फलों के रस से सेहत बनाएँ
मिश्रित रसों के असरकारी परिणाम
लकवा लकवा होने पर सेव, अंगूर और नाशपाती के रसों को समान मात्रा में मिलाकर पीना चाहिए। इससे लकवा ठीक हो जाता है। यह कुछ महीने पीना होगा। सिर दर्द 10
औंस गाजर का रस और 6 औंस पालक का रस मिलाकर पीने से मुँहासे, कण्ठलूशाक, श्वेत पदार्थ निकलना या ऐल्ब्युमिन, दमा, मधुमेह, सिरदर्द, अनिद्रा, यकृत रोग, आधे सिर दर्द के रोग ठीक हो जाते हैं।वात रोग 12
औंस गाजर का रस और 4 औंस पालक का रस मिलाकर पीने से रक्ताल्पता, हृदयशूल, दृष्टि वैषम्य, कम व अतिरक्तदाब, फोड़े-फुंसी, ब्राइट्स डिजीज, कैंसर, श्वासनली शोथ, मोतियाबिंद, जुकाम लगना, कब्ज, नेत्र रोग, गल-गण्ड, बवासीर, हर्निया, फ्लू, गुर्दे के रोग स्नायुविक और वात रोग ठीक हो जाते हैं।श्वास में बदबू 8
औंस गाजर का रस, 4 औंस पालक का रस, 4 औंस ककड़ी का रस मिलाकर पीने से श्वास में बदबू आना ठीक हो जाता है।मोटापा एक नींबू गर्म पानी में प्रातः पीएँ। इसके बाद 12 औंस गाजर का रस और 4 औंस पालक का रस मिलाकर पीएँ। इससे मोटापा कम होता है।
कब्ज पालक और लाल टमाटर का रस कच्चा पीने से मूत्र अधिक आता है, कब्ज दूर होती है।सौंदर्यवर्द्धक गाजर, टमाटर, संतरा और चुकन्दर प्रत्येक का रस 25 ग्राम नित्य दो माह तक पीने से चेहरे की छाया, दाग, मुँहासे दूर होकर चेहरा सुंदर और साफ हो जाता है।