वैदिक बिलौना घी कैसे बनता है, क्या हैं फायदे?
Bilona ghee process : बिलोना घी को नार्मल घी से ज्यादा फायदेमंद माना जाता है। इस घी को आप चाहे तो बाजार से ले आएं या चाहे तो इसे सरल तरीके या विधि से घर में भी बना सकते हैं। आओ जानते हैं कि क्या होता है बिलौना घी और इसे घर में ही देसी तरीके से कैसे बनाया जा सकता है। इसी के साथ जानिए कि क्या है इसके फायदे।
बिलौना घी के फायदे :
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यह घी की उत्तम क्वालिटी होती है।
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बिलोना घी को देसी नस्ल की गायों के दूध से ही बनाया जाता है।
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इन्हें A2 नस्ल की गाय भी कहते हैं।
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इस घी को खाने से बाल लंबे और घने हो जाते हैं।
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इससे चेहरे की त्वचा को चमकदार बन जाती है।
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यह ह्रदय, लीवर और मानसिक रोगों में लाभकारी है।
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एंटीऑक्सीडेंट्स के भरपूर होने से यह इम्यूनिटी को बढ़ाता है।
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यह नेत्रों को ज्योति प्रदान करता है।
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यह शरीर में जरूरी सभी पोषक तत्वों को प्रदान करता है।
बिलोना घी बनाने की विधि :-
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बिलोना घी गाय के दूध से बनाया जाता है।
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सबसे पहले मिट्टी का एक बर्तन लें और उसमें दूध डालकर धीमी आंच पर 3 से 4 घंटे तक गर्म होने के लिए छोड़ दें।
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अब इसे दूध का दही जमाने के लिए किसी दूसरे मिट्टी के बर्तन या हांडी में निकाल लीजिये।
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दूध का तापमान जब मध्यम हो जाए तब इसमें एक छोटा चम्मच दही का डाल दें।
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अब इस दूध को ढककर रख दीजिये, सुबह तक इसका दही जब जाएगा।
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अब इस दही में उचित मात्रा में ठंडा जल डालकर मथनी, रई या दही बिलोना से अच्छी तरह इसे मथ लें।
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इसे तब तक मथना है जब तक कि दही से सारा मक्खन अलग न हो जाए।
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अब इस मक्खन को हांडी एकत्रित करके इस हांडी को धीमी आंच पर रख दें।
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इस मक्खन को तब तक गरम करें जब तक की इसका घी नहीं बन जाता है।