल विश्व पर्यटन दिवस 2021 की थीम 'समावेशी विकास के लिए पर्यटन' (Tourism For Inclusive Growth)है।
विश्व पर्यटन दिवस का महत्व
घूमना किसे पसंद नहीं है। हर कोई दुनिया में घूमना चाहता है। अलग-अलग संस्कृति, रहन-सहन, ऐतिहासिक जगह तो किसी शहर की खासियत से रूबरू होना चाहता है। इस दिन कई देशों में अलग-अलग प्रकार से गतिविधियां, कार्यक्रम आयोजित होते हैं तो कहीं मेले भी लगते हैं। ताकि वहां पर अधिक से अधिक लोग पहुंचे और उस जगह का मजा लें, अपने दोस्तों-परिवार के साथ समय बिताएं। हालांकि यह आम बात हो गई विश्व पर्यटन दिवस के बारे में। लेकिन आपको जानकर आश्चर्य होगा कि टूरिज्म सेक्टर का आर्थिक विकास में बहुत बड़ा योगदान होता है। भारत देश में कई सारी जगह है जो अनजान थी या उस जगह पर जाने के लिए किसी परिवहन मार्ग की सही व्यवस्था नहीं थी। लेकिन देश के हर कोने- कोने में लोग पहुंच सकें इस प्रकार से हर परिवहन और मार्ग को सुगम बनाया जा रहा है। विकासशील देश के लिए टूरिज्म सेक्टर बहुत मायने रखता है।
फेडरेशन ऑफ एसोसिएशन इन इंडियन टूरिज्म एंड हॉस्पिटलिटी के मुताबिक साल 2020 में मई में एक स्टेटमेंट दिया था। जिसमें कहा था कि, 'भारत को कोरोना काल में करीब 10 लाख करोड़ रूपए का नुकसान हुआ है।' पर्यटन उद्योग से जुड़े होटल, ट्रेवल एजेंट, रेस्तरां, पारिवारिक मनोरंजन पार्क, थीम पार्क, ऐतिहासिक स्थल, कॉरपोरेट पर्यटन स्थल इत्यादि चीजों पर बुरी तरह असर पड़ा है।
भारत में टूरिज्म सेक्टर पर नजर डाली जाए तो जीडीपी में करीब 6.8 फीसदी योगदान रहता है। पर्यटन उद्योग से करीब 8.75 करोड़ लोग जुड़े थे। आंकड़ों के मुताबिक यह कुल रोजगार का करीब 12.75 फीसदी है। साथ ही ट्रांसपोर्ट, खेती, हैंडलूम जैसे क्षेत्रों पर भी काफी असर पड़ा है। आइए जानते हैं 2019 के मुताबिक देश की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से टूरिज्म का GDP में कितना योगदान रहा था -
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मैक्सिको - 15.5 फीसदी
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स्पेन - 14.3 फीसदी
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इटली - 13 फीसदी
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चीन -11.3 फीसदी
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ऑस्ट्रेलिया - 10.8 फीसदी
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जर्मनी - 9.1फीसदी
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ब्रिटेन- 8.6 फीसदी
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अमेरिका - 8.6 फीसदी
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ब्राजील - 7.7 फीसदी
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जापान - 7.0 फीसदी
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भारत - 6.8 फीसदी
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कनाडा - 6.3 फीसदी
इस तरह टूरिज्म का देश के आर्थिक व्यवस्था की बढ़ोतरी में योगदान है। पेश किए गए आंकड़े वर्ल्ड ट्रेवल एंड टूरिज्म कांउसिल के मुताबिक है।