मामूली न समझें लगातार हिचकी आना, ये टॉरेट सिंड्रोम का संकेत भी हो सकता है
हम में से हर किसी को कभी न कभी हिचकी तो जरूर आई ही है, आखिर हिचकी आना एक आम बात है। ये सिर्फ इंसानों को ही नहीं, बल्कि जानवरों को भी आती है। कभी-कभी हिचकी आने की कई वजहें हो सकती हैं। लेकिन यदि आपको लगातार हिचकियां चल रही हैं तो मेडिकल साइंस के हिसाब से यह एक बीमारी है, जिसे टॉरेट सिंड्रोम कहा जाता है।
आइए जानते हैं हिचकी को रोकने के कुछ घरेलू उपचार-
1. पिप्पली, आंवला, सौंठ इनके 2-2 ग्राम चूर्ण में 10 ग्राम खांड तथा 1 चम्मच शहद मिलाकर बार-बार प्रयोग करने से हिचकी तथा श्वास रोग शांत होते हैं।
2. आंवले के 10-20 मिलीलीटर रस और 2-3 ग्राम पीपल का चूर्ण, 2 चम्मच शहद के साथ दिन में सुबह-शाम सेवन करने से हिचकी में लाभ होता है।
3. 10 मिलीलीटर आंवले के रस में 3 ग्राम पिप्पली चूर्ण और 5 ग्राम शहद मिलाकर चाटने से हिचकियों से राहत मिलती है।
4. आंवला, सौंठ, छोटी पीपल और शर्करा के चूर्ण का सेवन करने से हिचकी नहीं आती है।
5. आंवले के मुरब्बे की चाशनी के सेवन से हिचकी में बहुत लाभ होता है।
6. नींबू और शहद (1-1 चम्मच) को मिलाकर चाट लें।
7. शकर के साथ पुदीने की पत्तियों का सेवन करें।
8. 2-3 कालीमिर्च और मिश्री मिलाकर मुंह में रख लें। आंवले के साथ भी मिश्री मिलाकर खा सकते हैं।
9. मलाई या मक्खन में थोड़ी-सी काली मिश्री मिलाकर खाने से भी हिचकी रुक जाती है।