सूखी मिट्टी के लाभकारी प्रयोग
बिजली के मारे या साँप के काटे हुए व्यक्ति को यदि जमीन में करीब दो हाथ गहरा गड्ढा खोदकर उसमें बैठा दिया जाए और गीली मिट्टी से गर्दन और सिर खुला रखकर उसे भर दिया जाए तो 1 से 24 घंटे तक में रोगी के शरीर से जहर निकल जाएगा और वह मरने से बच जाएगा।शुद्ध साफ मिट्टी को कपड़ा छानकर लीजिए और उसे पूरे अंग पर रगड़िए। पूरे शरीर पर रगड़ने के बाद 10 से 20 मिनट धूप में बैठ जाइए। तत्पश्चात शीतल जल से स्नान कर लें। यह सूखी मिट्टी का स्नान है।लाभ - त्वचा नरम, लचीली एवं कोमल हो जाती है। रोमकूप खुल जाते हैं। इससे शरीर के विजातीय तत्व पसीने के रूप में बाहर आने लगते हैं। त्वचा के छिद्र भरपूर श्वास लेने लायक हो जाते हैं जिससे त्वचा के अनेक रोग, चर्मरोग, दाद, खाज-खुजली, फोड़े-फुंसियाँ दूर होने लगती हैं। आयुर्विज्ञान में इसको 'रज स्नान' कहा गया है।