होली कविता : रंग-बिरंगी टोली में
ऐसी गीत सुनावलू।।
ठकुराइन तो होली म।।
रंग-बिरंगी टोली म।।
मां ममता की बात बतौलू।।
पिता भरा संदेश।।
नाना-दादा के संस्कारों का।।
भरा गुण अनेक।।
चढ़त जवानी आय गिरूं कैसे।।
बनजारों की झोली म।।
रंग-बिरंगी टोली म
हर गुण उपजाऊ हमरे तू।।
खेलत टुक्की टुईया।।
कभो कभो मिला करा तू।।
भूल भाल के कुइया।।