कंटेनर प्लांट से खिल उठे आंगन
गार्डनिंग हर उम्र के लिए लोगों के लिए अच्छा टाइमपास है। अगर आप भी इस टाइमपास को अपना कर अपने घर को प्रजेंटेबल लुक देना चाहते हैं लेकिन जगह की कमी से इसे दूर है तो कंटेनर गार्डनिंग आपके लिए अच्छा ऑप्शन है। कंटेनर गार्डनिंग प्लांट के नेचर और सॉइल के अनुसार कंटेनर चुनें। प्लांट की मेच्योर साइज को दिमाग में रखें और यह तस्दीक कर लें कि रूट्स को बढ़ने के सफिशियंट जगह चाहिए।कंटेनर और प्लांट का साइज बैलेंस्ड हो। ऐसा पौधा रोपें जो कंटेनर से दोगुना बड़ा हो। इससे बड़ा पौधा न लगाएं।ड्रेनेज सिस्टम अच्छा हो, इसलिए बॉटम में कम से कम एक से दो इंच का होल हो। अच्छी सॉइल का इस्तेमाल करें। इसमें परलाइट और पीट मिक्स करें ताकि इसमें लंबे समय तक माइश्चर बना रहे। प्लांट को मौसम की रिक्वॉयरमेंट के अनुरूप चुनें। अन्यथा बिन मौसम के पौधा मुरझाया हुआ दिखेगा। पौधे को स्वस्थ रखने के लिए सनलाइट, वाटरिंग और खाद की पर्याप्त व्यवस्था हो।समर या सनी डेज में कई प्लांट के लिए डेली पानी चाहिए, इसलिए प्लांट को सूखने से बचाने के लिए उसे रेग्यूलर पानी दें, क्योंकि पानी की कमी पौधे को सूखा सकती है। खासतौर पर कंटेनर गार्डनिंग में। अच्छे फर्टिलाइजर का इस्तेमाल करें, क्योंकि यह जमीन से न्यूट्रियंट्स अब्जार्ब नहीं कर पाता है।बाजार में ऐसे कई प्लांट्स मिल जाते हैं, जो कंटेनर गार्डनिंग के लिए परफेक्ट होते हैं। फूलों के खिलने के समय को ध्यान में रख पौधे को रोपेंगे तो आपके गार्डन में हर सीजन में फूल महकेंगे।