बुधवार, 24 दिसंबर 2025
  1. लाइफ स्‍टाइल
  2. दिवस विशेष
  3. आज का दिन
  4. National Consumer Rights Day 2025
Written By WD Feature Desk
Last Updated : बुधवार, 24 दिसंबर 2025 (10:48 IST)

National Consumer Day: राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस, जानें इतिहास, उद्देश्य और अपने हक

National Consumer Day
Importance of Consumer Day: राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस एक महत्वपूर्ण अवसर है, जब हम उपभोक्ताओं के अधिकारों की रक्षा और उन्हें जागरूक करने पर जोर देते हैं। यह दिन उपभोक्ताओं को यह याद दिलाता है कि उनके पास अपने अधिकारों का पालन करने का पूरा हक है। इस दिन को मनाते हुए हमें अपने अधिकारों के प्रति जागरूकता फैलानी चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि कोई भी व्यापारी या सेवा प्रदाता हमारे अधिकारों का उल्लंघन न करे। इसी कारण हर साल 24 दिसंबर को राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस मनाया जाता है। 
 
इतिहास: राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस की शुरुआत 24 दिसंबर 1986 में हुई थी, जब इसे भारत के राष्ट्रपति की सहमति प्राप्त हुई और उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम लागू किया गया था। यह दिन भारतीय उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम, 1986 के लागू होने की सालगिरह के रूप में मनाया जाता है।

यह दिन उस कानून की अहमियत को उजागर करने के लिए मनाया जाता है, जो उपभोक्ताओं को उनके अधिकारों की रक्षा करने का एक कानूनी ढांचा प्रदान करता है। इस दिन का मुख्य उद्देश्य उपभोक्ताओं को यह बताना है कि वे अपनी खरीदारी से संबंधित मुद्दों में अपने अधिकारों की रक्षा कैसे कर सकते हैं।
 
उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम (Consumer Protection Act, 1986) भारतीय उपभोक्ताओं को सुरक्षित रखने और उनके अधिकारों का संरक्षण करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम था। इस कानून के अंतर्गत उपभोक्ताओं को उनके अधिकारों की रक्षा के लिए विभिन्न मंचों पर शिकायत दर्ज करने का अधिकार प्राप्त है।
 
राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस का उद्देश्य: 
 
1. उपभोक्ताओं के अधिकारों का संरक्षण: इस दिन को मनाने का प्रमुख उद्देश्य उपभोक्ताओं को उनके अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरूक करना है।
 
2. उपभोक्ता संरक्षण कानून की जानकारी देना: यह दिन उपभोक्ताओं को उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम और उनके अधिकारों के बारे में समझाने का अवसर है।
 
3. समानता और न्याय का संदेश देना: यह दिन उपभोक्ताओं को यह बताने के लिए है कि उन्हें सभी उत्पादों और सेवाओं के संबंध में समान अधिकार प्राप्त हैं।
 
4. उपभोक्ताओं को जागरूक करना: उपभोक्ताओं को यह सिखाना कि वे अपने अधिकारों का उल्लंघन होने पर क्या कदम उठा सकते हैं और अपनी शिकायतें कहां दर्ज कर सकते हैं।
 
उपभोक्ता अधिकार: भारत में उपभोक्ताओं के पास कई प्रकार के अधिकार हैं, जिन्हें उपभोक्ता संरक्षण कानून के तहत सुरक्षा प्रदान की जाती है। ये अधिकार निम्नलिखित हैं:
 
1. उपभोक्ता न्याय का अधिकार:
उपभोक्ताओं को जब उनके अधिकारों का उल्लंघन होता है, तो वे शिकायत दर्ज करने और उचित न्याय प्राप्त करने का अधिकार रखते हैं। इसके लिए भारत में उपभोक्ता अदालतों का प्रावधान है।
 
2. उपभोक्ता शिक्षा का अधिकार: 
उपभोक्ताओं को उनके अधिकारों, कर्तव्यों, और उपलब्ध विकल्पों के बारे में जानकारी और शिक्षा प्राप्त करने का अधिकार है, ताकि वे जानकारीपूर्वक निर्णय ले सकें।
 
3. चयन का अधिकार:
उपभोक्ताओं को स्वतंत्र रूप से विभिन्न उत्पादों और सेवाओं में से अपने अनुसार विकल्प चुनने का अधिकार है, और वे किसी भी प्रकार की बेजुबान मजबूरी से बच सकते हैं।
 
4. प्रत्यक्ष प्रतिनिधित्व का अधिकार:
उपभोक्ताओं को अपनी शिकायतों और समस्याओं को संबंधित अधिकारियों के सामने रखने का अधिकार है, ताकि उन्हें समाधान मिल सके।
 
5. सूचना का अधिकार:
उपभोक्ताओं को खरीदी गई वस्तु या सेवा के बारे में सही और स्पष्ट जानकारी प्राप्त करने का अधिकार है, जैसे कि उत्पाद की सामग्री, निर्माता का नाम, उपयोग विधि, और कीमत।
 
6. सुरक्षा का अधिकार:
उपभोक्ताओं को उन उत्पादों और सेवाओं से सुरक्षित रहने का अधिकार है, जो उनके जीवन और स्वास्थ्य के लिए खतरे का कारण बन सकते हैं।
 
कैसे अपने हक की रक्षा करें?
 
1. बिल और रसीद हमेशा रखें: जब भी आप कोई सामान खरीदें, तो उसका बिल और रसीद जरूर रखें। यह आपके अधिकारों की रक्षा में मदद करेगा यदि आपको भविष्य में कोई समस्या हो।
 
2. उपभोक्ता हेल्पलाइन का उपयोग करें: भारत में राष्ट्रीय उपभोक्ता हेल्पलाइन उपलब्ध है। आप अपनी शिकायत को यहां दर्ज कर सकते हैं। यह टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर है: 1800-11-4000।
 
3. उपभोक्ता अदालत में शिकायत दर्ज करें: अगर आपको किसी उत्पाद या सेवा से संबंधित कोई समस्या होती है और वह ठीक से हल नहीं होती, तो आप उपभोक्ता अदालत में शिकायत दर्ज कर सकते हैं। यह अदालत आपके मामले की सुनवाई करती है और आपको न्याय दिलाने की कोशिश करती है।
 
4. अपना अधिकार जानें: उपभोक्ताओं को उनके अधिकारों के बारे में पूरी जानकारी होनी चाहिए। इससे वे अपनी समस्याओं का समाधान बेहतर तरीके से कर सकते हैं।
 
5. आधिकारिक प्रमाणपत्र प्राप्त करें: उत्पाद खरीदते समय यह सुनिश्चित करें कि वह किसी प्रमाणित और भरोसेमंद निर्माता या विक्रेता से खरीदा गया है।

अस्वीकरण (Disclaimer) : चिकित्सा, स्वास्थ्य संबंधी नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष, इतिहास, पुराण आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं, जो विभिन्न सोर्स से लिए जाते हैं। इनसे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं करता है। सेहत या ज्योतिष संबंधी किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। इस कंटेंट को जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है जिसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।
 
 
ये भी पढ़ें
Christmas Food 2025: क्रिसमस पर स्वाद का जश्न: इन 7 डिशेज़ से मनाएं पर्व और बढ़ाएं मिठास